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चंबा सिविल अस्पताल विवाद: महिला ने डॉक्टर पर बदसलूकी का लगाया आरोप, रोते हुए सुनाई आपबीती

चंबा सिविल अस्पताल विवाद: महिला ने डॉक्टर पर बदसलूकी का लगाया आरोप, रोते हुए सुनाई आपबीती

हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में एक महिला ने सिविल अस्पताल के डॉक्टर पर बदसलूकी के गंभीर आरोप लगाए हैं। महिला का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें उसने डॉक्टर पर अभद्र भाषा इस्तेमाल करने का आरोप लगाया।

Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले से एक शर्मनाक मामला सामने आया है, जिसने स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। तीसा सिविल अस्पताल के एक युवा डॉक्टर पर महिला ने अभद्रता का आरोप लगाया है। महिला का कहना है कि डॉक्टर ने उसकी ढाई साल की बच्ची के इलाज के दौरान गलत भाषा का इस्तेमाल किया। पीड़िता का रोते हुए बनाया गया वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

महिला ने वीडियो में सुनाई आपबीती

हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले के तीसा क्षेत्र से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें बबली नाम की महिला ने सिविल अस्पताल के डॉक्टर कुलभूषण पर गंभीर आरोप लगाए हैं। महिला ने सोशल मीडिया पर एक भावनात्मक वीडियो जारी कर बताया कि उसकी ढाई साल की बच्ची को प्राइवेट पार्ट में जलन की शिकायत थी, जिसके इलाज के लिए वह अस्पताल पहुंची थी।

महिला के अनुसार, उस समय डॉक्टर अस्पताल में मौजूद नहीं थे। उन्होंने फोन पर नर्स को दवा लिखवा दी, लेकिन महिला ने बिना जांच के दवा लेने से इंकार कर दिया। इसके बाद, महिला का दावा है कि डॉक्टर ने नर्स से कहा—“मैं उंगली डालकर थोड़ी चेक करूंगा।” इस कथन से महिला बेहद आहत हुई और उसने वीडियो में रोते हुए अपनी आपबीती साझा की।

“ऐसे शब्द डॉक्टर के मुंह से शोभा नहीं देते” – महिला का बयान

वीडियो में महिला ने कहा कि एक छोटे बच्चे के लिए ऐसी भाषा का इस्तेमाल किसी भी तरह से उचित नहीं है। उसने सवाल उठाया कि एक डॉक्टर, जिसे पेशे की गरिमा का ध्यान रखना चाहिए, वह इस तरह की बात कैसे कर सकता है।

महिला ने प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि यह सिर्फ उसके परिवार की नहीं, बल्कि हर माता-पिता की चिंता का विषय है। उसने कहा कि यदि ऐसे मामलों पर सख्त कदम नहीं उठाए गए, तो आम लोगों का सरकारी अस्पतालों से भरोसा उठ जाएगा।

डॉक्टर का पक्ष: “बात को गलत अर्थ में लिया गया”

महिला के आरोपों के बाद डॉक्टर कुलभूषण ने भी एक वीडियो जारी किया और अपनी सफाई दी। उन्होंने कहा कि जिस दिन की घटना की बात की जा रही है, उस दिन उन्होंने केवल मेडिकल प्रक्रिया के बारे में स्टाफ को समझाया था। उनके अनुसार, “उंगली डालकर चेक करने” वाली बात एक मेडिकल टर्म के रूप में कही गई थी, लेकिन महिला ने उसका गलत अर्थ निकाल लिया।

डॉक्टर ने कहा कि उन्होंने कभी किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का इरादा नहीं रखा। उनका कहना है कि यह मामला पूरी तरह से गलतफहमी का परिणाम है, और इसे सोशल मीडिया पर वायरल करना अनुचित कदम था।

“अगर किसी को ठेस पहुंची है, तो माफी चाहता हूं” – डॉक्टर कुलभूषण

वीडियो में डॉक्टर ने यह भी कहा कि उनका किसी को आहत करने का इरादा नहीं था और यदि उनकी बातों से किसी को ठेस पहुंची है तो वे माफी मांगते हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि उनकी टिप्पणी केवल चिकित्सकीय प्रक्रिया समझाने के संदर्भ में थी।

डॉक्टर ने यह भी जोड़ा कि सोशल मीडिया पर बिना जांच के वीडियो वायरल होने से उनकी छवि को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने लोगों से अपील की कि इस मामले को तथ्यों के आधार पर देखा जाए, न कि भावनाओं में बहकर निर्णय लिया जाए।

मामले की जांच के लिए बनी तीन सदस्यीय कमेटी

इस विवाद के बाद चंबा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) विपिन कुमार ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित की गई है। समिति को निर्धारित समय में अपनी रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए हैं।

CMO ने कहा कि समिति सभी पक्षों के बयान रिकॉर्ड करेगी और साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन का कहना है कि यदि डॉक्टर दोषी पाए जाते हैं, तो उनके खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

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