स्टॉक मार्केट में हलचल उस वक्त तेज हो गई जब मीडिया रिपोर्ट्स में दो बड़ी कंपनियों के मर्जर की योजना सामने आई। इस खबर के बाद दोनों कंपनियों के स्टॉक्स में तेजी से खरीदारी देखी गई, क्योंकि निवेशकों को इस संभावित विलय से सिंर्जी बेनिफिट और कारोबार के विस्तार की उम्मीद है।
शुक्रवार के कारोबार में शेयर बाजार में एक खास सेक्टर से जुड़ी दो कंपनियों ने जबरदस्त हलचल मचा दी। ये दोनों कंपनियां हैं साफायर फूड्स इंडिया लिमिटेड और देवयानी इंटरनेशनल लिमिटेड, जो भारत में अमेरिकी ब्रांड KFC और पिज्जा हट के फ्रैंचाइज़ी पार्टनर हैं।
मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, इन दोनों कंपनियों के बीच मर्जर की बातचीत चल रही है और इसी अटकल के चलते दोनों कंपनियों के शेयरों में खरीदारी देखी गई है। निवेशकों में उम्मीद बढ़ गई है कि अगर यह मर्जर होता है तो इससे ग्रोथ की नई राह खुल सकती है।
रिपोर्ट में क्या आया सामने
इकोनॉमिक टाइम्स में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, KFC और पिज्जा हट ब्रांड की ओनर कंपनी Yum! Brands भारत में अपने दो बड़े फ्रैंचाइज़ी पार्टनर्स को एक करने की योजना बना रही है।
खबर के मुताबिक, देवयानी इंटरनेशनल, साफायर फूड्स से भारत में मौजूद सभी KFC और पिज्जा हट के फ्रैंचाइज़ अधिकार खरीद सकती है। एक और विकल्प यह बताया गया है कि सभी स्टोर देवयानी के ब्रांड के तहत संचालित किए जा सकते हैं।
हालांकि, अभी इस खबर की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से यह भी कहा गया है कि अगर मर्जर होता है तो यह शेयर स्वैप रेश्यो 1:3 पर हो सकता है। इसका मतलब है कि साफायर फूड्स के हर 3 शेयर पर एक शेयर देवयानी इंटरनेशनल का मिलेगा।
शेयर बाजार में आया जोरदार उछाल
खबर सामने आने के कुछ ही समय में दोनों कंपनियों के शेयरों में तेजी देखी गई।
साफायर फूड्स का शेयर दिन के कारोबार में 10 प्रतिशत से ज्यादा चढ़कर ₹355 के स्तर तक पहुंच गया। यह इसका पिछले छह महीने का सबसे ऊंचा स्तर है। गुरुवार को इसका बंद भाव ₹320.35 था।
देवयानी इंटरनेशनल का शेयर भी करीब 3 प्रतिशत ऊपर गया और ₹175 के पास पहुंच गया। इससे पहले यह स्टॉक काफी समय से सीमित दायरे में कारोबार कर रहा था।
कंपनियों की प्रोफाइल क्या कहती है
देवयानी इंटरनेशनल लिमिटेड (DIL) भारत में Yum! Brands की सबसे बड़ी फ्रैंचाइज़ी पार्टनर मानी जाती है। कंपनी न केवल KFC और पिज्जा हट ब्रांड्स के आउटलेट्स का संचालन करती है बल्कि KFC के अलावा कोस्टा कॉफी जैसे ब्रांड्स के साथ भी काम कर रही है।
साफायर फूड्स भी भारत में KFC और पिज्जा हट की प्रमुख फ्रैंचाइज़ी है और इसका नेटवर्क कई शहरों में फैला हुआ है। कंपनी का ध्यान रिटेल फॉर्मेट, टेक्नोलॉजी और कस्टमर एक्सपीरियंस को लगातार बेहतर करने पर है।
ब्रोकरेज हाउस की नजर अब भी बनी हुई है
भले ही यह खबर अभी आधिकारिक न हो, लेकिन ब्रोकरेज फर्म पहले से ही इन दोनों स्टॉक्स को लेकर सकारात्मक रुख अपनाए हुए हैं।
साफायर फूड्स को लेकर मई की शुरुआत में MK ग्लोबल ने ₹370 के टारगेट के साथ खरीद की सलाह दी थी। वहीं, मोतीलाल ओसवाल ने फरवरी में इसके लिए ₹415 का लक्ष्य तय किया था।
दूसरी ओर, देवयानी इंटरनेशनल के लिए अप्रैल में MK ग्लोबल ने ₹200 के टारगेट के साथ निवेश की सिफारिश दी थी।
इन टारगेट्स को देखें तो अभी भी दोनों स्टॉक्स में और ऊपर जाने की संभावना बनी हुई है, खासकर अगर मर्जर की अटकलें हकीकत में बदलती हैं।
निवेशक क्यों दिखा रहे हैं दिलचस्पी
स्टॉक मार्केट में निवेशक अक्सर ग्रोथ और स्केलेबिलिटी वाले बिजनेस की ओर आकर्षित होते हैं। फूड सर्विस सेक्टर, खासकर QSR (Quick Service Restaurant) सेगमेंट, हाल के वर्षों में तेजी से बढ़ा है। भारत में युवाओं की बढ़ती आबादी, शहरीकरण और बदलती लाइफस्टाइल इस सेक्टर को आगे ले जा रही है।
अगर साफायर फूड्स और देवयानी इंटरनेशनल एक हो जाते हैं तो यह भारत में KFC और पिज्जा हट की उपस्थिति को और मजबूत कर सकता है। इससे ऑपरेशनल एफिशिएंसी, ब्रांडिंग, सप्लाई चेन और कस्टमर सर्विस के स्तर पर भी फायदा मिल सकता है।
मर्जर से बदल सकता है खेल
अगर यह प्रस्तावित मर्जर होता है तो यह QSR इंडस्ट्री में सबसे बड़ा बदलाव हो सकता है। दो बड़े फ्रैंचाइज़ी पार्टनर्स का एक साथ आना भारत में Yum! Brands की स्थिति को और मजबूत बना सकता है। साथ ही इससे प्रतिस्पर्धियों पर भी दबाव बढ़ेगा।
फिलहाल निवेशकों और बाजार की नजर Yum! Brands, देवयानी इंटरनेशनल और साफायर फूड्स की ओर टिकी हुई है। सभी को इंतजार है कि क्या इन खबरों पर मुहर लगती है या नहीं। तब तक ये स्टॉक्स चर्चा में बने रहने तय माने जा रहे हैं।