दिल्ली में शनिवार को लगातार तीसरे दिन शुष्क मौसम दर्ज किया गया। बादलों की अनुपस्थिति और हल्की हवाओं के कारण दिन में गर्मी का एहसास थोड़ा बढ़ गया, हालांकि तापमान अभी भी बेहद ऊंचे स्तर पर नहीं पहुंचा है।
Weather Update: देश के अधिकांश हिस्सों में अब मानसून ने पूरी तरह से अपने पंख फैला लिए हैं। राजस्थान में बीते 48 घंटों से भारी बारिश का सिलसिला जारी है, वहीं मौसम विभाग ने संकेत दिए हैं कि अगले कुछ दिनों में दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और हिमालयी राज्यों में भी मानसून पूरी तरह सक्रिय हो जाएगा।
मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, मानसून की उत्तरी सीमा (NLM) अब जयपुर, आगरा, देहरादून, शिमला और मनाली तक पहुंच चुकी है और जल्द ही दिल्ली और चंडीगढ़ समेत पूरे उत्तर भारत में मानसून के सक्रिय होने की परिस्थितियां बन रही हैं।
राजस्थान में मानसून का कहर, कई जिलों में रिकॉर्डतोड़ बारिश
राजस्थान में दक्षिण-पश्चिम मानसून ने जोरदार शुरुआत की है। पिछले 24 घंटों में पूर्वी और पश्चिमी राजस्थान के कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश दर्ज की गई है। टोंक जिले के निवाई में सबसे ज्यादा 165 मिमी बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा जयपुर के चाकसू में 153 मिमी, सवाई माधोपुर के चौथ का बरवाड़ा में 139 मिमी, दौसा के सिकराय में 119 मिमी, बूंदी में 116 मिमी और कोटा में 115 मिमी बारिश दर्ज की गई।
मौसम विभाग का कहना है कि 22 और 23 जून को भरतपुर, जयपुर और कोटा संभाग में कहीं-कहीं भारी से अति भारी बारिश हो सकती है। इसके चलते प्रशासन को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
दिल्ली में अभी शुष्क मौसम
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मानसून की आहट महसूस की जा सकती है, लेकिन अभी तक बारिश का इंतजार बना हुआ है। दिल्ली में लगातार तीसरे दिन शुष्क मौसम रहा। हालांकि दिन का तापमान सामान्य से नीचे बना हुआ है और अगले हफ्ते यह 36°C से ऊपर नहीं जाने की संभावना है। न्यूनतम तापमान करीब 25°C के आस-पास बना रहेगा।
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक दिल्ली के ऊपर इस समय दो चक्रवाती परिसंचरण सक्रिय हैं—एक पश्चिमी राजस्थान पर और दूसरा झारखंड क्षेत्र के ऊपर। इन दोनों को जोड़ती एक पूरब-पश्चिम ट्रफ दिल्ली के दक्षिण से होकर गुजर रही है, जो जल्द ही राजधानी को प्रभावित कर सकती है। IMD ने बताया कि 22 जून से ट्रफ रेखा पश्चिम यूपी और उत्तराखंड के तराई क्षेत्र की ओर सरक जाएगी, जिससे दिल्ली और NCR में गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना बन रही है।
मध्य प्रदेश, गुजरात और कोंकण में भारी बारिश का पूर्वानुमान
मौसम विभाग ने 21 से 26 जून के बीच मध्य प्रदेश, गुजरात और कोंकण-गोवा क्षेत्र में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई है। खासकर 21 और 23 जून को गुजरात और एमपी के कुछ हिस्सों में अत्यधिक भारी बारिश (20 सेमी से अधिक) होने की आशंका है। प्रशासन को सतर्क रहने और बाढ़ संभावित क्षेत्रों में एहतियात बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
पूर्वोत्तर भारत भी मानसून की चपेट में
पूर्वोत्तर भारत में मानसून बेहद सक्रिय है। अगले 7 दिनों तक असम, मेघालय, मिजोरम, त्रिपुरा और अरुणाचल प्रदेश में कई स्थानों पर गरज, बिजली और भारी बारिश की संभावना है। उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में 22 जून को अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। वहीं, बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और विदर्भ क्षेत्र में 24 से 27 जून के बीच भारी वर्षा की स्थिति बन सकती है। झारखंड में 22, 24 और 25 जून को, जबकि ओडिशा में 24-25 जून को गरज और भारी बारिश के आसार हैं।
मौसम विभाग ने कहा है कि अगले 2 दिनों में मानसून के जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली के शेष हिस्सों में आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां पूरी तरह अनुकूल हैं। यह संकेत हैं कि 24 जून से पहले ही पूरे उत्तर भारत में मानसून सक्रिय हो सकता है।