उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में समाज कल्याण राज्य मंत्री संजीव सिंह गोंड की गाड़ी पर ओवरटेक के विवाद में कुछ युवकों ने हमला कर दिया। पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर दो अन्य की तलाश शुरू कर दी है
सोनभद्र: उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले से बड़ी खबर सामने आई है। प्रदेश सरकार के समाज कल्याण राज्य मंत्री संजीव सिंह गोंड के काफिले पर कथित तौर पर हमला किया गया। घटना चोपन नगर क्षेत्र के पास की है, जहां कुछ युवकों ने मंत्री की गाड़ी को ओवरटेक करने की कोशिश की और बोनट व शीशे पर प्रहार किया।
घटना ऐसे समय में हुई है जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सोनभद्र दौरा 15 दिसंबर को प्रस्तावित है। इस हमले ने जिले के प्रशासन और सियासी गलियारों में हड़कंप मचा दिया है।
ओवरटेक विवाद से भड़का मामला
पुलिस के मुताबिक, यह पूरी घटना 30 अक्टूबर की रात की है जब मंत्री रॉबर्ट्सगंज से डाला लौट रहे थे। रास्ते में चोपन पुल के पास उनकी गाड़ी को एक कार ने ओवरटेक करने की कोशिश की। इसी दौरान दोनों वाहनों के बीच बहस और टकराव की स्थिति बन गई।
कुछ देर बाद दूसरी कार में सवार युवकों ने कथित तौर पर मंत्री की गाड़ी पर हमला कर दिया। हमले में गाड़ी का शीशा टूट गया। हालांकि मंत्री और उनके साथ मौजूद लोगों को किसी तरह की चोट नहीं आई।
पुलिस ने की त्वरित कार्रवाई, एक आरोपी गिरफ्तार

घटना की जानकारी मिलते ही सोनभद्र एसपी अभिषेक वर्मा ने तुरंत टीम भेजी। पुलिस ने मौके से भाग रहे आरोपियों की लखनऊ नंबर की कार (UP32 KP1042) को ट्रेस कर लिया और एक आरोपी अंकित मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया। कार को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है।
पुलिस के मुताबिक, कार में तीन युवक सवार थे — अंकित मिश्रा, शुभम सोनी और पंकज अग्रहरि। इनमें से शुभम और पंकज, दोनों दुद्धी के निवासी बताए जा रहे हैं, जो घटना के बाद से फरार हैं। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है और उनके मोबाइल लोकेशन के आधार पर टीमों को रवाना किया गया है।
एसपी का बयान
एसपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह ओवरटेक विवाद का मामला प्रतीत होता है। हालांकि, मंत्री के वाहन पर हमले की गंभीरता को देखते हुए एफआईआर दर्ज की गई है।
उन्होंने कहा, “एक व्यक्ति गिरफ्तार किया गया है, जबकि दो आरोपी फरार हैं। उन्हें जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस मामले की हर एंगल से जांच कर रही है।”
मंत्री पर हमले के बाद बढ़ाई गई सुरक्षा
मंत्री के काफिले पर हमले की खबर सामने आते ही स्थानीय प्रशासन और खुफिया एजेंसियां सक्रिय हो गई हैं। मुख्यमंत्री के प्रस्तावित दौरे को देखते हुए चोपन क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था की दोबारा समीक्षा की जा रही है।
स्थानीय नेताओं ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि राज्य मंत्री पर हमला कानून व्यवस्था के लिए चुनौती है और दोषियों को सख्त सजा दी जानी चाहिए।
 
                                                                        
                                                                             
                                                












