चंडीगढ़ साइबर सेल ने कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा की शिकायत पर पंजाब के मंत्रियों अमन अरोड़ा और हरपाल चीमा के खिलाफ वीडियो टैंपरिंग केस दर्ज किया है। आरोप है कि उनके बयान की वीडियो को एडिट कर गलत दिखाया गया।
Punjab: पंजाब सरकार के दो कैबिनेट मंत्रियों, अमन अरोड़ा और हरपाल सिंह चीमा के खिलाफ चंडीगढ़ साइबर सेल ने केस दर्ज किया है। इन दोनों नेताओं पर आरोप है कि उन्होंने जानबूझकर कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा के एक बयान वाले वीडियो को एडिट कर, उसे भ्रामक तरीके से सोशल मीडिया पर साझा किया।
प्रताप सिंह बाजवा की शिकायत के बाद दर्ज हुआ मामला
यह मामला प्रताप सिंह बाजवा की 7 जुलाई को की गई शिकायत के बाद सामने आया। उन्होंने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी के नेताओं ने उनके एक वीडियो को इस तरह से एडिट किया कि वह विधायक गनीव कौर मजीठिया के खिलाफ विजिलेंस कार्रवाई का विरोध करते हुए नजर आएं। जबकि असलियत में उनका बयान सरकारी कार्रवाई के तरीके पर सवाल उठाने तक सीमित था।
क्या था वीडियो में?
प्रताप सिंह बाजवा ने 25 जून को 3 मिनट 13 सेकंड का एक वीडियो बनाया था जिसमें उन्होंने विजिलेंस द्वारा विधायक गनीव कौर के सरकारी आवास पर की गई छापेमारी के तरीके पर सवाल उठाए थे। उन्होंने साफ कहा कि वह कार्रवाई के विरोध में नहीं थे, बल्कि प्रक्रिया को लेकर सवाल कर रहे थे। लेकिन आरोप है कि वीडियो को काट-छांटकर इस तरह प्रस्तुत किया गया कि वे पूरी कार्रवाई के ही विरोधी दिखें।
किन धाराओं में दर्ज हुआ केस?
चंडीगढ़ साइबर सेल ने अमन अरोड़ा और हरपाल चीमा पर भारतीय न्याय सहिता की धारा 336/4, 356 और भारत नई संहिता (BNS) की धारा 61/2 के तहत केस दर्ज किया है। ये धाराएं गंभीर मानी जाती हैं और डिजिटल सबूतों के आधार पर इनकी जांच की जाएगी।
आम आदमी पार्टी के नेताओं पर बाजवा का बड़ा आरोप
प्रताप बाजवा ने अपनी शिकायत में स्पष्ट किया कि आम आदमी पार्टी के चार वरिष्ठ नेताओं अरविंद केजरीवाल, भगवंत मान, अमन अरोड़ा और हरपाल चीमा ने उनके वीडियो के साथ छेड़छाड़ की। बाजवा ने यह भी आरोप लगाया कि इन नेताओं ने एडिट किया हुआ वीडियो अपने एक्स (पूर्व ट्विटर) अकाउंट पर पोस्ट किया, जिससे लोगों को गलत संदेश गया।
AAP बनाम कांग्रेस: छवि बिगाड़ने का आरोप
इस मामले को लेकर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच टकराव और बढ़ गया है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि यह एक सोची-समझी साजिश है, जिससे विपक्ष के चेहरे को बदनाम किया जा सके। वहीं AAP की ओर से अभी तक कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।