करूर में विजय की रैली के दौरान भगदड़ से 41 लोगों की मौत हुई। हादसे के बाद TVK प्रमुख विजय ने गहरा शोक जताया और 2 हफ्तों तक सभी राजनीतिक रैलियां स्थगित करने का ऐलान किया। वे पीड़ित परिवारों से जल्द मिलेंगे।
Karur Stampede: तमिलनाडु के करूर में एक राजनीतिक रैली के दौरान मची भगदड़ में 41 लोगों की मौत ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया है। इस घटना के बाद तमिलगा वेत्री कझगम (TVK) प्रमुख और अभिनेता विजय ने अगले दो हफ्तों तक अपनी सभी रैलियों को स्थगित करने का फैसला किया है। विजय ने इस दर्दनाक हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया और पीड़ित परिवारों से जल्द मिलने का संकल्प लिया।
करूर रैली में क्यों मची भगदड़
यह हादसा 27 सितंबर को करूर में विजय की राजनीतिक रैली के दौरान हुआ। भारी भीड़ के बीच भगदड़ मच गई जिसमें महिलाओं और बच्चों समेत 41 लोगों की जान चली गई। यह घटना न सिर्फ़ विजय की पार्टी बल्कि तमिलनाडु की राजनीति के लिए भी बड़ा सवाल खड़ा करती है कि क्या बड़े राजनीतिक आयोजनों में भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा इंतज़ाम पर्याप्त हैं।
विजय ने रैलियां क्यों टालीं
टीवीके की ओर से जारी बयान में कहा गया कि इस त्रासदी की स्थिति में, जब लोग अपनों को खोने के गम में डूबे हैं, पार्टी ने अपने नेता के सभी जनसभा कार्यक्रम अगले 14 दिनों के लिए अस्थायी रूप से स्थगित कर दिए हैं। पार्टी ने साफ किया कि नए कार्यक्रमों की जानकारी बाद में दी जाएगी।
विजय ने खुद इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्होंने अपने जीवन में इतनी दर्दनाक स्थिति कभी नहीं देखी। उन्होंने कहा, “लोग इस अभियान में मुझसे मिलने सिर्फ़ प्यार और स्नेह के कारण आते हैं। लेकिन इस हादसे ने मुझे गहराई से दुखी कर दिया है। मेरा दिल बहुत भारी है और मैं जल्द ही पीड़ितों से मिलने जाऊँगा।”
पार्टी पदाधिकारियों की गिरफ्तारी पर विजय की अपील
इस हादसे के बाद पुलिस ने पार्टी के करूर पश्चिम ज़िला सचिव मथियाझागन और करूर नगर पदाधिकारी एमसी पौन राज को गिरफ़्तार कर लिया। दोनों को 14 अक्टूबर तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। इस पर विजय ने मुख्यमंत्री एमके स्टालिन से अपील की है कि उनकी पार्टी के पदाधिकारियों को नुकसान न पहुँचाया जाए।
विजय ने कहा, “मुख्यमंत्री महोदय, मैं आपसे अनुरोध करता हूँ कि कृपया मेरे कार्यकर्ताओं को नुकसान न पहुँचाएँ। यदि किसी पर कार्रवाई करनी है तो वह मुझ पर की जाए। मैं अपने घर या कार्यालय में उपलब्ध रहूँगा। लेकिन मेरे पदाधिकारियों को निशाना न बनाया जाए।”
घटना के बाद विजय क्यों चले गए करूर से
विजय ने बताया कि हादसे के तुरंत बाद उन्होंने करूर से निकलने का फैसला किया क्योंकि उन्हें डर था कि उनकी मौजूदगी से स्थिति और बिगड़ सकती है। उन्होंने कहा कि उनका इरादा था कि लोगों की सुरक्षा में कोई बाधा न आए। साथ ही उन्होंने उन सभी परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है।