संभल पुलिस ने ऑनलाइन गेमिंग सट्टेबाजी गिरोह का पर्दाफाश करते हुए दिल्ली एयरपोर्ट से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। BOB 777 फ्रैंचाइजी मॉडल पर काम करने वाले आरोपियों से 700 फर्जी बैंक खातों और करोड़ों रुपये बरामद हुए।
संभल: पुलिस ने गुरूवार को दिल्ली एयरपोर्ट से ऑनलाइन गेमिंग सट्टेबाजी गिरोह के दो आरोपियों मुकेश कक्कड़ और उसके साले के बेटे अंकित को गिरफ्तार किया। ये दोनों आरोपी थाइलैंड से लौटे थे और पुलिस की विशेष निगरानी में आए। एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि ये गिरोह BOB 777 फ्रैंचाइजी मॉडल के तहत अवैध रूप से ऑनलाइन गेमिंग सट्टेबाजी चला रहा था।
पुलिस जांच में पता चला कि गिरोह जनता के फर्जी बैंक खाते खुलवाकर उनमें सट्टेबाजी की रकम जमा कराता और उसे आपस में बांटता था। इसके अलावा, आरोपी फर्जी आधार कार्ड और सिम कार्ड का इस्तेमाल कर पुलिस को चकमा देते थे। इस कार्रवाई में अब तक 700 फर्जी बैंक खाते फ्रीज किए जा चुके हैं, जिनमें एक करोड़ से अधिक की धनराशि मौजूद है।
BOB 777 रैकेट का पर्दाफाश
एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि गिरोह BOB 777 फ्रैंचाइजी मॉडल पर काम करता था। इसके तहत शाखाएं भारत के विभिन्न हिस्सों में फैली थीं। आरोपी जनता से लोन माफ कराने के नाम पर फर्जी बैंक खाते खुलवाते और इनके जरिए ऑनलाइन गेमिंग ऐप के नाम पर अवैध धन संचालित करते थे।
फर्जी आधार कार्ड और सिम कार्ड के जरिए आरोपी पुलिस की निगरानी से बचते रहे। मुकेश कक्कड़ इन खातों की निगरानी करता और बड़ी तादाद में नगदी का लेन-देन करता था, जबकि अन्य सदस्य अलग-अलग पैनल जैसे NINA, KING, EDDY BOOK और ACE BOOK के जरिए अवैध लेन-देन संचालित कर रहे थे।
मुकेश और अंकित दिल्ली एयरपोर्ट पर गिरफ्तार
मुकेश कक्कड़ और अंकित की गिरफ्तारी दिल्ली एयरपोर्ट पर तब हुई जब ये थाइलैंड से लौटे। पुलिस की विशेष टीम और सूचना नेटवर्क के जरिए दोनों को तुरंत हिरासत में लिया गया। एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी है और उनकी भूमिका में शामिल अन्य सदस्य और फर्जी खातों की जानकारी जुटाई जा रही है।
जांच के दौरान यह भी सामने आया कि पूर्व में जेल जा चुके दीपक सिंह की मदद से आरोपी फर्जी आधार कार्ड बनवाकर सिम कार्ड प्राप्त कर रहे थे। इस चालाकी से पुलिस को लंबे समय तक जानकारी नहीं मिल पाई।
गिरोह के फर्जी खातों से भारी नुकसान
पुलिस ने अब तक 700 फर्जी बैंक खाते फ्रीज किए हैं और इन खातों में एक करोड़ से अधिक की राशि पाई गई है। गिरोह जनता को लोन माफ कराने का झांसा देकर अवैध तरीके से धन जमा कराता और फिर इसे आपस में बांटता था। एसपी ने बताया कि आगे और जांच जारी है और गिरोह के अन्य सदस्यों की पहचान कर कार्रवाई की जाएगी।