भारतीय कुश्ती के लिए गुरुवार का दिन गौरवपूर्ण रहा, जब रचना (43 किग्रा) और अश्विनी विश्नोई (65 किग्रा) ने अंडर-17 विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया।
Wrestling: अंडर-17 महिला विश्व कुश्ती चैंपियनशिप 2025 में भारतीय महिला पहलवानों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए दुनिया भर में देश का नाम रोशन किया है। गुरुवार को हुए मुकाबलों में रचना (43 किग्रा) और अश्विनी विश्नोई (65 किग्रा) ने स्वर्ण पदक जीतकर विश्व चैंपियन का तमगा हासिल किया। वहीं, मोनी (57 किग्रा) को फाइनल में बेहद कड़े मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा और उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा।
रचना और अश्विनी का स्वर्णिम प्रदर्शन
भारतीय खेमे के लिए सबसे बड़ी खुशी की बात यह रही कि दो युवा पहलवानों ने विश्व चैंपियनशिप के मंच पर स्वर्ण पदक जीते। रचना (43 किग्रा वर्ग) ने चीन की शिन हुआंग के खिलाफ बेहद संयमित और आक्रामक कुश्ती का प्रदर्शन करते हुए मुकाबला 3-0 से अपने नाम किया। अश्विनी विश्नोई (65 किग्रा वर्ग) ने भी अपना जलवा दिखाया और उज़्बेकिस्तान की मुखय्यो राखिमजोनोवा को 3-0 से हराकर स्वर्ण पदक जीता। दोनों पहलवानों की यह जीत भारत की युवा महिला कुश्ती प्रतिभा को वैश्विक स्तर पर एक नई पहचान दिलाती है।
मोनी का शानदार प्रदर्शन, लेकिन चूक गया स्वर्ण
मोनी, जो महिलाओं के 57 किग्रा भार वर्ग में भारत का प्रतिनिधित्व कर रही थीं, का फाइनल मुकाबला बेहद रोमांचक रहा। उन्होंने कजाकिस्तान की मदखिया उस्मानोवा के खिलाफ जबरदस्त संघर्ष किया, लेकिन अंततः 5-6 के करीबी स्कोर से हार गईं। हालांकि, उनका रजत पदक जीतना भी देश के लिए गर्व की बात है।
भारत की ओर से कोमल वर्मा (49 किग्रा वर्ग) ने एनहेलिना बुर्किना को 8-3 के स्कोर से हराकर कांस्य पदक अपने नाम किया। कोमल का यह प्रदर्शन दर्शाता है कि भारतीय महिला कुश्ती में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है और सही मार्गदर्शन व प्रशिक्षण से वे विश्व स्तर पर भारत को गौरवान्वित कर सकती हैं।
दो और स्वर्ण की उम्मीद: यशिता और काजल
भारतीय खेमे के लिए अच्छी खबर यह भी है कि दो और पहलवान यशिता (61 किग्रा) और काजल (73 किग्रा) फाइनल में पहुंच चुकी हैं। इससे भारत के दो और पदक पक्के हो गए हैं, और उम्मीद है कि वे भी स्वर्ण पदक जीतकर देश को और गौरव दिलाएंगी। मनीषा (69 किग्रा वर्ग) को फाइनल में जगह नहीं मिल सकी, लेकिन उन्होंने शानदार खेल दिखाया और अब वह कांस्य पदक के मुकाबले में उतरेंगी। उनकी मेहनत और संघर्ष ने पहले ही भारतीय फैंस का दिल जीत लिया है।
हालांकि, गुरुवार का दिन सभी भारतीय पहलवानों के लिए समान रूप से सफल नहीं रहा। प्रीति यादव (40 किग्रा) और कशिश गुर्जर (46 किग्रा) क्वार्टर फाइनल में हारकर प्रतियोगिता से बाहर हो गईं। सारिका (53 किग्रा वर्ग) को जापान की रियोन ओगावा से हार का सामना करना पड़ा।