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यूपी में दीपावली से पहले हर जिले में होगा ‘स्वदेशी मेला’, सीएम योगी ने दी मंजूरी

यूपी में दीपावली से पहले हर जिले में होगा ‘स्वदेशी मेला’, सीएम योगी ने दी मंजूरी

उत्तर प्रदेश सरकार दीपावली से पहले 9-16 अक्टूबर तक हर जिले में ‘स्वदेशी मेला’ आयोजित करेगी। मेले में यूनिटी मॉल और ODOP उत्पाद उपलब्ध होंगे, जिससे स्थानीय कारीगरों और उद्यमियों को बड़ा बाजार और प्रचार का अवसर मिलेगा।

UP News: उत्तर प्रदेश सरकार ने इस साल दीपावली से पहले राज्य के सभी 75 जिलों में ‘स्वदेशी मेला’ आयोजित करने का ऐलान किया है। यह मेले लगभग 9 से 10 दिन तक चलेंगे और यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो (UPITS) के बैनर तले आयोजित होंगे। इस पहल का उद्देश्य स्थानीय कारीगरों, हस्तशिल्पियों और उद्यमियों को बड़ा बाजार उपलब्ध कराना और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘वोकल फॉर लोकल’ अभियान को बढ़ावा देना है।

ODOP उत्पादों की उपलब्धता

हर जिले में आयोजित होने वाले मेले में ‘यूनिटी मॉल’ भी स्थापित किए जाएंगे। इन मॉल में स्थानीय और अन्य राज्यों के ‘एक जिला एक उत्पाद’ (ODOP) के तहत उत्पाद बिक्री के लिए उपलब्ध होंगे। इस पहल के जरिए कारीगरों को अपने उत्पाद प्रदर्शित करने और बिक्री करने का बड़ा अवसर मिलेगा। राज्य सरकार ने इस योजना को इसलिए भी महत्व दिया है ताकि एमएसएमई क्षेत्र के उद्यमियों को अपने उत्पादों का प्रमोशन करने और बड़े बाजार तक पहुंचने का अवसर मिल सके।

आयोजनों की तिथियां

राज्य सरकार ने घोषणा की है कि यह पहल 9 अक्टूबर से 16 अक्टूबर तक आयोजित होगी। इस दौरान प्रत्येक जिले में आठ दिवसीय व्यापार मेले आयोजित होंगे। एमएसएमई मंत्री राकेश सचान ने बताया कि पहले ये मेले केवल संभागीय स्तर तक ही सीमित थे, लेकिन यूपीआईटीएस की सफलता को देखते हुए अब इन्हें हर जिले तक विस्तारित किया गया है।

निःशुल्क स्टॉल और उद्यमियों के लिए अवसर

राज्य सरकार ने यह भी घोषणा की है कि मेले में भाग लेने वाले उद्यमियों को अपने उत्पादों की प्रस्तुति और प्रचार के लिए निःशुल्क स्टॉल प्रदान किए जाएंगे। इससे छोटे और मध्यम उद्यमियों को बड़ी सुविधा मिलेगी और वे अपने उत्पादों का व्यापक स्तर पर प्रचार कर सकेंगे।

खादी और ग्रामोद्योग को मिलेगा बढ़ावा

खादी और ग्रामोद्योग मंत्री राकेश सचान ने इस अवसर पर बताया कि इस पहल का उद्देश्य खादी, वस्त्र और ODOP उत्पादों के माध्यम से स्थानीय उद्योग को बढ़ावा देना है। उन्होंने यह भी कहा कि खादी उत्पादन में गिरावट और शोरूम की घटती संख्या पर लगातार विचार किया जा रहा है और विश्वविद्यालयों में ‘खादी शोरूम’ खोलने की योजना भी बनाई जा रही है ताकि युवा पीढ़ी खादी से जुड़ सके।

यूपीआईटीएस के प्रभाव

UP International Trade Show 2025 में अब तक कुल 1,25,204 आगंतुकों ने हिस्सा लिया है। इनमें 35,368 बी2बी और 89,836 बी2सी प्रतिभागी शामिल हैं। पहले दो दिनों में ही 6,118 बी2बी ऑर्डर प्राप्त हुए, जिनकी कुल वित्तीय प्रतिबद्धता 20.77 करोड़ से अधिक रही। इस आयोजन ने राज्य के उद्यमियों को अपने उत्पादों का प्रदर्शन और विपणन करने का बड़ा मंच प्रदान किया है।

सरकारी अधिकारियों और नेताओं का बयान

उत्तर प्रदेश के वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने यूपीआईटीएस की सफलता की सराहना की और कहा कि इस आयोजन ने राज्य के उद्यमियों को बड़े स्तर पर अवसर प्रदान किए हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और एमएसएमई मंत्री राकेश सचान को इस सफल आयोजन के लिए बधाई दी।

योजना का उद्देश्य 

इस पहल का मुख्य उद्देश्य राज्य के कारीगरों, उद्योगपतियों और हस्तशिल्पियों को बड़ा बाजार उपलब्ध कराना है। साथ ही यह पहल ‘वोकल फॉर लोकल’ को आगे बढ़ाने, स्थानीय उत्पादों की पहचान बढ़ाने और एमएसएमई सेक्टर को मजबूती देने में मदद करेगी। यूनिटी मॉल और ODOP उत्पादों की बिक्री से रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे और आर्थिक गतिविधियों में सुधार होगा।

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