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दिल्ली की हवा दिवाली के बाद भी स्थिर, रेखा गुप्ता ने पराली जलाने पर पंजाब को दी चेतावनी

दिल्ली की हवा दिवाली के बाद भी स्थिर, रेखा गुप्ता ने पराली जलाने पर पंजाब को दी चेतावनी

दिल्ली में दिवाली के बावजूद AQI नियंत्रित रहा। पीएम 2.5 का स्तर उच्चतम होने के बावजूद सरकार ने नियंत्रण बनाए रखा। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने पराली जलाने पर पंजाब सरकार को चेतावनी दी और प्रदूषण कम करने का दावा किया।

नई दिल्ली: दिल्ली में दिवाली के मौके पर पटाखों के जलने के बावजूद प्रदूषण (pollution) पर नियंत्रण होने का दावा मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने किया है। उन्होंने कहा कि इस बार दिवाली की रात शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (Air Quality Index – AQI) पिछले साल की तुलना में कम रहा। मुख्यमंत्री का यह बयान उस समय आया है जब निगरानी केंद्रों ने बताया कि दिवाली के दिन दिल्ली का प्रदूषण चार वर्षों के उच्चतम स्तर पर पहुँच गया था।

निगरानी केंद्रों की रिपोर्ट

निगरानी केंद्रों की रिपोर्ट के अनुसार, दिवाली की रात पीएम 2.5 (PM 2.5) की सांद्रता 675 माइक्रोग्राम/घन मीटर तक पहुँच गई थी। यह पिछले चार वर्षों में सबसे अधिक दर्ज किया गया स्तर है। हालांकि, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि दिवाली से पहले और बाद के औसत AQI में अंतर पिछले साल की तुलना में कम था। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली सरकार प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए हर संभव कदम उठा रही है और अधिक सतर्कता बरत रही है।

पराली जलाने पर पंजाब सरकार को चेतावनी

मुख्यमंत्री ने कहा कि वे पंजाब के एक मंत्री से मुलाकात करेंगी और राज्य सरकार को पराली जलाने (stubble burning) के संबंध में दिल्ली की चिंताओं से अवगत कराएंगी। पराली जलाना सर्दियों में राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण है और इस पर रोक लगाने के लिए दिल्ली लगातार पंजाब सरकार से सहयोग की मांग करती रही है।

वायु प्रदूषण के पीछे बढ़ता कारण

दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने बताया कि दिवाली से पहले राजधानी का AQI 341 था और दिवाली के बाद यह केवल 11 बिंदु बढ़कर 356 हुआ। उन्होंने कहा कि प्रदूषण के लिए पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार जिम्मेदार है, क्योंकि राज्य में किसानों को बड़ी मात्रा में पराली जलाने के लिए मजबूर किया गया। दिवाली की रात सुप्रीम कोर्ट द्वारा निर्धारित समय सीमा से अधिक पटाखे फोड़ने के कारण दिल्ली की हवा और भी ज्यादा खराब श्रेणी में पहुँच गई।

प्रदूषण का स्तर

वायु में भारी धातुओं और अन्य प्रदूषकों के बढ़ने से शहर का औसत प्रति घंटा PM2.5 का स्तर आधी रात को 675 माइक्रोग्राम/घन मीटर तक पहुँच गया। यह 2021 के दिवाली के बाद दर्ज 728 माइक्रोग्राम से कम था, लेकिन 2022 और 2023 की तुलना में अधिक था। सुबह 6 बजे के बाद हवा की गति और तापमान में वृद्धि ने दिन के दौरान प्रदूषण को और बढ़ने से रोका। दिवाली के दिन दिल्ली का 24 घंटे का औसत AQI शाम 4 बजे 'बहुत खराब' श्रेणी में 345 दर्ज किया गया, जो 2021 के 382 के बाद से उच्चतम है। मंगलवार को यह मामूली रूप से बढ़कर 351 हो गया।

रेखा गुप्ता ने कहा कि उनकी सरकार ने दिवाली पर पटाखों की अनुमति देने के बावजूद प्रदूषण पर नियंत्रण बनाए रखा। उन्होंने स्पष्ट किया कि दिल्ली सरकार प्रदूषण के स्रोतों पर लगातार निगरानी रख रही है और आवश्यकता पड़ने पर तुरंत कदम उठाती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार के साथ मिलकर पराली जलाने की समस्या का स्थायी समाधान ढूंढा जाएगा।

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