अभिनेता श्रेयस तलपड़े को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। कोर्ट ने उनके खिलाफ दर्ज धोखाधड़ी और विश्वासघात के मामले में गिरफ्तारी पर रोक लगा दी है।
Shreyas Talpade Got Relief: बॉलीवुड और मराठी फिल्मों के जाने-माने अभिनेता श्रेयस तलपड़े (Shreyas Talpade) को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा के सोनीपत में दर्ज एक धोखाधड़ी और विश्वासघात के मामले में श्रेयस तलपड़े की गिरफ्तारी पर फिलहाल रोक लगा दी है। इस मामले में अभिनेता के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी, लेकिन अब कोर्ट ने साफ कर दिया है कि आगे की सुनवाई तक उनकी गिरफ्तारी नहीं की जाएगी।
क्या है पूरा मामला?
यह पूरा विवाद हरियाणा के सोनीपत जिले में एक सोसाइटी और मल्टी-मार्केटिंग स्कीम से जुड़ा हुआ है। शिकायत के मुताबिक, इस सोसाइटी ने फिल्म अभिनेता श्रेयस तलपड़े और वरिष्ठ कलाकार आलोक नाथ को ब्रांड एंबेसडर बताकर एक चिटफंड स्कीम शुरू की थी। इस स्कीम के तहत लोगों को झांसा दिया गया था कि यदि वे निवेश करेंगे तो उनकी रकम को छह साल में दोगुना कर दिया जाएगा।
आरोप है कि इस स्कीम के जरिए करीब 45 निवेशकों से 9.12 करोड़ रुपये ठगे गए। कंपनी के संचालकों ने लोगों को मैनेजर के पद का लालच देकर उनके जरिए और लोगों को जोड़ने का दबाव बनाया। जब लोगों ने पैसा लगाया और स्कीम के तहत समय बीता तो कंपनी के दफ्तर अचानक बंद हो गए।
सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी और राहत
इस घोटाले के सामने आने के बाद पीड़ित निवेशकों ने हरियाणा के सोनीपत में मुरथल थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। शिकायत में कहा गया था कि कंपनी ने अभिनेता श्रेयस तलपड़े और आलोक नाथ का नाम और चेहरा इस्तेमाल कर आम लोगों का भरोसा जीता और करोड़ों रुपये ठगे। इसके बाद लखनऊ के गोमतीनगर विस्तार थाने में भी एफआईआर दर्ज की गई।
एफआईआर में कुल 13 लोगों को आरोपी बनाया गया था, जिसमें अभिनेता श्रेयस तलपड़े, आलोक नाथ और कंपनी के अन्य निदेशक शामिल थे। श्रेयस तलपड़े की ओर से सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर कहा गया था कि उनका इस फ्रॉड स्कीम से कोई सीधा वास्ता नहीं है। वह केवल ब्रांड एंबेसडर के तौर पर जोड़े गए थे और उनके नाम का दुरुपयोग हुआ है।
इस मामले पर सुनवाई करते हुए न्यायमूर्ति बीवी नागरत्ना और न्यायमूर्ति केवी विश्वनाथन की पीठ ने हरियाणा पुलिस और अन्य संबंधित पक्षों को नोटिस जारी किया है। कोर्ट ने तलपड़े को गिरफ्तारी से अंतरिम राहत देते हुए कहा कि जब तक मामले की पूरी जांच और सुनवाई नहीं हो जाती, अभिनेता की गिरफ्तारी नहीं की जाएगी।
श्रेयस तलपड़े का पक्ष
श्रेयस तलपड़े का कहना है कि वह किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी या इस मल्टी-मार्केटिंग स्कैम में शामिल नहीं हैं। उन्होंने सिर्फ एक प्रचार सामग्री में काम किया था, जिसके लिए उन्हें कंपनी ने कानूनी अनुबंध के तहत चुना था। वह खुद भी इस घटना से आहत और हैरान हैं कि उनके नाम का इस तरह से गलत इस्तेमाल किया गया।
जांच में सामने आया है कि यह कंपनी मल्टी-लेवल मार्केटिंग के नाम पर निवेशकों से पैसे जुटा रही थी। निवेश करने वाले व्यक्ति को 'एजेंट' और फिर 'मैनेजर' बनाकर दूसरों को जोड़ने के लिए उकसाया जाता था। इसके बदले में उन्हें फर्जी टारगेट दिखाकर मोटे रिटर्न का लालच दिया जाता था। लेकिन कुछ समय बाद, जब निवेशक अपने पैसे और रिटर्न के लिए पूछने लगे, तो कंपनी के ऑफिस बंद हो गए और संचालक फरार हो गए।