चार्ली किर्क की हत्या के बाद FBI निदेशक काश पटेल की विश्वसनीयता पर सवाल उठे। अमेरिकी संसद ने उन्हें पेश होने का आदेश दिया। पद से हटाए जाने की अटकलें हैं और उनके स्थान पर एंड्रयू बेली का नाम सामने आया है।
America: डोनाल्ड ट्रंप के करीबी और राजनीतिक सलाहकार चार्ली किर्क की हत्या अमेरिका और पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बन गई है। इस हत्याकांड को FBI की सबसे बड़ी विफलताओं में से एक माना जा रहा है। चार्ली किर्क की मौत ने न सिर्फ अमेरिका के सुरक्षा ढांचे पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि FBI निदेशक काश पटेल की भूमिका और निर्णयों पर भी गंभीर बहस छेड़ दी है।
काश पटेल को हटाने की अटकलें
चार्ली किर्क की हत्या के बाद से काश पटेल को FBI निदेशक पद से हटाने के कयास लगाए जा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार अमेरिकी संसद ने उन्हें इस मामले में पेश होने का आदेश दिया है। फॉक्स न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, काश की जगह एंड्रयू बेली को FBI निदेशक के रूप में नियुक्त किया जा सकता है। इस कदम के पीछे काश पर ट्रंप प्रशासन के करीबी सहयोगियों के भरोसे में कमी और जांच में मिली देरी को जिम्मेदार माना जा रहा है।
शूटर की पहचान
चार्ली किर्क की हत्या के कुछ घंटों बाद FBI ने दो संदिग्धों को हिरासत में लिया और पूछताछ शुरू की। इस दौरान काश पटेल ने जल्दबाजी में गलत जानकारी साझा की, जिसके बावजूद अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने काश और उनकी टीम की तारीफ की। हालांकि, बाद में पता चला कि हिरासत में लिए गए दोनों व्यक्ति निर्दोष थे। असली आरोपी, टेलर रॉबिन्सन, तक FBI को पहुँचने में लगभग दो दिन का समय लगा। इस देरी ने काश की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर दिए।
व्हाइट हाउस में घटता भरोसा
फॉक्स न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप प्रशासन के कई करीबी अब काश पटेल पर भरोसा नहीं करते। इसमें अटॉर्नी जनरल पाम बोंदी का नाम भी शामिल है। एप्सटीन फाइल और अन्य जांचों के दौरान उपनिदेशक डैन बोंगिनो के खिलाफ विवाद ने भी काश की मुश्किलें बढ़ाई हैं। व्हाइट हाउस में इन घटनाओं ने काश की स्थिति को और संवेदनशील बना दिया है।
पहले से चल रही जांचें
काश पटेल पहले से ही FBI के अंदर चल रही जांचों के घेरे में हैं। एप्सटीन फाइल की जांच में उनकी भूमिका पर सवाल उठाए गए हैं। FBI के तीन पूर्व एजेंटों ने भी काश के फैसलों पर आपत्ति जताई है। चार्ली किर्क की हत्या ने इन जांचों को और गंभीर रूप दिया है और उनकी पदस्थिरता पर प्रत्यक्ष दबाव बढ़ा दिया है।