गिलोय के पत्तों का रस ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने, इम्यूनिटी बढ़ाने और बॉडी को डिटॉक्स करने में फायदेमंद है। इसमें आयरन, कैल्शियम, जिंक और प्रोटीन जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। बेहतर परिणाम के लिए इसे सुबह खाली पेट पीना चाहिए। इसका रस घर पर आसानी से पत्तों को पीसकर और निचोड़कर तैयार किया जा सकता है।
Blood Sugar Level Control: डायबिटीज पेशेंट्स और सेहत के प्रति जागरूक लोगों के लिए गिलोय के पत्तों का रस फायदेमंद साबित हो सकता है। आयुर्वेद के अनुसार यह ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करने, इम्यूनिटी बढ़ाने और शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करता है। गिलोय के पत्तों को पानी से धोकर पीसें और रस निचोड़कर सुबह खाली पेट सेवन करने से स्वास्थ्य पर सकारात्मक असर दिखाई देता है।
डायबिटीज पेशेंट्स के लिए फायदेमंद
गिलोय के पत्तों में ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। गिलोय के पत्तों का रस पीने से शरीर की शुगर संतुलित रहती है और इससे डायबिटीज के मरीजों को काफी राहत मिल सकती है। हालांकि इसका स्वाद थोड़ा कसैला हो सकता है, लेकिन इसके औषधीय गुण इसे खास बनाते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि खाली पेट सुबह गिलोय के पत्तों का रस पीना सबसे अच्छा तरीका है। इससे शरीर को ज्यादा फायदा मिलता है और ब्लड शुगर पर नियंत्रण बनाए रखना आसान हो जाता है।
गिलोय के पत्तों का रस से मिलने वाले फायदे
गिलोय के पत्तों का रस सिर्फ ब्लड शुगर को नियंत्रित नहीं करता। यह शरीर की अन्य स्वास्थ्य समस्याओं पर भी पॉजिटिव असर डालता है। गट हेल्थ यानी पेट की सेहत सुधारने में यह मददगार है। इसके अलावा इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए भी गिलोय के पत्तों का रस फायदेमंद है। शरीर से हानिकारक तत्वों को बाहर निकालने यानी डिटॉक्सिफिकेशन के लिए भी यह उपयोगी है। यह सुनिश्चित करता है कि शरीर के अंदर के विषैले तत्व बाहर निकलें और अंग सही तरह से काम करें।
गिलोय के पत्तों का रस निकालने का तरीका
गिलोय के पत्तों का रस निकालना बेहद आसान है। सबसे पहले ताजे पत्तों को पानी से अच्छी तरह धो लें। इसके बाद पत्तों को थोड़े पानी के साथ मिक्सी में पीस लें। जब पत्तों का पेस्ट तैयार हो जाए, तो इसे किसी साफ कपड़े या छलनी में डालकर रस को निचोड़ लें। रस को कांच के गिलास या किसी कप में निकालकर पी सकते हैं। इसे नियमित रूप से रोज सुबह पीने से सेहत में सुधार महसूस किया जा सकता है।
गिलोय के पत्तों का सेवन और सावधानियां
गिलोय के पत्तों का रस औषधीय गुणों से भरपूर है, लेकिन इसका असर तभी बेहतर होगा जब इसे सही मात्रा में और सही तरीके से लिया जाए। ज्यादा मात्रा में सेवन करने से पेट में परेशानी या अन्य दिक्कतें हो सकती हैं। इसलिए हमेशा एक निश्चित मात्रा में ही इसका रस लेना चाहिए।
आयुर्वेदिक गुण और पोषण
गिलोय के पत्तों में एंटीऑक्सीडेंट, आयरन, कैल्शियम, जिंक और प्रोटीन जैसी तत्व अच्छी खासी मात्रा में पाए जाते हैं। ये तत्व शरीर के कई अंगों के लिए फायदेमंद हैं। एंटीऑक्सीडेंट गुण शरीर से फ्री रेडिकल्स को हटाने में मदद करते हैं, जिससे उम्र बढ़ने की प्रक्रिया धीमी होती है। आयरन ब्लड हेल्थ के लिए उपयोगी है, कैल्शियम हड्डियों को मजबूत बनाता है और जिंक तथा प्रोटीन मांसपेशियों और इम्यूनिटी के लिए लाभकारी हैं।