केंद्र सरकार नवरात्र पर PMUY के तहत 25 लाख मुफ्त एलपीजी कनेक्शन वितरित करेगी। इससे देश में लाभार्थियों की संख्या 10.6 करोड़ होगी। योजना महिलाओं के जीवन में सुविधा, सुरक्षा और सशक्तिकरण लाएगी।
New Delhi: केंद्र सरकार नवरात्र के शुभ अवसर पर प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) के तहत 25 लाख मुफ्त एलपीजी कनेक्शन वितरित करेगी। इससे देश में उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों की संख्या बढ़कर 10.6 करोड़ हो जाएगी। यह योजना महिलाओं के जीवन में सुविधा और सशक्तिकरण (empowerment) लाने के उद्देश्य से चलाई जा रही है।
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप पुरी ने बताया कि प्रत्येक कनेक्शन पर सरकार 2,050 रुपये खर्च करेगी। इसमें एक एलपीजी सिलेंडर, गैस चूल्हा, रेगुलेटर और अन्य संबंधित उपकरण शामिल हैं। यह कदम महिलाओं के जीवन में ऊर्जा सुरक्षा और आराम सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।
नवरात्र पर महिलाओं के लिए विशेष तोहफा
हरदीप पुरी ने इस योजना को महिलाओं के लिए नवरात्र का उपहार बताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी महिलाओं का सम्मान देवी दुर्गा की तरह करते हैं। उज्ज्वला योजना का विस्तार न केवल माताओं और बहनों के सम्मान को बढ़ाता है बल्कि उनके सशक्तिकरण का प्रतीक भी है।
मंत्री ने यह भी कहा कि इस योजना के जरिए गरीब और ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को स्वच्छ और सुरक्षित रसोई गैस उपलब्ध कराई जाएगी। इससे उन्हें परंपरागत ईंधन जैसे लकड़ी और कोयला जलाने से होने वाले स्वास्थ्य और पर्यावरणीय जोखिम से बचाव मिलेगा।
योजना के फायदे
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना देश में महिलाओं की आर्थिक और सामाजिक स्थिति को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण कदम है। मुफ्त एलपीजी कनेक्शन मिलने से महिलाओं के घरेलू काम में आसानी होगी और उन्हें समय की बचत भी मिलेगी। यह कदम देश में ऊर्जा सशक्तिकरण (energy empowerment) को बढ़ावा देगा।
साथ ही योजना से घरेलू प्रदूषण कम होगा, जिससे फेफड़ों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं में कमी आएगी। ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को सुरक्षित और स्वच्छ खाना बनाने की सुविधा मिलेगी। इस तरह उज्ज्वला योजना महिलाओं के जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने में सहायक साबित होगी।
जीएसटी सुधार
हरदीप पुरी ने बताया कि नवरात्र के दौरान लागू किए गए नए जीएसटी सुधारों से देश के नागरिकों को आर्थिक लाभ मिलेगा। जीएसटी सुधारों से देश की GDP में 0.8 प्रतिशत तक वृद्धि की संभावना है। नए सुधारों के तहत विभिन्न उपभोग वस्तुओं पर कर दरें कम की गई हैं, जिससे निम्न मध्यम और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को लाभ पहुंचेगा।
मंत्री ने कहा कि विकसित भारत की ओर देश का मार्ग आत्मनिर्भरता (self-reliance) से होकर गुजरता है। उज्ज्वला योजना और जीएसटी सुधार दोनों ही सरकार के प्रयासों का हिस्सा हैं, जिनका उद्देश्य सभी वर्गों को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाना है।
योजना की पहुंच
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत अब तक देशभर में 10.6 करोड़ परिवारों को लाभ पहुँचाया जा चुका है। नवरात्र के इस विशेष अवसर पर 25 लाख नए कनेक्शन जोड़ने से योजना का दायरा और विस्तृत होगा। सरकार ने योजना के अंतर्गत ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में घर-घर एलपीजी कनेक्शन पहुंचाने का लक्ष्य रखा है।
इस योजना से महिलाओं को रसोई गैस उपलब्ध कराना न केवल उनकी सुविधा के लिए है बल्कि पर्यावरण सुरक्षा (environment protection) और स्वास्थ्य सुधार के लिए भी महत्वपूर्ण है। प्रत्येक कनेक्शन के साथ सिलेंडर, चूल्हा और रेगुलेटर मुफ्त उपलब्ध होंगे, जिससे उन्हें कोई अतिरिक्त आर्थिक बोझ नहीं उठाना पड़ेगा।
सरकार का संदेश और सशक्तिकरण
हरदीप पुरी ने कहा कि उज्ज्वला योजना महिलाओं के सशक्तिकरण और सम्मान का प्रतीक है। प्रधानमंत्री मोदी की नीति का उद्देश्य महिलाओं को सुरक्षित, स्वच्छ और आधुनिक ऊर्जा संसाधन उपलब्ध कराना है। यह योजना महिलाओं की स्वतंत्रता और उनकी सामाजिक स्थिति को मजबूत करती है।
मंत्री ने कहा कि योजना से महिलाओं को घर में खाना बनाने के लिए सुरक्षित और सुविधाजनक विकल्प मिलेगा। यह कदम महिलाओं की सुरक्षा, स्वास्थ्य और समय की बचत को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।
योजना के आर्थिक पहलू
हरदीप पुरी ने बताया कि प्रत्येक एलपीजी कनेक्शन पर 2,050 रुपये खर्च किए जाएंगे। इसमें कनेक्शन, सिलेंडर, गैस चूल्हा और रेगुलेटर शामिल हैं। सरकार का उद्देश्य है कि गरीब और कमजोर वर्ग की महिलाओं तक यह सुविधा पहुंचे। इस तरह प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना महिलाओं के लिए आर्थिक और सामाजिक लाभ का स्रोत बन रही है।