भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व स्टार स्पिनर युजवेंद्र चहल आज अपना 35वां जन्मदिन मना रहे हैं। 23 जुलाई 1990 को हरियाणा के जींद में जन्मे चहल ने सीमित ओवरों के क्रिकेट में अपने प्रदर्शन से भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया।
स्पोर्ट्स न्यूज़: हरभजन सिंह के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से दूर होने के बाद भारत को नए स्पिन विकल्पों की तलाश थी। इस दौरान आर अश्विन ने खुद को एक प्रमुख ऑफ स्पिनर के रूप में स्थापित करना शुरू किया, जबकि रवींद्र जडेजा भी बाएं हाथ के स्पिनर और ऑलराउंडर के तौर पर टीम में स्थायी भूमिका निभा रहे थे। इन्हीं के बीच दाएं हाथ के एक और लेग स्पिनर ने अपनी चमत्कारिक गेंदबाजी से वनडे और टी20 फॉर्मेट में तेजी से पहचान बनाई—इस खिलाड़ी का नाम था युजवेंद्र चहल।
विराट कोहली की कप्तानी में चमका करियर
साल 2016 में युजवेंद्र चहल ने भारतीय टीम के लिए वनडे और टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया। उस समय भारत की स्पिन गेंदबाजी परंपरा एक बदलाव के दौर से गुजर रही थी। हरभजन सिंह इंटरनेशनल क्रिकेट से दूर हो चुके थे, और आर. अश्विन तथा रवींद्र जडेजा जैसे स्पिनर धीरे-धीरे टीम के स्थायी सदस्य बनते जा रहे थे।
लेकिन चहल ने इस बीच अपनी लेग स्पिन गेंदबाजी से सभी को चौंकाया। खासतौर पर कप्तान विराट कोहली को उन पर पूरा भरोसा था। कोहली ने चहल को लगातार मौके दिए और उन्होंने अपने प्रदर्शन से उस भरोसे को सही साबित किया। चहल ने सीमित ओवरों में भारत के लिए कई सीरीज जीत में अहम भूमिका निभाई।
रोहित शर्मा की कप्तानी में क्यों लगे ब्रेक?
जहां विराट कोहली की कप्तानी में चहल को नियमित मौके मिलते रहे, वहीं रोहित शर्मा के कप्तान बनने के बाद तस्वीर कुछ बदलती नज़र आई। चहल को टीम में शामिल तो किया जाता था, लेकिन उन्हें प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिलती थी। टी20 विश्व कप 2022 और 2024 में चहल टीम का हिस्सा थे, लेकिन दोनों ही टूर्नामेंट में उन्हें एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला। एशिया कप 2023 और वनडे विश्व कप 2023 की स्क्वाड में भी उनका नाम नहीं था। यही नहीं, चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में भी चहल को नजरअंदाज किया गया।
अंतर्राष्ट्रीय टी20 में चमका नाम, टेस्ट डेब्यू अब तक अधूरा
चहल का टेस्ट डेब्यू अब तक नहीं हो सका है, लेकिन वनडे और टी20 में उन्होंने भारत के लिए बेहतरीन रिकॉर्ड बनाए हैं।
- वनडे: 72 मैच, 121 विकेट
- टी20I: 80 मैच, 96 विकेट
एक समय चहल भारत के लिए टी20 इंटरनेशनल में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज थे। लेकिन लगातार मौके न मिलने के चलते अब यह रिकॉर्ड अर्शदीप सिंह (99 विकेट) के नाम है। विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर चहल को पर्याप्त मौके मिलते, तो वह टी20 क्रिकेट में भारत के पहले 150 विकेट वाले गेंदबाज बन सकते थे।
आईपीएल में कायम है दबदबा
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में भले ही चहल की वापसी अब अनिश्चित लगती हो, लेकिन इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में उनका प्रदर्शन लगातार शानदार रहा है।आईपीएल (2013-2025): 174 मैच, 221 विकेट, यह रिकॉर्ड उन्हें आईपीएल इतिहास का सबसे सफल गेंदबाज बनाता है। 2022 में रॉयल्स के लिए खेले गए एक मुकाबले में उनकी हैट्रिक ने क्रिकेट जगत को एक बार फिर उनके कौशल का दीवाना बना दिया था।
अगस्त 2023 में आखिरी बार भारत के लिए खेलने वाले युजवेंद्र चहल ने अभी तक संन्यास की घोषणा नहीं की है। हालांकि, टीम में उनकी वापसी को लेकर कोई गंभीर चर्चा नहीं हो रही है। चयनकर्ताओं की प्राथमिकता अब युवा गेंदबाजों की ओर झुकी दिख रही है।