जम्मू-कश्मीर ने 'एक जिला एक उत्पाद' (ODOP) योजना के तहत एक बार फिर अपनी उत्कृष्टता का प्रदर्शन करते हुए वर्ष 2024 के राष्ट्रीय ODOP पुरस्कार में स्वर्ण पदक जीतकर नया कीर्तिमान रच दिया है। राज्यों की श्रेणी-बी में लगातार दूसरी बार यह प्रतिष्ठित पुरस्कार हासिल कर जम्मू-कश्मीर ने देशभर में अपनी विशिष्ट पहचान मजबूत की है।
इसके अलावा, पुलवामा और गांदरबल जिलों को भी उनके ODOP उत्पादों को बढ़ावा देने के प्रयासों के लिए क्रमशः श्रेणी-ए (कृषि) और श्रेणी-बी (गैर-कृषि) में रजत पदक से सम्मानित किया गया। यह राष्ट्रीय पुरस्कार समारोह नई दिल्ली के प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम में आयोजित हुआ।
देशभर से मिली जबरदस्त भागीदारी
ODOP पुरस्कारों के लिए इस साल देशभर से रिकॉर्ड स्तर पर भागीदारी देखने को मिली। कार्यक्रम में 31 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के 587 जिलों और 23 भारतीय दूतावासों से कुल 641 आवेदन प्राप्त हुए। यह भारत की सांस्कृतिक विरासत, पारंपरिक कौशल और स्थानीय उद्यमिता को पहचान देने वाला एक बड़ा आयोजन रहा।
जम्मू-कश्मीर सरकार की ओर से यह पुरस्कार उद्योग एवं वाणिज्य आयुक्त सचिव विक्रमजीत सिंह और जम्मू-कश्मीर व्यापार संवर्धन संगठन (JKTPO) के प्रबंध निदेशक सुदर्शन कुमार ने ग्रहण किया।
JKTPO की सक्रिय भूमिका और जिलों की उपलब्धि
जम्मू-कश्मीर में ODOP की नोडल एजेंसी के रूप में कार्यरत JKTPO ने स्थानीय उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंच पर पहचान दिलाने के लिए उल्लेखनीय प्रयास किए हैं। यही कारण है कि जम्मू-कश्मीर को लगातार दूसरी बार यह स्वर्ण सम्मान प्राप्त हुआ।
पुलवामा जिले को उनके कृषि आधारित उत्पादों को सफलतापूर्वक बढ़ावा देने के लिए श्रेणी-ए में रजत पदक मिला, जबकि गांदरबल जिले को गैर-कृषि श्रेणी में रजत सम्मान मिला। ये पुरस्कार पुलवामा के उपायुक्त डॉ. बशारत कयूम और गांदरबल के उपायुक्त जतिन किशोर ने ग्रहण किए।
राष्ट्रीय स्तर पर जम्मू-कश्मीर की विशेष पहचान
इस साल के ODOP पुरस्कार समारोह में जिला और राज्य श्रेणियों के साथ-साथ विदेश मिशन श्रेणी में भी बेहतरीन कार्य करने वालों को सम्मानित किया गया। यह आयोजन आत्मनिर्भर भारत की दिशा में हो रहे प्रयासों को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ स्थानीय शिल्प, कृषि और उद्योग को सशक्त बनाने का एक महत्वपूर्ण मंच बना।
जम्मू-कश्मीर की इस सफलता के पीछे मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और उपमुख्यमंत्री सुरिंदर कुमार चौधरी का दूरदर्शी नेतृत्व भी अहम भूमिका निभा रहा है, जिसने क्षेत्र के आर्थिक और सांस्कृतिक विकास को नई दिशा दी है।
आगे की रणनीति तैयार
JKTPO ने घोषणा की है कि वह आने वाले समय में ODOP उत्पादों के प्रचार को और तेज करने के लिए एक व्यापक योजना पर काम कर रहा है। यह योजना प्रत्येक जिले की विशिष्ट उत्पाद पहचान को बढ़ावा देने, बाजार में पहुंच बढ़ाने और ब्रांड वैल्यू मजबूत करने पर केंद्रित होगी।
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने पुरस्कार विजेताओं को बधाई देते हुए उनसे आग्रह किया कि वे स्थानीय बुनकरों, शिल्पकारों और किसानों को सशक्त करने के लिए ODOP उत्पादों को बढ़ावा देने के अपने प्रयासों को लगातार जारी रखें।