सुल्तानपुर, 30 अक्टूबर 2025: जिले में इस वर्ष जनवरी से अब तक 7,464 लोग आवारा कुत्तों द्वारा काटे जा चुके हैं। पीड़ितों को एंटी-रेबीज़ इंजेक्शन लगवाना पड़ा है, वहीं स्थानीय प्रशासन अब तक इस समस्या का स्थायी समाधान नहीं बना पाया है।
इनमें अधिकांश ने एंटी-रेबीज (रैबीज) इंजेक्शन लगवाए हैं, लेकिन स्थानीय प्रशासन द्वारा अभी तक कोई ठोस रणनीति नहीं बनाई गई है।
Supreme Court of India ने शहरों व इलाकों में आवारा कुत्तों द्वारा काटे जाने की बढ़ती घटनाओं को बेहद “परेशान करने वाला और चिंताजनक” बताया है।
कुत्तों को भोजन देने के लिए “फीडिंग जोन” निर्धारित करने, कुत्तों की संख्या कम करने के लिए नसबंदी (ABC- कार्यक्रम) और जागरूकता अभियान चलाने जैसे निर्देश जारी हुए थे।
सुलतानपुर की नगर-पलिका के 25 वार्डों में अब तक कोई ठोस कार्ययोजना नहीं बनाई गई है।
बच्चों को शिक्षा, खेलने और बाहर समय बिताने में अतिरिक्त जोखिम का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि घटनाएँ खुले एवं खेलने-कूदने वाले क्षेत्रों में अधिक हो रही हैं।
सार्वजनिक स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से, कुत्तों के काटने की बड़ी संख्या और रैबीज का खतरा दोनों ही चिंताजनक बने हुए हैं।
स्थानीय प्रशासन को तत्काल Feeding Zone निर्धारित करना होगा, जहाँ कुत्तों को भोजन दिया जाए और जहाँ बच्चों/बुजुर्गों की आवाजाही कम हो।
समुदाय को जागरूक करना कि कुत्तों को बिना नियंत्रित-स्थान के भोजन न दें, ताकि झुंड न बनें और आंदोलन कम हो।













