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14 जुलाई को अंतरिक्ष से लौटेंगे शुभांशु शुक्ला? NASA ने की आधिकारिक पुष्टि

14 जुलाई को अंतरिक्ष से लौटेंगे शुभांशु शुक्ला? NASA ने की आधिकारिक पुष्टि

भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने 26/11 मुंबई आतंकी हमले (Mumbai Terror Attack) के एक अहम आरोपी तहव्वुर हुसैन राणा (Tahawwur Hussain Rana) के खिलाफ एक और पूरक आरोपपत्र (Supplementary Chargesheet) विशेष अदालत में दाखिल किया है।

Axiom-4 Mission: भारत के युवा अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला जल्द ही अपनी ऐतिहासिक अंतरिक्ष यात्रा पूरी कर पृथ्वी पर लौटने वाले हैं। NASA (National Aeronautics and Space Administration) ने यह जानकारी दी है कि Axiom-4 मिशन में शामिल सभी चार अंतरिक्ष यात्री 14 जुलाई 2025 को International Space Station (ISS) से सुरक्षित वापसी करेंगे।

शुभांशु शुक्ला, जो इस मिशन में पायलट (Pilot) की भूमिका निभा रहे हैं, भारत के पहले निजी तौर पर प्रशिक्षित अंतरिक्ष यात्रियों में से एक हैं। उनके साथ इस मिशन में अमेरिका, पोलैंड और हंगरी के अंतरिक्ष यात्री भी शामिल हैं। यह मिशन Axiom Space और NASA के सहयोग से अंतरिक्ष में वैज्ञानिक अनुसंधान और तकनीकी परीक्षणों को अंजाम देने के लिए लॉन्च किया गया था।

NASA ने क्या कहा?

NASA के Commercial Crew Program के मैनेजर Steve Stich ने गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए बताया कि Axiom-4 मिशन की गतिविधियों पर लगातार नजर रखी जा रही है। उन्होंने कहा: हम स्टेशन प्रोग्राम पर काम कर रहे हैं और Axiom-4 मिशन की प्रगति को बारीकी से मॉनिटर कर रहे हैं। मौजूदा योजना के अनुसार 14 जुलाई को स्पेसक्राफ्ट को ISS से अनडॉक (undock) किया जाएगा, जिसके बाद यह क्रू पृथ्वी पर वापसी करेगा।

अंतरिक्ष में वैज्ञानिक और 'किसान' बने शुभांशु शुक्ला

इस मिशन के दौरान शुभांशु शुक्ला ने न सिर्फ पायलट की भूमिका निभाई बल्कि उन्होंने स्पेस एग्रीकल्चर (Space Agriculture) में भी योगदान दिया। उन्होंने ISS में Petri Dish के माध्यम से मूंग और मेथी के बीज उगाने का प्रयोग किया। इस प्रयोग का उद्देश्य यह समझना था कि Microgravity Environment यानी सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण वाले वातावरण में बीजों का अंकुरण (Germination) और पौधों का प्रारंभिक विकास कैसे होता है। उन्होंने उगाए गए पौधों को ISS के फ्रीज़र में सुरक्षित रखा और उनके फोटो भी साझा किए। इन बीजों की आने वाली पीढ़ियों का अध्ययन कर Genetic Mutation, Nutrient Profile, और Microbial Ecosystem में संभावित बदलावों को समझा जाएगा।

Axiom-4 मिशन: वैश्विक सहयोग की मिसाल

Axiom-4 मिशन को 25 जून 2025 को Kennedy Space Center, Florida से लॉन्च किया गया था। करीब 28 घंटे की यात्रा के बाद 26 जून को Crew Dragon spacecraft ने सफलतापूर्वक ISS पर डॉक किया। मिशन में शामिल अंतरिक्ष यात्रियों की सूची इस प्रकार है:

  • शुभांशु शुक्ला (भारत) – पायलट
  • पेग्गी व्हिटसन (Peggy Whitson, अमेरिका) – कमांडर
  • स्लावोज उज़्नान्स्की-विस्नीव्स्की (Slawosz Uznanski-Wisniewski, पोलैंड) – मिशन विशेषज्ञ
  • टिबोर कापू (Tibor Kapu, हंगरी) – मिशन विशेषज्ञ
  • पेग्गी व्हिटसन NASA की अनुभवी अंतरिक्ष यात्री हैं और उन्होंने कमांडर की भूमिका निभाई।

शुभांशु शुक्ला की यह यात्रा भारत के लिए वैज्ञानिक उपलब्धियों की दिशा में एक नया अध्याय है। जहां एक ओर ISRO मानव अंतरिक्ष मिशन गगनयान की तैयारी में जुटा है, वहीं भारत के नागरिकों की ऐसी अंतरराष्ट्रीय साझेदारियों में सक्रिय भागीदारी यह संकेत देती है कि भारत अब वैश्विक Space Leadership की ओर बढ़ रहा है।

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