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करुण नायर की 8 साल बाद मैदान पर ऐतिहासिक वापसी: रचा इंटरनेशनल क्रिकेट में अनोखा वर्ल्ड रिकॉर्ड

करुण नायर की 8 साल बाद मैदान पर ऐतिहासिक वापसी: रचा इंटरनेशनल क्रिकेट में अनोखा वर्ल्ड रिकॉर्ड

इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में एक बड़ा और सकारात्मक बदलाव देखने को मिला है — करुण नायर की टेस्ट टीम में धमाकेदार वापसी। लंबे समय बाद करुण नायर को न केवल भारतीय टेस्ट स्क्वाड में जगह मिली, बल्कि उन्हें सीधे प्लेइंग इलेवन में भी शामिल किया गया है।

स्पोर्ट्स न्यूज़: भारतीय टेस्ट टीम के बल्लेबाज करुण नायर ने एक बार फिर क्रिकेट की दुनिया में अपनी दमदार मौजूदगी दर्ज कराई है। इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में जब वह भारतीय प्लेइंग इलेवन का हिस्सा बने, तो उन्होंने सिर्फ बल्ले से ही नहीं, बल्कि एक अनोखा वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाकर भी सबको चौंका दिया। नायर अब इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा मैच मिस करने वाले खिलाड़ी बन गए हैं। 

यह उपलब्धि एक ऐसे खिलाड़ी के नाम दर्ज हुई है, जो एक समय भारत के लिए तिहरा शतक जड़कर चर्चा में आए थे और फिर अचानक टीम से बाहर हो गए थे।

402 इंटरनेशनल मैच मिस करने वाले पहले खिलाड़ी

करुण नायर ने 2016 में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया था और उसी वर्ष इंग्लैंड के खिलाफ एक तिहरा शतक (303)* जड़ा था। यह कारनामा करने वाले वह भारत के सिर्फ दूसरे खिलाड़ी बने थे (पहले वीरेंद्र सहवाग)। लेकिन इसके बावजूद उन्हें टीम में लंबे समय तक जगह नहीं मिली और जल्द ही टीम से बाहर कर दिया गया।

अब 8 साल बाद, उन्होंने भारतीय टेस्ट टीम में वापसी की और इसी के साथ उन्होंने एक अनोखा रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया। नायर ने भारत के लिए 402 इंटरनेशनल मैच मिस किए, जो किसी भी खिलाड़ी द्वारा मिस किए गए सबसे अधिक मैच हैं। इससे पहले यह रिकॉर्ड वेस्टइंडीज के खिलाड़ी रयाद अमृत के नाम था, जिन्होंने 396 मैच मिस किए थे।

IPL और घरेलू क्रिकेट से की वापसी की राह आसान

करुण नायर की वापसी यूं ही नहीं हुई। उन्होंने घरेलू क्रिकेट में कर्नाटक की तरफ से जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए लगातार रन बनाए। इसके साथ ही आईपीएल 2025 में दिल्ली कैपिटल्स के लिए भी उन्होंने मध्यक्रम में उपयोगी पारियां खेलीं। इन प्रदर्शन ने चयनकर्ताओं का ध्यान खींचा और उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए स्क्वाड में शामिल किया गया।महत्वपूर्ण यह रहा कि उन्हें केवल टीम में नहीं चुना गया, बल्कि सीधे प्लेइंग इलेवन में जगह भी दी गई – जो उनके संघर्ष और निरंतरता का परिणाम है।

करुण नायर का टेस्ट करियर एक दुर्भाग्यशाली कहानी की तरह रहा है। उन्होंने 6 टेस्ट मैचों में 374 रन बनाए, जिनमें से अकेले 303 रन एक पारी में आए। इसके बावजूद उन्हें लगातार मौका नहीं मिला। वह एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं जिनका टेस्ट औसत 60 से ऊपर होने के बावजूद उन्हें जल्दी टीम से बाहर कर दिया गया।

वनडे क्रिकेट में भी उन्होंने 2 मुकाबले खेले और 46 रन बनाए, लेकिन यहां भी उन्हें लंबा मौका नहीं मिला। शायद यही कारण है कि उनकी वापसी आज इतनी चर्चा का विषय बन गई है।

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