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विदेश मंत्रालय ने ट्रंप के करीबी नवारो की टिप्पणी पर जताई नाराजगी, कहा संबंधों में आपसी सम्मान जरूरी

विदेश मंत्रालय ने ट्रंप के करीबी नवारो की टिप्पणी पर जताई नाराजगी, कहा संबंधों में आपसी सम्मान जरूरी

विदेश मंत्रालय ने व्हाइट हाउस के सलाहकार पीटर नवारो की भारत पर टिप्पणी को खारिज किया। भारत ने कहा कि संबंध आपसी सम्मान और साझा हितों पर आधारित होंगे और किसी जाति विशेष के आधार पर निर्णय नहीं लिया जाएगा।

New Delhi: विदेश मंत्रालय ने व्हाइट हाउस के व्यापार सलाहकार पीटर नवारो द्वारा की गई विवादित टिप्पणी को पूरी तरह खारिज कर दिया है। नवारो ने भारत में ब्राह्मण समुदाय पर आरोप लगाते हुए कहा था कि रूस से तेल खरीदने में सिर्फ ब्राह्मण मुनाफा कमा रहे हैं। भारत ने इसे अनुचित और गलत बताते हुए कहा कि अमेरिका के साथ संबंधों को हमेशा आपसी सम्मान और साझा हितों के आधार पर आगे बढ़ाया जाएगा।

नवारो ने क्या कहा था?

पीटर नवारो ने रूस से कच्चा तेल खरीदने को लेकर भारत की आलोचना की। उनका दावा था कि भारत यूरोपीय, अफ्रीकी और एशियाई बाजारों में रूसी तेल बेचकर भारी मुनाफा कमा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत में केवल ब्राह्मण ही इस कारोबार से लाभ उठा रहे हैं और इसे रोकना चाहिए।

नवारो की यह टिप्पणी ट्रंप की ओर से भारत पर लगाए गए 50 प्रतिशत टैरिफ के बाद आई है। उन्होंने भारत के आर्थिक कदमों को लेकर अपनी आपत्ति जताई और उसे आलोचना का विषय बनाया।

विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जयसवाल ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापक, वैश्विक रणनीतिक साझेदारी है। यह साझेदारी साझा हितों, लोकतांत्रिक मूल्यों और मजबूत जन-स्तरीय संबंधों पर आधारित है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच कई उतार-चढ़ाव और चुनौतियां रही हैं, लेकिन भारत अपने ठोस एजेंडा पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।

जयसवाल ने कहा कि भारत को उम्मीद है कि अमेरिका के साथ संबंध आपसी सम्मान और साझा हितों के आधार पर और मजबूत होंगे। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भारत किसी समुदाय विशेष के आधार पर निर्णय नहीं लेता और नवारो की टिप्पणी पूरी तरह अनुचित है।

भारत-अमेरिका संबंधों पर असर

भारत सरकार ने कहा कि वह अमेरिका के साथ अपने संबंधों में सामरिक और आर्थिक एजेंडा पर ध्यान दे रही है। मंत्रालय ने यह दोहराया कि दोनों देशों के बीच साझेदारी कई सालों से चली आ रही है और इसमें समय-समय पर मतभेद आए हैं।

विशेषज्ञों का कहना है कि नवारो जैसी व्यक्तिगत टिप्पणियां दोनों देशों के ठोस संबंधों पर ज्यादा असर नहीं डालेंगी, क्योंकि भारत हमेशा आपसी सम्मान और राष्ट्रीय हितों के आधार पर नीति बनाता है।

भारत की नीति स्पष्ट

भारत ने हमेशा कहा है कि उसके अंतरराष्ट्रीय संबंध साझा हितों, लोकतांत्रिक मूल्यों और मानवीय दृष्टिकोण पर आधारित होंगे। विदेश मंत्रालय ने जोर देकर कहा कि किसी समुदाय या जाति के आधार पर आरोप लगाना भारत की नीति नहीं है।

मंत्रालय ने कहा कि भारत ने हमेशा अमेरिका के साथ संबंधों को एक ठोस एजेंडा और साझा हितों पर आधारित रखा है। नवारो की टिप्पणियों को व्यक्तिगत और अस्वीकार्य बताया गया।

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