दिल्ली रोहिणी में पुलिस और बिहार पुलिस के जॉइंट ऑपरेशन में कुख्यात ‘सिग्मा एंड कंपनी’ गैंग के सरगना रंजन पाठक समेत चार बदमाश मारे गए। चुनावी हिंसा की साजिश को नाकाम किया गया।
नई दिल्ली: दिल्ली के रोहिणी इलाके में बुधवार आधी रात को पुलिस क्राइम ब्रांच और बिहार पुलिस के जॉइंट ऑपरेशन के दौरान कुख्यात 'सिग्मा एंड कंपनी' गैंग से मुठभेड़ हुई। गोलीबारी में गैंग का सरगना रंजन पाठक और उसके तीन सहयोगी गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तुरंत डॉ. बी.आर. अंबेडकर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने चारों को मृत घोषित कर दिया।
पुलिस ने बताया कि यह गैंग बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में दहशत फैलाने की फिराक में था, लेकिन दोनों राज्यों की पुलिस ने साझा इंटेलिजेंस इनपुट्स के आधार पर इसे कामयाब नहीं होने दिया।
गैंग के सरगना रंजन पाठक की कुख्याति
रंजन पाठक (25 वर्ष) गैंग का प्रमुख था और सीतामढ़ी (बिहार) का निवासी था। इसके अलावा गैंग में शामिल थे बिमलेश महतो उर्फ बिमलेश साहनी, मनीष पाठक और दिल्ली के करावल नगर निवासी अमन ठाकुर।
गैंग ने पिछले कुछ सालों में ब्राह्मश्री सेना प्रमुख गणेश शर्मा, मदन शर्मा और आदित्य सिंह जैसे हाई-प्रोफाइल मर्डर किए थे और सोशल मीडिया तथा ऑडियो मैसेज के जरिए पुलिस को खुले तौर पर चुनौती दी थी। सरगना रंजन पाठक ने पहले भी सीतामढ़ी में एक चर्चित हत्या के बाद मीडिया को अपना बायोडाटा भेजा था, जिससे उसकी नापाक योजना और कुख्याति उजागर हुई।
चुनाव से पहले दहशत फैलाने की साजिश
पुलिस के मुताबिक, यह गैंग नेपाल बॉर्डर से दिल्ली तक फैला हुआ था और बिहार में कई आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे चुका था। हाल ही में पुलिस को गैंग का एक ऑडियो कॉल मिला था, जिसमें चुनाव से पहले राज्य में दहशत फैलाने की योजना का खुलासा हुआ।
दिल्ली पुलिस और बिहार पुलिस लंबे समय से इस गैंग की तलाश में थी। दोनों राज्यों की पुलिस ने साझा इंटेलिजेंस इनपुट्स के आधार पर जॉइंट ऑपरेशन करके गैंग की योजना को नाकाम कर दिया।
मुठभेड़ के दौरान घटनाक्रम
दिल्ली पुलिस डीसीपी (क्राइम ब्रांच) ने बताया कि बहादुरशाह मार्ग के डॉ. अंबेडकर चौक से पंसाली चौकट के बीच बदमाश भागने की कोशिश में फायरिंग करने लगे। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की, जिसमें चारों बदमाश मारे गए।
पुलिस ने इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी है और घटनास्थल की जांच शुरू कर दी है। सभी शवों का पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है। पुलिस का कहना है कि आगे भी ऐसे आपराधिक तत्वों पर सतत नजर रखी जाएगी।