मॉनसून की वापसी के साथ ही उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और दिल्ली एनसीआर में उमस भरी गर्मी ने लोगों को परेशान कर दिया है। भारत मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के प्रभाव से 2 से 5 अक्टूबर के दौरान पूर्वी भारत में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है।
Weather Update: मॉनसून की वापसी के साथ ही भारत के कई हिस्सों में मौसम ने करवट लेना शुरू कर दी है। 2 से 7 अक्टूबर 2025 के बीच पूर्वी और उत्तर-पश्चिम भारत में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने तमाम राज्यों के लिए अलर्ट जारी कर दिया है, ताकि नागरिक और प्रशासनिक निकाय आवश्यक तैयारियां कर सकें।
बंगाल की खाड़ी का नया सिस्टम
भारत मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का निर्माण हो रहा है। इसके प्रभाव से 2 से 5 अक्टूबर के दौरान पूर्वी भारत में भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना है। ओडिशा, झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में 2 अक्टूबर को अत्यधिक भारी बारिश हो सकती है।
इस सिस्टम के चलते नदियों में जल स्तर बढ़ने और बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होने का खतरा भी बढ़ गया है। लोगों को जलभराव और यातायात प्रभावित होने की संभावना को ध्यान में रखते हुए सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
पश्चिमी विक्षोभ से उत्तर-पश्चिम भारत प्रभावित
5 से 7 अक्टूबर के दौरान एक नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तर-पश्चिम भारत को प्रभावित करेगा। इसका अधिकतम प्रभाव 6 अक्टूबर को देखा जा सकता है। IMD ने चेताया है कि उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और ओलावृष्टि हो सकती है। पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन का खतरा भी मंडरा रहा है। उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश में 3 से 5 अक्टूबर तक बारिश का पीक रहेगा। इसके चलते इन राज्यों में भी जलभराव, ट्रैफिक अवरोध और बिजली के संपर्क में आने से दुर्घटनाओं की आशंका है।
दिल्ली-एनसीआर में पिछले कुछ दिनों से उमस भरी गर्मी और हाई ह्यूमिडिटी ने लोगों को परेशान किया। हालांकि 30 सितंबर की बारिश ने मौसम में कुछ राहत दी। IMD के अनुसार, 2 अक्टूबर को राज्य में बादल छाए रहेंगे और हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। 3 अक्टूबर को भी बादल छाए रहने की संभावना है।
उत्तर प्रदेश और बिहार में मौसम
उत्तर प्रदेश में मंगलवार से मौसम ने अचानक करवट ली है। राजधानी लखनऊ और अन्य जिलों में झमाझम बारिश हुई। 2 से 5 अक्टूबर के बीच राज्य में भारी बारिश की संभावना बनी हुई है। IMD ने तेज हवाओं (30-40 किमी/घंटा) के लिए चेतावनी भी जारी की है। बारिश के कारण कई इलाकों में जलभराव, सड़क अवरुद्ध और यातायात प्रभावित हो सकता है। प्रशासन ने नागरिकों से सावधानी बरतने की अपील की है।
बिहार में कुछ जिलों में हल्की बूंदाबांदी हुई है, लेकिन गर्मी से राहत नहीं मिली। मौसम विभाग ने कहा है कि 3 से 5 अक्टूबर तक भारी बारिश होने की संभावना है। बारिश के चलते सड़क यातायात और स्थानीय जल निकासी प्रभावित हो सकती है। उत्तराखंड में पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से 5 से 7 अक्टूबर के बीच भारी बारिश और ओलावृष्टि की चेतावनी है। पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है। प्रशासन ने स्थानीय लोगों और पर्यटकों से पहाड़ी रास्तों और नदी किनारों से दूरी बनाए रखने की सलाह दी है।