Schaeffler India ने जून तिमाही के अपने नतीजे शुक्रवार को शेयर बाजार बंद होने के बाद जारी किए। कंपनी ने बताया कि वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही (अप्रैल से जून 2025) के दौरान उसके मुनाफे और आय में अच्छी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। यह बढ़त कंपनी के बिजनेस की मजबूती और परिचालन कुशलता को दर्शाती है।
शुद्ध मुनाफा 14.5 फीसदी बढ़कर 251.6 करोड़ रुपये
कंपनी के ताजा नतीजों के अनुसार, अप्रैल से जून 2025 की तिमाही में Schaeffler India का शुद्ध लाभ 14.5 फीसदी बढ़कर 251.6 करोड़ रुपये पहुंच गया है। पिछले साल इसी तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट 219.7 करोड़ रुपये था। इस बढ़त से यह साफ होता है कि कंपनी ने अपने प्रोडक्ट पोर्टफोलियो और ऑपरेशनल एफिशिएंसी पर अच्छे से काम किया है।
कुल आय में 11.7 फीसदी की मजबूती
कंपनी की कुल आय में भी जबरदस्त बढ़त दर्ज की गई है। इस तिमाही में कंपनी की कुल आय 2352.5 करोड़ रुपये रही, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह आंकड़ा 2106 करोड़ रुपये था। यानी साल-दर-साल आधार पर कंपनी की आय में 11.7 फीसदी की तेजी आई है।
EBITDA में भी शानदार बढ़त
सिर्फ मुनाफा और आय ही नहीं, कंपनी का ऑपरेटिंग परफॉर्मेंस भी मजबूत रहा है। कंपनी ने बताया कि इस तिमाही में उसका EBITDA 14.2 फीसदी बढ़कर 429.3 करोड़ रुपये रहा। पिछले साल की समान तिमाही में EBITDA 375.8 करोड़ रुपये था। यह इशारा करता है कि कंपनी ने अपने खर्चों को बेहतर तरीके से नियंत्रित किया है और रेवेन्यू में सुधार का फायदा मुनाफे में भी मिला है।
EBITDA मार्जिन में सुधार
कंपनी के मार्जिन भी इस तिमाही में सुधरे हैं। EBITDA मार्जिन 17.8 फीसदी से बढ़कर 18.25 फीसदी पर पहुंच गया है। यानी कंपनी अब हर एक रुपये की बिक्री पर अधिक लाभ कमा रही है, जो उसकी ऑपरेशनल दक्षता को दिखाता है।
कंपनी का बिजनेस और प्रोडक्ट पोर्टफोलियो
Schaeffler India का बिजनेस मुख्य रूप से बियरिंग्स, ऑटोमोटिव कंपोनेंट्स और इंडस्ट्रियल मोशन प्रोडक्ट्स के निर्माण में है। ये सभी उत्पाद क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर मांग में रहते हैं। खासकर ऑटोमोबाइल और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में कंपनी की मजबूत उपस्थिति है।
शेयर पर गिरावट का दबाव
हालांकि मजबूत नतीजों के बावजूद शुक्रवार को कंपनी के शेयर में गिरावट देखने को मिली। बाजार बंद होने पर Schaeffler India का शेयर 2.97 फीसदी गिरकर 4030.55 रुपये पर बंद हुआ। यह गिरावट तिमाही नतीजों से पहले के ट्रेडिंग सत्र में आई, जो संभवतः मुनाफावसूली या बाजार की सामान्य चाल का नतीजा हो सकती है।
नतीजों से निवेशकों की उम्मीदें बनी रहेंगी
हालांकि शुक्रवार को शेयर में गिरावट आई, लेकिन कंपनी के मजबूत नतीजे यह संकेत देते हैं कि उसके मौजूदा कारोबार में स्थायित्व है। साथ ही, लंबे समय में इस तरह की परफॉर्मेंस निवेशकों के भरोसे को बनाए रखने में मदद करती है।
मार्केट में क्या हो सकता है असर
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि सोमवार को बाजार खुलने पर इन नतीजों का क्या असर पड़ता है। आमतौर पर जब किसी कंपनी के नतीजे उम्मीद से बेहतर आते हैं, तो अगले कुछ सत्रों में उसका शेयर पॉजिटिव रिएक्शन दिखा सकता है। Schaeffler India के मामले में भी निवेशक इन आंकड़ों का आकलन करते हुए अगली रणनीति बना सकते हैं।
कंपनी ने दिखाया मजबूत फाइनेंशियल डिसिप्लिन
Schaeffler India के नतीजों से यह साफ है कि कंपनी ने न सिर्फ अपनी बिक्री बढ़ाई है, बल्कि खर्चों पर नियंत्रण और मार्जिन सुधार की दिशा में भी अच्छा काम किया है। मजबूत नतीजे यह दिखाते हैं कि कंपनी ने बाजार की चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों के बावजूद स्थिरता बनाए रखी है।