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शुभमन गिल की कप्तानी में नई शुरुआत: इंग्लैंड दौरे से भारत करेगा WTC 2025-27 का आगाज़

शुभमन गिल की कप्तानी में नई शुरुआत: इंग्लैंड दौरे से भारत करेगा WTC 2025-27 का आगाज़

शुभमन गिल की कप्तानी में भारत WTC 2025-27 की शुरुआत इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज से करेगा। भारत इस चक्र में 6 टीमों से भिड़ेगा और खिताब जीतने का लक्ष्य होगा।

WTC 2025-27: भारतीय टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में एक नया अध्याय शुरू होने जा रहा है। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) 2025-27 के चक्र की शुरुआत भारत के इंग्लैंड दौरे से होगी और इस बार टीम की कमान युवा बल्लेबाज शुभमन गिल के हाथों में है। पुराने सितारों के संन्यास के बाद अब नई पीढ़ी को जिम्मेदारी मिली है और पूरी दुनिया की नजर इस बात पर टिकी है कि क्या भारत फिर से WTC फाइनल तक का सफर तय कर पाएगा या नहीं।

शुभमन गिल की अगुवाई में टीम इंडिया

टीम इंडिया के पूर्व कप्तान रोहित शर्मा, विराट कोहली, और दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। ऐसे में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने भविष्य को ध्यान में रखते हुए शुभमन गिल को टीम की कमान सौंपी है। विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत को उपकप्तान बनाया गया है, जो खुद लंबे समय के बाद टेस्ट टीम में वापसी कर रहे हैं।

इंग्लैंड दौरे से होगी शुरुआत

भारत का WTC 2025-27 में पहला मुकाबला 20 जून से इंग्लैंड के खिलाफ शुरू हो रहा है। यह पांच मैचों की टेस्ट सीरीज होगी और इसका पहला टेस्ट हेडिंग्ले में खेला जाएगा। यह दौरा इसलिए भी अहम है क्योंकि भारत ने इंग्लैंड में आखिरी बार 2007 में कोई टेस्ट सीरीज जीती थी। तब राहुल द्रविड़ की कप्तानी में भारत ने इतिहास रचा था, लेकिन उसके बाद से कई प्रयासों के बावजूद जीत दोहराई नहीं जा सकी।

छह टीमों के खिलाफ खेलेगी भारत टेस्ट सीरीज

इस WTC साइकिल में हर टीम को तीन घरेलू और तीन विदेशी टेस्ट सीरीज खेलनी होती है। भारत इस चक्र में ऑस्ट्रेलिया, वेस्टइंडीज और साउथ अफ्रीका के खिलाफ घरेलू मैदान पर भिड़ेगा। वहीं, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और श्रीलंका के खिलाफ विदेशी दौरों पर टीम को कड़ा मुकाबला करना होगा।

घरेलू सीरीज: ऑस्ट्रेलिया (5 टेस्ट), वेस्टइंडीज (2 टेस्ट), साउथ अफ्रीका (2 टेस्ट)

विदेशी सीरीज: इंग्लैंड (5 टेस्ट), न्यूजीलैंड (2 टेस्ट), श्रीलंका (2 टेस्ट)

विदेशी धरती पर फिर से जीत की तलाश

भारत ने न्यूजीलैंड में आखिरी बार 2009 में टेस्ट सीरीज जीती थी और इंग्लैंड में 2007 में। यह आंकड़े बताने के लिए काफी हैं कि भारतीय टीम को विदेशी मैदानों पर अपनी कमजोरियों पर ध्यान देना होगा। इन दोनों ही देशों में स्विंग और सीम की कड़ी परीक्षा होती है, और युवा भारतीय बल्लेबाजों के लिए यह एक बड़ा टेस्ट साबित हो सकता है।

टीम इंडिया की युवा ब्रिगेड

गिल और पंत के अलावा इस इंग्लैंड दौरे के लिए टीम में कई नए नामों को शामिल किया गया है। अर्शदीप सिंह, प्रसिद्ध कृष्णा और साई सुदर्शन जैसे युवा चेहरों को मौका दिया गया है। साथ ही, अनुभवी गेंदबाजों की भूमिका भी अहम रहेगी क्योंकि इंग्लैंड की कंडीशन में गेंदबाज ही टेस्ट मैच का रुख बदल सकते हैं।

गेंदबाजी यूनिट में बुमराह, सिराज और अश्विन की जगह अब नए चेहरे जिम्मेदारी संभालेंगे। यह टीम एक संतुलन के साथ मैदान पर उतरेगी जिसमें अनुभव और जोश दोनों का मेल होगा।

पिछली WTC असफलता से सबक

भारतीय टीम पिछली दो WTC फाइनल्स (2021, 2023) में जगह बनाने में सफल रही थी लेकिन दोनों बार फाइनल हार गई। एक बार न्यूजीलैंड से हार मिली तो दूसरी बार ऑस्ट्रेलिया से। 2025 WTC फाइनल में भारत का सफर पिछले प्रदर्शन पर नहीं, बल्कि इस बार के सधे हुए और स्मार्ट प्लानिंग पर निर्भर करेगा।

पिछले WTC चक्र में भारत तीसरे स्थान पर रहा और फाइनल में पहुंचने से चूक गया। यह चूक नई टीम को सबसे बड़ा सबक सिखा चुकी है कि हर टेस्ट, हर पॉइंट और हर दौरा कितना अहम होता है।

शुभमन गिल पर सबकी निगाहें

कप्तान के तौर पर यह शुभमन गिल की सबसे बड़ी परीक्षा होगी। वे अब तक वनडे और टी20 में अच्छा प्रदर्शन कर चुके हैं लेकिन टेस्ट कप्तानी का दबाव एक अलग ही स्तर पर होता है। ऐसे में देखना होगा कि क्या गिल अपने शांत स्वभाव और तकनीकी मजबूती के सहारे टीम को लगातार जीत दिला पाते हैं।

उनके पास एक युवा, ऊर्जावान और सीखने के लिए तैयार टीम है, जो भारत को एक बार फिर टेस्ट क्रिकेट की शिखर पर पहुंचा सकती है।

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