दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) राजधानीवासियों के लिए एक नई और खास हाउसिंग स्कीम लेकर आने वाला है। इस स्कीम के तहत कुल 177 फ्लैट्स और 67 स्कूटर या कार गैरेज की बिक्री ई-नीलामी के जरिए की जाएगी। यह निर्णय उपराज्यपाल वीके सक्सेना की अध्यक्षता में हाल ही में हुई डीडीए की बैठक में लिया गया है।
DDA की यह स्कीम तीन श्रेणियों के लिए होगी – हाई इनकम ग्रुप (HIG), मिडिल इनकम ग्रुप (MIG) और लोअर इनकम ग्रुप (LIG)। फ्लैट्स राजधानी के प्रीमियम इलाकों जैसे वसंत कुंज, द्वारका, रोहिणी, पीतमपुरा, जसोला और अशोक पहाड़ी में उपलब्ध कराए जाएंगे।
दिल्ली के बेहतरीन इलाकों में मिलेगा घर
इस स्कीम में शामिल इलाकों में वसंत कुंज और जसोला जैसे पॉश क्षेत्र शामिल हैं, जहां पर आमतौर पर फ्लैट्स की कीमतें बहुत ज्यादा होती हैं। वहीं द्वारका, रोहिणी और पीतमपुरा जैसे रिहायशी क्षेत्रों में मध्यम और उच्च मध्यम वर्ग के लिए उपयुक्त मकान उपलब्ध कराए जाएंगे।
ई-नीलामी के जरिए यह फ्लैट्स जिस कीमत पर मिलेंगे, वह मार्केट रेट से कम हो सकती है, जिससे लोगों को राजधानी में अपने घर का सपना पूरा करने का एक बेहतरीन अवसर मिलेगा।
गैरेज और पार्किंग स्पेस की भी सुविधा
इस स्कीम की एक और खास बात यह है कि इसमें 67 कार या स्कूटर गैरेज भी शामिल किए गए हैं। आमतौर पर दिल्ली में पार्किंग एक बड़ी समस्या है, ऐसे में गैरेज की सुविधा फ्लैट के साथ मिलना इस योजना को और आकर्षक बना रहा है।
कमर्शियल प्रॉपर्टी के नियमों में बदलाव
बैठक में केवल हाउसिंग स्कीम ही नहीं, बल्कि दिल्ली में व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने के लिए दो बड़े निर्णय भी लिए गए।
पहला बदलाव कमर्शियल प्रॉपर्टीज के 'amalgamation charges' में किया गया है। अब तक इन चार्जेज को सर्किल रेट के 10 प्रतिशत के आधार पर लिया जाता था, जिसे घटाकर 1 प्रतिशत कर दिया गया है।
दूसरा बड़ा बदलाव मल्टिप्लिकेशन फैक्टर में किया गया है। अब कमर्शियल प्रॉपर्टी की नीलामी सर्कल रेट के 2 गुना के बजाय 1.5 गुना पर की जाएगी। यह निर्णय प्रधानमंत्री की 'ईज़ ऑफ डूइंग बिजनेस' पहल के अनुरूप लिया गया है।
जनवरी 2025 से खाली किए गए फ्लैटों के बदले किराया सहायता दी जाएगी
- HIG फ्लैट मालिकों को 50 हजार रुपये प्रति माह
- MIG फ्लैट मालिकों को 38 हजार रुपये प्रति माह
यह मदद उन लोगों के लिए होगी जो निर्माण के दौरान अपने घर खाली करेंगे।
इन क्षेत्रों में बदलाव किए गए हैं
- सेक्टर G-7 और G-8 में एजुकेशनल संस्थानों को मंजूरी
- सेक्टर G-3 और G-4 में खेल परिसर और स्टेडियम की योजना
इसके अलावा नरेला में जो फ्लैट्स अब तक नहीं बिक पाए हैं, उन्हें अब सरकारी विभागों और यूनिवर्सिटीज को रियायती दरों पर दिया जाएगा। इससे क्षेत्र में जनसंख्या घनत्व और उपयोगिता दोनों को संतुलन मिलेगा।
दिल्ली के इन्फ्रास्ट्रक्चर को नई दिशा
DDA की यह नई पहल दिल्ली के हाउसिंग सेक्टर, व्यापारिक गतिविधियों और इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट को नई दिशा दे रही है। एक तरफ जहां किफायती और प्रीमियम हाउसिंग को बढ़ावा दिया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ कमर्शियल निवेश को आकर्षित करने की रणनीति भी अपनाई जा रही है।
शहर के विकास में शिक्षा और खेल की भूमिका को समझते हुए नरेला जैसे क्षेत्रों में विशेष इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जा रहा है, जो भविष्य में दिल्ली के शहरी विकास मॉडल को मजबूती देगा।
नीलामी प्रक्रिया और आवेदन की जानकारी जल्द
DDA की यह ई-नीलामी प्रक्रिया ऑनलाइन पोर्टल के जरिए आयोजित की जाएगी। आवेदकों को जल्द ही आवेदन, पात्रता और रजिस्ट्रेशन से जुड़ी जानकारी DDA की आधिकारिक वेबसाइट पर मिलेगी।
इस स्कीम को लेकर लोगों में काफी उत्सुकता है, खासकर उन लोगों में जो दिल्ली में एक सुरक्षित और सुगम जीवन के लिए अपना घर तलाश रहे हैं।
फ्लैट्स की श्रेणियों में क्या होगा खास
HIG फ्लैट्स बड़े परिवारों के लिए डिजाइन किए गए होंगे, इनमें आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी
MIG फ्लैट्स मध्यम वर्ग के लिए किफायती कीमतों में संतुलित डिजाइन
LIG फ्लैट्स कम आय वर्ग के लिए सस्ती और कॉम्पैक्ट हाउसिंग विकल्प
हर फ्लैट के साथ बुनियादी सुविधाएं जैसे लिफ्ट, बिजली, पानी और सुरक्षा की व्यवस्था की जाएगी।