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शेख हसीना ने ICT अदालत पर उठाए सवाल, राजनीतिक विरोधियों पर लगाया आरोप

शेख हसीना ने ICT अदालत पर उठाए सवाल, राजनीतिक विरोधियों पर लगाया आरोप

पूर्व पीएम शेख हसीना ने अगस्त 2024 के प्रदर्शनों में प्रदर्शनकारियों पर गोलीबारी के आरोपों को खारिज किया। उन्होंने लोकतंत्र की रक्षा और नागरिक सुरक्षा पर जोर देते हुए कहा कि वास्तविक मौतों की संख्या प्रचार से अलग है।

Bangladesh News: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने एक इंटरव्यू में अपने राजनीतिक करियर और अगस्त 2024 में हुए प्रदर्शनों को लेकर खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि वह हमेशा लोकतंत्र की बहाली और देश की स्थिरता के लिए प्रतिबद्ध रही हैं। हसीना ने हिंसक विरोध और सुरक्षा बलों के रवैये को लेकर कई अहम बातें साझा की हैं, जो अब पूरे देश और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए चर्चा का विषय बनी हैं।

देश छोड़कर भागने का कारण

शेख हसीना ने बताया कि 5 अगस्त 2024 को उन्हें अपने और अपने आस-पास के लोगों की सुरक्षा के लिए देश छोड़कर भारत आना पड़ा। उन्होंने कहा, "बांग्लादेश में रहने से न सिर्फ मेरी जान को खतरा होता, बल्कि मेरे आसपास के लोगों की सुरक्षा को भी खतरा हो जाता।" हसीना ने यह स्पष्ट किया कि उनका देश छोड़ना किसी कमजोरी का संकेत नहीं बल्कि सुरक्षा का निर्णय था।

प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाने का आरोप खारिज

अगस्त में हुए प्रदर्शन और हिंसक घटनाओं के संदर्भ में हसीना ने कहा कि उन्हें सुरक्षा बलों को लोगों पर गोली चलाने का आदेश देने का आरोप पूरी तरह गलत है। उन्होंने इसे हिंसक विद्रोह करार दिया और कहा, "इतनी बड़ी संख्या में लोगों की मौत की जिम्मेदारी जमीनी सुरक्षा बलों की अनुशासनहीनता और नियंत्रण में कमी की वजह से हुई।" 

अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (ICT) पर संदेह

हसीना ने ICT को दिखावटी अदालत बताया और कहा कि इसमें राजनीतिक विरोधी नेताओं का प्रभाव है। उन्होंने कहा, "अगर यह अदालत मुझे मौत की सजा देती भी है, तो मुझे हैरानी नहीं होगी। ICT की प्रक्रिया में मेरे खिलाफ बढ़ा-चढ़ा कर प्रचार किया गया।" हसीना ने यह भी कहा कि उनकी सरकार ने प्रारंभिक दौर में मौतों की स्वतंत्र जांच शुरू की थी, जिसे बाद में आए अंतरिम प्रशासन ने बंद कर दिया।

मौतों के आंकड़ों पर सवाल

पूर्व प्रधानमंत्री ने 1,400 मौतों के आंकड़ों पर भी सवाल उठाया और कहा कि यह संख्या आईसीटी और अंतरराष्ट्रीय प्रचार के लिए बढ़ा-चढ़ा कर पेश की गई। उन्होंने कहा कि वास्तविक संख्या और परिस्थितियां इससे भिन्न हैं। हसीना के अनुसार, वास्तविक घटनाओं को पेश करना जरूरी है ताकि जनता सही जानकारी तक पहुंचे और राजनीतिक विरोधियों के द्वारा गलत प्रचार का प्रभाव कम हो।

हसीना का लोकतंत्र पर जोर

इंटरव्यू में शेख हसीना ने बार-बार कहा कि उनका उद्देश्य बांग्लादेश में लोकतंत्र की स्थिरता सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि देश में लोकतंत्र के मूल्यों की रक्षा और नागरिकों की सुरक्षा उनके लिए सर्वोपरि है। हसीना ने यह भी बताया कि वे अपनी राजनीतिक और सामाजिक जिम्मेदारियों को निभाने के लिए प्रतिबद्ध हैं और अपने समर्थकों और जनता के विश्वास को बनाए रखना चाहती हैं।

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