प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 सितंबर को अपने जन्मदिन पर मध्यप्रदेश के धार में देश के सबसे बड़े पीएम मित्रा टेक्सटाइल पार्क का शिलान्यास करेंगे। यह मेगा प्रोजेक्ट 2100 एकड़ में बनेगा और 3 लाख से अधिक लोगों को रोजगार देगा।
PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने जन्मदिन यानी 17 सितंबर को मध्यप्रदेश के धार जिले में देश के सबसे बड़े पीएम मित्रा टेक्सटाइल पार्क का शिलान्यास करेंगे। यह मेगा प्रोजेक्ट न सिर्फ मध्यप्रदेश बल्कि पूरे भारत के लिए रोजगार और औद्योगिक विकास का नया अध्याय साबित होगा। इस पार्क से 3 लाख से अधिक लोगों को सीधे और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलने की उम्मीद है।
पीएम मित्रा टेक्सटाइल पार्क योजना क्या है
भारत सरकार ने टेक्सटाइल उद्योग को नई ऊंचाई पर ले जाने के लिए सात राज्यों में पीएम मित्रा पार्क की योजना शुरू की है। इसका उद्देश्य खेती से लेकर कपड़े के निर्यात तक की पूरी प्रक्रिया को एक ही जगह पर उपलब्ध कराना है। इस मॉडल को 5F चेन नाम दिया गया है जिसमें फार्म, फाइबर, फैक्ट्री, फैशन और फॉरेन शामिल हैं। यानी कपास की खेती से लेकर कपड़ों के विदेशी बाजार तक पहुंच का सफर अब एक ही परिसर में पूरा होगा।
धार क्यों चुना गया
इस मेगा पार्क के लिए धार जिले के भैंसोला क्षेत्र को चुना गया है। यहां से माल को झाबुआ और रतलाम होते हुए सीधे एक्सप्रेसवे के जरिए मुंबई के जेएनपीटी और गुजरात के कांडला पोर्ट तक आसानी से भेजा जा सकेगा। इसके अलावा बदनावर–थांदला हाईवे और पीथमपुर–मऊ–नीमच हाईवे से भी बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी। यही वजह है कि यह इलाका देश के पहले और सबसे बड़े पीएम मित्रा टेक्सटाइल पार्क के लिए आदर्श माना गया।
कितनों को मिलेगा रोजगार
धार जिले में बनने वाले इस पार्क से 3 लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा। इसमें स्थानीय आदिवासी समुदाय, श्रमिकों और हुनरमंद महिलाओं को प्राथमिकता दी जाएगी। धार, झाबुआ, आलीराजपुर और बड़वानी जिलों के लोगों को इस परियोजना से सीधा लाभ मिलेगा। सरकार का लक्ष्य है कि रोजगार सिर्फ बड़ी कंपनियों तक सीमित न रहे बल्कि स्थानीय स्तर पर भी लोगों को अवसर मिले।
पार्क की विशेषताएं
यह पार्क आधुनिक तकनीक और वर्ल्ड क्लास सुविधाओं से लैस होगा। यहां उद्योगों को प्लग एंड प्ले यूनिट्स उपलब्ध होंगी यानी उन्हें सिर्फ मशीनें लगानी होंगी क्योंकि बिजली और पानी की सुविधा पहले से मौजूद रहेगी। सूक्ष्म और छोटे उद्योगों के लिए 81 प्लॉट तय किराए पर दिए जाएंगे ताकि स्थानीय उद्यमियों को भी बढ़ावा मिले। पार्क में लॉजिस्टिक हब, वेयरहाउस और बड़ा पार्किंग एरिया होगा जिससे कंटेनर और ट्रक आसानी से खड़े किए जा सकेंगे। विदेशी कंपनियों के लिए भी यह एक आकर्षण का केंद्र बनेगा।
पर्यावरण के अनुकूल पहल
यह पार्क पूरी तरह से पर्यावरण अनुकूल तरीके से विकसित किया जाएगा। इसे सोलर एनर्जी से संचालित करने की योजना है। यहां जीरो लिक्विड डिस्चार्ज सिस्टम लगाया जाएगा ताकि किसी भी तरह का गंदा पानी बाहर न जाए। रोजाना 20 एमएलडी पानी का ट्रीटमेंट कर उसे परिसर की सफाई और पौधों की सिंचाई के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। इस पहल से यह प्रोजेक्ट अंतरराष्ट्रीय मानकों पर खरा उतरेगा और खासकर यूरोपीय बाजारों के लिए अधिक आकर्षक होगा।
बिजली और पानी की व्यवस्था
इस पार्क में प्रतिदिन लगभग 150 मेगावाट बिजली की खपत होगी। इसमें से 10 मेगावाट बिजली सीधे सोलर पैनलों से मिलेगी। साथ ही उद्योगों से निकलने वाले पानी को 24 घंटे में शुद्ध किया जाएगा ताकि पर्यावरण पर कोई असर न पड़े।
श्रमिकों के लिए सुविधाएं
पार्क में श्रमिकों और कर्मचारियों के लिए विशेष सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके लिए 3500 बेड का हॉस्टल, डॉरमैट्री, अस्पताल, कमर्शियल कॉम्प्लेक्स और पेट्रोल पंप जैसी सुविधाएं विकसित की जाएंगी। इस तरह श्रमिकों को रहने, स्वास्थ्य और रोजमर्रा की जरूरतों की चिंता नहीं करनी पड़ेगी।
अन्य राज्यों में कहां बन रहे हैं पार्क
मध्यप्रदेश के धार जिले में बनने वाला यह पार्क देश का पहला और सबसे बड़ा होगा। इसके अलावा तमिलनाडु के विरुद्धनगर, तेलंगाना के वारंगल, गुजरात के नवसारी, कर्नाटक के कलबुर्गी, उत्तर प्रदेश के लखनऊ और महाराष्ट्र के अमरावती में भी पीएम मित्रा टेक्सटाइल पार्क की योजना पर काम चल रहा है। इन जगहों पर निर्माण कार्य अभी शुरुआती चरण में है।
क्यों है यह प्रोजेक्ट खास
धार का पीएम मित्रा टेक्सटाइल पार्क इसलिए खास है क्योंकि यहां एक ही जगह पर उत्पादन से लेकर निर्यात तक की पूरी प्रक्रिया होगी। यह न केवल लाखों लोगों को रोजगार देगा बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा। यह पार्क भारत को वैश्विक टेक्सटाइल हब बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।