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Tata Motors पर 3 ब्रोकरेज का बड़ा अपडेट! जानें टारगेट प्राइस

Tata Motors पर 3 ब्रोकरेज का बड़ा अपडेट! जानें टारगेट प्राइस

Tata Motors ने अपने एनालिस्ट मीट में Iveco अधिग्रहण, JLR की मांग और डिमर्जर प्लान का अपडेट दिया। ब्रोकरेज हाउसों की मिली-जुली राय है: Emkay ₹750, Nuvama ₹680 और Motilal Oswal ₹686 का टारगेट रखते हैं। Iveco अधिग्रहण से CV बिजनेस बढ़ सकता है, जबकि JLR और वैश्विक बाजार की चुनौतियां बनी हुई हैं।

Tata Motors ने हाल ही में अपने एनालिस्ट मीट में भविष्य की रणनीतियों और व्यवसाय अपडेट साझा किए। कंपनी का Iveco अधिग्रहण दक्षिण अमेरिका और यूरोप में कमर्शियल व्हीकल बिजनेस को बढ़ा सकता है। ब्रोकरेज हाउसों ने मिश्रित रेटिंग दी है: Emkay Buy (₹750), Nuvama Reduce (₹680) और Motilal Oswal Neutral (₹686)। JLR का उत्पादन साइबर अटैक के बाद धीरे-धीरे शुरू हो रहा है। डिमर्जर 1 अक्टूबर 2025 से प्रभावी होगा, और CNG व इलेक्ट्रिक वाहनों पर ध्यान बढ़ाया जा रहा है। कंपनी घरेलू और वैश्विक बाजार में विस्तार के लिए रणनीतिक कदम उठा रही है।

Iveco अधिग्रहण से Tata Motors को मिलने वाला फायदा

Emkay के अनुसार, Tata Motors का Iveco अधिग्रहण कंपनी के कमर्शियल व्हीकल बिजनेस को काफी बड़ा कर सकता है। दक्षिण अमेरिका में कंपनी का राजस्व वर्तमान में 7,000 करोड़ रुपये से बढ़कर 2 ट्रिलियन रुपये तक पहुंच सकता है। Iveco यूरोप में लाइट कमर्शियल व्हीकल में 9 प्रतिशत और मीडियम तथा हैवी कमर्शियल व्हीकल में 13 प्रतिशत की बाजार हिस्सेदारी रखता है।

Nuvama का मानना है कि यह अधिग्रहण Tata Motors के अर्निंग पर शेयर बढ़ाने में मदद करेगा और दो साल के भीतर लाभदायक साबित होगा। Iveco खरीदने से Tata Motors की गाड़ियों की रेंज बढ़ जाएगी और कंपनी नए देशों में आसानी से कारोबार कर सकेगी।

JLR की मांग और उत्पादन की स्थिति

सितंबर 2025 में हुए साइबर अटैक के कारण Jaguar Land Rover का उत्पादन कुछ समय के लिए रुका था। अब कंपनी धीरे-धीरे उत्पादन फिर से शुरू कर रही है। यूरोप, चीन और अमेरिका में निकट भविष्य में मांग कमजोर बनी हुई है। टैरिफ, वॉरंटी और इमीशन खर्च JLR के लिए चुनौती बने रहेंगे।

Iveco अधिग्रहण की चुनौतियां

विश्लेषकों ने कहा कि इस अधिग्रहण में कुछ जोखिम भी शामिल हैं। यूरोप आधारित बिजनेस के कारण वैश्विक राजस्व में यूरोप का हिस्सा बढ़ सकता है। Iveco का मुनाफा Tata Motors से कम है, जिससे शुरुआत में कुल मार्जिन पर असर पड़ सकता है। इसके अलावा, दक्षिण अमेरिका में कंपनी का कर्ज बढ़ सकता है क्योंकि डील का 60 प्रतिशत पैसा कर्ज से लिया जाएगा। Iveco को Tata Motors के सिस्टम में जोड़ना मैनेजमेंट के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है।

घरेलू वाहन बाजार और GST सुधार

GST कटौती के कारण भारतीय पैसेंजर व्हीकल्स की कीमतें कम होंगी। H2FY26 में 6 से 8 प्रतिशत की ग्रोथ की उम्मीद जताई जा रही है। Tata Motors नई मॉडल, छोटी SUVs, इलेक्ट्रिक और CNG वाहनों के जरिए उद्योग से बेहतर प्रदर्शन करने की योजना बना रही है। Hatchbacks की मांग भी बढ़ सकती है क्योंकि लोग पुरानी कारों की बजाय नई खरीदना पसंद करेंगे।

डिमर्जर और CNG वाहन

Tata Motors का डिमर्जर 1 अक्टूबर 2025 से लागू होगा। पहले पैसेंजर व्हीकल कंपनी लिस्ट होगी और उसके बाद कमर्शियल व्हीकल कंपनी। CNG वाहनों की मांग तेजी से बढ़ रही है और Nexon CNG इस ट्रेंड में सबसे आगे है। 2030 तक Tata Motors की भारत में बनने वाली कारों में पेट्रोल इंजन वाली कारें लगभग आधी, CNG से चलने वाली 25 प्रतिशत, इलेक्ट्रिक वाहन 20 प्रतिशत और डीज़ल वाहन 5 प्रतिशत होंगी। इसका मतलब है कि कंपनी धीरे-धीरे इलेक्ट्रिक और CNG वाहनों की ओर बढ़ रही है।

Motilal Oswal का नजरिया

Motilal Oswal ने कहा कि पैसेंजर और कमर्शियल दोनों सेक्टर में मांग बढ़ रही है। Iveco अधिग्रहण से Tata Motors को प्रोडक्ट और नए मार्केट में फायदा मिलेगा। डिमर्जर प्रक्रिया समय पर हो रही है और JLR का उत्पादन धीरे-धीरे सामान्य हो रहा है। हालांकि, JLR की वैश्विक मांग और Iveco अधिग्रहण की चुनौतियों के कारण Motilal Oswal ने Neutral रेटिंग जारी रखी है और टारगेट ₹686 रखा है।

निवेशकों के लिए ब्रोकरेज हाउस का संदेश

ब्रोकरेज हाउसों की मिली-जुली राय से साफ है कि Tata Motors के पास विस्तार और विकास की मजबूत योजनाएं हैं। Iveco अधिग्रहण और घरेलू बाजार में नई रणनीतियों से कंपनी की स्थिति मजबूत हो सकती है। वहीं वैश्विक चुनौतियों और उत्पादन पर असर डालने वाली घटनाओं से सतर्क रहना जरूरी है।

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