IIM मुंबई ने उद्यमिता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक नया चार महीने का एंटरप्रेन्योरशिप और स्टार्टअप मास्टरी सर्टिफिकेट कोर्स लॉन्च किया है।
भारत में तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के साथ-साथ अब युवाओं में स्टार्टअप और एंटरप्रेन्योरशिप के प्रति रूचि भी तेज़ी से बढ़ रही है। इसी बदलते दौर और मांग को देखते हुए भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) मुंबई ने एंटरप्रेन्योरशिप और स्टार्टअप मास्टरी सर्टिफिकेट कोर्स शुरू किया है। यह कोर्स विशेष रूप से उन लोगों के लिए है, जो अपने स्टार्टअप के सपनों को साकार करना चाहते हैं और एंटरप्रेन्योरशिप के क्षेत्र में व्यावसायिक समझ हासिल करना चाहते हैं।
क्यों जरूरी है यह कोर्स
भारत को 2024-25 में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर माना जा रहा है। इस आर्थिक यात्रा में नवाचार, स्टार्टअप्स और युवा उद्यमियों की बड़ी भूमिका मानी जा रही है। इसी के चलते, एंटरप्रेन्योरशिप और स्टार्टअप का ज्ञान सिर्फ करियर नहीं, बल्कि भारत के विकास का माध्यम भी बन गया है। IIM मुंबई का यह कोर्स इसी आवश्यकता की पूर्ति करता है।
4 महीने का है कोर्स, पूरी तरह ऑनलाइन
IIM मुंबई द्वारा संचालित यह सर्टिफिकेट कोर्स पूरी तरह से ऑनलाइन होगा और इसकी अवधि चार महीने रखी गई है। इस कोर्स के तहत सप्ताह में 4 घंटे की कक्षाएं चलाई जाएंगी, जो विद्यार्थियों और प्रोफेशनल्स दोनों के लिए सुविधाजनक समय पर आयोजित की जाएंगी। कुल 350 सीटें उपलब्ध हैं, जिनमें दाखिला क्वालीफायर टेस्ट के माध्यम से होगा।
कब और कैसे करें आवेदन
इस कोर्स में प्रवेश के लिए 22 जून 2025 को एक क्वालीफायर टेस्ट आयोजित किया जाएगा। ऐसे में इच्छुक उम्मीदवारों के पास अब आवेदन के लिए बहुत कम समय बचा है। यह कोर्स नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन के सहयोग से संचालित हो रहा है।
- आवेदन की प्रक्रिया 25 मई से शुरू हो चुकी है।
- इच्छुक छात्र IIM मुंबई की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं।
- टेस्ट के बाद चयनित छात्रों को कोर्स में प्रवेश दिया जाएगा।
कोर्स की मुख्य विशेषताएं
यह कोर्स न केवल थ्योरी पर केंद्रित है, बल्कि इसमें स्टार्टअप की वास्तविक दुनिया की चुनौतियों, संभावनाओं और नेटवर्किंग से भी परिचय कराया जाएगा। कोर्स की प्रमुख विशेषताएं इस प्रकार हैं:
- स्टार्टअप की नींव से लेकर फंडिंग तक का मार्गदर्शन
- प्रोफेशनल नेटवर्किंग के अवसर
- फंड जुटाने की रणनीतियों पर विशेष मॉड्यूल
- स्टार्टअप इकोसिस्टम का समग्र अध्ययन
- व्यावहारिक अनुभव साझा करने के लिए इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स के साथ लाइव सेशंस
कौन कर सकता है कोर्स
- कॉलेज छात्र, जो भविष्य में खुद का व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं।
- प्रोफेशनल्स, जो अपना स्टार्टअप शुरू करने की योजना बना रहे हैं।
- पहले से व्यवसाय में सक्रिय लोग, जो इसे आधुनिक प्रबंधन और रणनीति के माध्यम से आगे बढ़ाना चाहते हैं।
स्टार्टअप इकोसिस्टम से जुड़े आंकड़े
वर्ष 2023 में ग्लोबली स्टार्टअप सेक्टर ने 330 मिलियन डॉलर की कमाई की थी। भारत में भी स्टार्टअप सेक्टर अब एक मजबूत आर्थिक आधार बनता जा रहा है। सरकार की ओर से भी स्टार्टअप इंडिया जैसी योजनाओं के जरिए युवाओं को प्रोत्साहित किया जा रहा है। ऐसे में यह कोर्स न केवल ज्ञानवर्धक है, बल्कि करियर को नई दिशा देने में भी सक्षम है।
भविष्य की संभावनाएं
इस कोर्स को करने के बाद उम्मीदवार निम्नलिखित क्षेत्रों में अपना करियर बना सकते हैं:
- स्टार्टअप की शुरुआत और संचालन
- एंजल इन्वेस्टमेंट और वेंचर कैपिटल के लिए रणनीति बनाना
- मार्केट एनालिसिस और यूजर रिसर्च
- डिजिटल ब्रांडिंग और सेल्स फंडामेंटल्स
- बूटस्ट्रैपिंग से स्केलिंग तक की यात्रा को समझना
क्यों चुने IIM मुंबई
IIM मुंबई न केवल भारत का एक प्रतिष्ठित प्रबंधन संस्थान है, बल्कि इसका इंडस्ट्री से जुड़ा अनुभव और नेटवर्किंग छात्रों को लाभ दिलाता है। इस संस्थान की फैकल्टी में अनुभवी उद्यमी, इन्वेस्टमेंट विशेषज्ञ और स्टार्टअप सलाहकार शामिल हैं, जो अपने अनुभव से छात्रों को मार्गदर्शन देंगे।
कोर्स की फीस और प्रमाणपत्र
कोर्स की फीस की जानकारी IIM मुंबई की वेबसाइट पर उपलब्ध है। कोर्स पूरा करने के बाद छात्रों को IIM मुंबई से सर्टिफिकेट प्रदान किया जाएगा, जो उनके करियर में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। यह प्रमाणपत्र किसी भी प्रोफेशनल प्रोफाइल में वैल्यू एडिशन का काम करता है।
कैसे तैयार करें क्वालीफायर टेस्ट के लिए
22 जून को आयोजित होने वाले क्वालीफायर टेस्ट में सामान्य ज्ञान, लॉजिकल रीजनिंग, बेसिक मैथमेटिक्स और स्टार्टअप से जुड़े प्राथमिक सवाल शामिल हो सकते हैं। उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे पिछले वर्ष के पेपर या सैंपल क्वेश्चन देख कर तैयारी करें।