बाड़मेर में ट्रेलर से टकराने के बाद स्कॉर्पियो में आग लगने से चार दोस्तों की मौत हो गई। एक अन्य गंभीर रूप से झुलसा है। हादसा सिणधरी थाना इलाके में घर से सिर्फ 30 किलोमीटर दूर हुआ।
बाड़मेर: राजस्थान के बाड़मेर जिले में गुरुवार देर रात करीब 2:30 बजे एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ। सिणधरी थाना इलाके में एक ट्रेलर ने स्कॉर्पियो को टक्कर मार दी, जिससे वाहन में अचानक आग लग गई। आग इतनी जबरदस्त थी कि चार दोस्तों की मौके पर ही जलकर मौत हो गई, जबकि एक अन्य दोस्त गंभीर रूप से झुलस गया। हादसा उन युवकों के लिए जानलेवा साबित हुआ, जो किसी काम से लौट रहे थे। वे घर से महज 30 किलोमीटर की दूरी पर थे, तभी यह दर्दनाक दुर्घटना हुई। मृतकों की उम्र 22 से 30 साल के बीच बताई जा रही है। इस हादसे ने स्थानीय लोगों और प्रशासन को झकझोर कर रख दिया है।
हादसे में मृतकों की पहचान
इस हादसे में जान गंवाने वालों की पहचान हो चुकी है। मृतकों में मोहन सिंह, शंभू सिंह, पंचाराम देवासी और प्रकाश शामिल हैं। गंभीर रूप से घायल युवक की हालत नाजुक बनी हुई है और उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया।
स्थानीय पुलिस और प्रशासन ने मौके पर पहुँचकर जांच शुरू कर दी है। पोस्टमार्टम बाड़मेर जिला अस्पताल में कराया जाएगा, और शवों को मोर्चरी में सुरक्षित रखा गया है। इस हादसे ने युवा जीवन की नाजुकता और सड़क सुरक्षा के महत्व को एक बार फिर उजागर किया है।
मेगा हाईवे पर ट्रैफिक बंद
हादसे के बाद मेगा हाईवे को लंबे समय तक बंद कर दिया गया। फायर ब्रिगेड की टीम ने ट्रेलर और स्कॉर्पियो में लगी आग पर काबू पाया। मौके पर मौजूद लोगों के अनुसार, आग इतनी भीषण थी कि कोई भी खुद को बचा नहीं सका।
घंटों की मशक्कत के बाद आग बुझाई गई और दोनों वाहनों को सड़क किनारे हटा कर ट्रैफिक को फिर से चालू किया गया। इस हादसे ने हाईवे सुरक्षा की अनदेखी और रात में वाहन चलाने के जोखिम को उजागर किया है।
राजस्थान में सड़क सुरक्षा पर सवाल
प्रारंभिक रिपोर्ट में बताया गया है कि स्कॉर्पियो में चलते समय अचानक आग लगी, जिससे ड्राइवर और यात्रियों के लिए निकलना नामुमकिन हो गया। विशेषज्ञों का कहना है कि बड़े वाहन और निजी गाड़ियों के बीच पर्याप्त दूरी बनाए रखना जरूरी है।
सड़क सुरक्षा के उपायों जैसे वाहन की नियमित जांच, गति सीमा का पालन और रात में अतिरिक्त सावधानी बरतना हादसों को काफी हद तक रोक सकता है। यह हादसा सड़क सुरक्षा नियमों और जागरूकता की कमी की ओर इशारा करता है।