रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन युद्धक्षेत्र में विदेशी पत्रकारों के लिए सुरक्षित मार्ग का आदेश दिया। रक्षा मंत्रालय ने घिरे क्षेत्रों में सुरक्षा सुनिश्चित करने और मीडिया को वास्तविक हालात दिखाने की तैयारी शुरू की।
World News: रूस-यूक्रेन जंग के बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने विदेशी और यूक्रेनी पत्रकारों के लिए विशेष सुरक्षित मार्ग प्रदान करने का आदेश दिया है। रक्षा मंत्रालय को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है कि वे क्रास्नोअर्मेस्क, दिमित्रोव और कुप्यांस्क इलाकों में पत्रकारों की निर्बाध यात्रा सुनिश्चित करें। इन क्षेत्रों में यूक्रेनी सैनिकों का घेरा बनाया गया है और रूस चाहता है कि मीडिया वहां जाकर वास्तविक स्थिति देख सके।
रक्षा मंत्रालय की तैयारी
रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि अगर आवश्यक हुआ तो सेना इन क्षेत्रों में पांच-छह घंटे के लिए शत्रुता समाप्त कर सकती है और पत्रकारों के लिए प्रवेश व निकास का सुरक्षित मार्ग प्रदान करेगी। मंत्रालय ने यह भी सुनिश्चित किया कि पत्रकारों और रूसी सैनिकों दोनों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी।
रूसी सैनिकों ने यूक्रेनी सेना को घेरा

रूस के चीफ ऑफ जनरल स्टाफ जनरल वालेरी गेरासिमोव ने बताया कि रूसी सैनिकों ने 10,000 से अधिक यूक्रेनी सैनिकों को घेर लिया है और उन्हें आत्मसमर्पण करने का आदेश दिया गया है। रूसी मीडिया में ड्रोनों के जरिए पर्चे गिराते हुए देखा गया, जिसमें यूक्रेनी सैनिकों से बिना अनावश्यक रक्तपात के आत्मसमर्पण करने की अपील की गई।
पुतिन के दावे यूक्रेन की प्रतिक्रिया
रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने दावा किया कि रूसी सेना ने यूक्रेनी शहरों में अपने घेराबंदी अभियान को सफलतापूर्वक पूरा किया है और वहां की सेना को आत्मसमर्पण करने के लिए कहा गया है। वहीं, यूक्रेनी सैन्य अधिकारियों ने पुतिन के इस दावे को खारिज किया और कहा कि वास्तविक स्थिति अलग है।
रूस का नया ड्रोन मिसाइल हमला
हाल ही में रूस ने यूक्रेन के ऊर्जा ढांचे को निशाना बनाते हुए बड़े पैमाने पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए। इन हमलों के कारण पूरे यूक्रेन में बिजली की आपूर्ति बाधित हो गई और देश के अधिकांश हिस्सों में अंधेरा फैल गया। अधिकारियों ने बताया कि यह हमले यूक्रेन की विद्युत और इंफ्रास्ट्रक्चर को क्षति पहुँचाने के लिए किए गए थे।













