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YouTube Shorts में जल्द शामिल होगा Veo 3 AI मॉडल, अब मिलेगा बैकग्राउंड वीडियो और ऑडियो जनरेशन का पावरफुल सपोर्ट

YouTube Shorts में जल्द शामिल होगा Veo 3 AI मॉडल, अब मिलेगा बैकग्राउंड वीडियो और ऑडियो जनरेशन का पावरफुल सपोर्ट

YouTube इस गर्मी Veo 3 AI मॉडल से शॉर्ट्स में वीडियो और ऑडियो जनरेशन फीचर जोड़ने जा रहा है, जिससे क्रिएटर्स सिनेमैटिक वीडियो और रियलिस्टिक बैकग्राउंड साउंड बना सकेंगे। यह फीचर शॉर्ट वीडियो क्रिएशन में बड़ा बदलाव लाएगा।

YouTube Shorts: यह ऐलान YouTube के सीईओ नील मोहन ने Cannes Lions International Festival of Creativity 2025 के दौरान किया। इस कदम से वीडियो क्रिएटर्स को केवल विजुअल नहीं बल्कि ऑडियो के मामले में भी एक नया आयाम मिलने जा रहा है। खास बात यह है कि Veo 3 अब तक का सबसे एडवांस्ड जनरेटिव वीडियो मॉडल माना जा रहा है, जो रियल वर्ल्ड फिजिक्स, सटीक लिप सिंकिंग और हाई-क्वालिटी आउटपुट जैसी क्षमताओं के साथ आता है।

क्या है Veo 3 और क्यों है खास?

Veo 3 को पहली बार मई 2025 में Google I/O के दौरान पेश किया गया था। यह एक टेक्स्ट-टू-वीडियो जेनरेशन मॉडल है, जिसे Google DeepMind द्वारा तैयार किया गया है। इस मॉडल की खासियत है कि यह किसी टेक्स्ट प्रॉम्प्ट से सिनेमैटिक-लेवल वीडियो जेनरेट कर सकता है — वह भी बेहद रियलिस्टिक बैकग्राउंड, इमोशनल टोन और अब नेटिव ऑडियो सपोर्ट के साथ।

इसका मतलब है कि अब YouTube Shorts यूज़र्स न केवल शानदार बैकग्राउंड वीडियो बना सकेंगे, बल्कि उनमें प्राकृतिक ध्वनियां, संवाद और बैकग्राउंड नॉइज़ जैसे ऑडियो एलिमेंट्स भी जोड़ सकेंगे। इससे शॉर्ट्स की क्वालिटी केवल एस्थेटिक नहीं बल्कि संपूर्ण रूप से रिच हो जाएगी।

YouTube Shorts के लिए क्या बदलने वाला है?

YouTube पहले से ही अपने Dream Screen AI टूल के जरिए यूज़र्स को AI-बेस्ड बैकग्राउंड और वीडियो जेनरेशन की सुविधा दे रहा है। अब Veo 3 के आने से यह अनुभव और भी विस्तृत होगा।

अब शॉर्ट्स क्रिएटर्स:

  • टेक्स्ट से डायनामिक वीडियो और बैकग्राउंड बना सकेंगे।
  • अपने वीडियो में वातावरण के हिसाब से प्राकृतिक ध्वनियाँ जोड़ सकेंगे।
  • डायलॉग और नरेशन के साथ सटीक लिप सिंकिंग का लाभ ले सकेंगे।
  • फिल्मी स्टाइल ट्रांजिशन और मूवमेंट क्रिएट कर सकेंगे।

यानी अब कोई भी क्रिएटर, बिना प्रोफेशनल कैमरा और माइक के भी, प्रीमियम क्वालिटी के शॉर्ट्स बना सकेगा।

कब होगा लॉन्च?

नील मोहन ने कहा है कि यह सुविधा इस गर्मी में YouTube Shorts पर पेश की जाएगी। हालांकि कंपनी ने कोई निश्चित तारीख साझा नहीं की है, लेकिन संकेत दिए गए हैं कि यह शुरुआत में कुछ क्रिएटर्स या टेस्टर समूह को उपलब्ध कराई जाएगी। इसके बाद इसे चरणबद्ध तरीके से सभी यूज़र्स के लिए जारी किया जाएगा।

क्या कहता है YouTube का डेटा?

YouTube का कहना है कि उसने अपनी अन्य AI क्षमताओं से अब तक जबरदस्त परिणाम देखे हैं। उदाहरण के लिए, Auto Dubbing फीचर ने सिर्फ छह महीनों में 20 मिलियन से ज्यादा वीडियो की पहुंच को बढ़ा दिया है।

यह फीचर वीडियो को नौ भाषाओं में अनुवाद करता है और यूज़र्स को ग्लोबल ऑडियंस तक पहुंचने में मदद करता है। ऐसे में Veo 3 से भी कंपनी को बहुत उम्मीदें हैं, क्योंकि यह सिर्फ वीडियो नहीं, बल्कि पूरी रचनात्मक प्रक्रिया को क्रांतिकारी बना सकता है।

Canva ने भी अपनाया Veo 3

गौर करने वाली बात यह भी है कि YouTube ही नहीं, डिज़ाइन प्लेटफॉर्म Canva ने भी Veo 3 को अपने Create a Video Clip फीचर में इंटीग्रेट किया है। यह टूल यूज़र्स को टेक्स्ट से एक पूरी वीडियो क्लिप बनाने की सुविधा देता है — जिसमें सिनेमैटिक विज़ुअल्स और AI-जनरेटेड ऑडियो शामिल हैं।

हालांकि यह सुविधा फिलहाल केवल पेड यूज़र्स के लिए उपलब्ध है और इसकी सीमा एक महीने में 5 वीडियो क्लिप तक है, लेकिन यह दर्शाता है कि Veo 3 को लेकर क्रिएटिव इंडस्ट्री कितनी उत्साहित है।

क्या होगा इसका प्रभाव?

Veo 3 का YouTube Shorts में आना कुछ बड़े बदलाव लेकर आएगा:

1. नए क्रिएटर्स के लिए बड़ा अवसर

अब कोई भी क्रिएटर सिर्फ टेक्स्ट से ऐसे वीडियो बना सकता है जो पहले केवल स्टूडियो लेवल पर संभव थे।

2. AI जनरेशन में मानवीय टच

अब वीडियो में केवल विजुअल ही नहीं बल्कि इमोशनल बैकग्राउंड ऑडियो, संवाद और म्यूजिक भी जनरेट किए जा सकेंगे।

3. भारतीय क्रिएटर्स के लिए वरदान

भारत में जहां शॉर्ट फॉर्म वीडियो क्रिएशन तेजी से बढ़ रहा है, वहां Veo 3 एक गेम चेंजर साबित हो सकता है।

4. ब्रांड्स और मार्केटिंग को फायदा

अब ब्रांड्स अपने लिए AI-जनरेटेड वीडियो विज्ञापन तैयार कर सकेंगे, जिनमें भाषा, टोन और लुक उनके हिसाब से तैयार होगा।

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