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संयुक्त राष्ट्र में मेलोनी का भारत पर भरोसा, कहा- संघर्ष खत्म करने और शांति कायम करने में अहम योगदान

संयुक्त राष्ट्र में मेलोनी का भारत पर भरोसा, कहा- संघर्ष खत्म करने और शांति कायम करने में अहम योगदान

संयुक्त राष्ट्र महासभा में इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने भारत की वैश्विक भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा कि भारत एशिया ही नहीं, पूरी दुनिया में शांति और स्थिरता कायम करने तथा युद्धों को खत्म करने में नेतृत्वकारी योगदान दे सकता है।

UN General Assembly: इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी (Giorgia Meloni) ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के मंच से भारत की कूटनीतिक शक्ति और वैश्विक योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि भारत न केवल एशिया बल्कि पूरी दुनिया में शांति बहाल करने और जारी युद्धों को खत्म करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। मेलोनी ने स्पष्ट रूप से कहा कि मौजूदा समय में जब कई हिस्सों में संघर्ष और अस्थिरता है, भारत का नेतृत्व दुनिया को शांति की दिशा में ले जा सकता है।

भारत पर मेलोनी का भरोसा

मेलोनी ने एक मीडिया इंटरव्यू के दौरान कहा, "मेरा मानना है कि भारत बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।" यह बयान ऐसे समय में आया है जब रूस-यूक्रेन युद्ध और मध्य पूर्व में तनाव जैसी घटनाओं ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को चिंता में डाल रखा है। भारत लगातार इस बात पर जोर देता आया है कि किसी भी विवाद को बातचीत और कूटनीति (Diplomacy) के जरिए सुलझाया जाना चाहिए। यही वजह है कि भारत की भूमिका आज दुनिया के बड़े देशों के लिए और भी अहम हो गई है।

पीएम मोदी और मेलोनी की बातचीत

हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इटली की पीएम मेलोनी के बीच टेलीफोन पर बातचीत हुई थी। इस दौरान दोनों नेताओं ने न केवल द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की बल्कि क्षेत्रीय और वैश्विक संकटों पर भी विचार साझा किए। खासकर यूक्रेन में चल रहे युद्ध को लेकर दोनों देशों के नेताओं ने यह माना कि इसका जल्द और शांतिपूर्ण समाधान होना चाहिए। पीएम मोदी ने भारत की ओर से शांति बहाली के लिए पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया।

भारत-इटली संबंधों में नई मजबूती

भारत और इटली के बीच संबंध केवल कूटनीति तक सीमित नहीं हैं। दोनों देशों ने निवेश, रक्षा, सुरक्षा, अंतरिक्ष, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, शिक्षा और आतंकवाद विरोधी कदमों जैसे क्षेत्रों में साझेदारी को मजबूत करने का संकल्प लिया है। दोनों देशों ने 2025-29 के लिए संयुक्त रणनीतिक कार्ययोजना (Joint Strategic Action Plan) पर सहमति जताई है, जिसके जरिए भविष्य के सहयोग को नए आयाम मिलेंगे।

भारत-यूरोपीय संघ मुक्त व्यापार समझौता

मेलोनी ने भारत-यूरोपीय संघ मुक्त व्यापार समझौते (India-EU Free Trade Agreement) को जल्द पूरा करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इटली इस समझौते का पुरजोर समर्थन करता है क्योंकि यह दोनों पक्षों के व्यवसायों और उपभोक्ताओं के लिए लाभकारी साबित होगा। भारत और यूरोप के बीच आर्थिक सहयोग को बढ़ाने में यह समझौता अहम भूमिका निभा सकता है।

भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारा

भारत, इटली और अन्य सहयोगी देश मिलकर भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे (IMEEEC – India-Middle East-Europe Economic Corridor) को आगे बढ़ाने पर काम कर रहे हैं। यह प्रोजेक्ट भविष्य में एशिया, यूरोप और मध्य पूर्व के बीच कनेक्टिविटी बढ़ाने में मील का पत्थर साबित हो सकता है। मेलोनी ने भी इस पहल की सराहना की और इसके सफल क्रियान्वयन के लिए इटली की प्रतिबद्धता दोहराई।

AI इम्पैक्ट समिट 2026 में भारत की भूमिका

मेलोनी ने 2026 में भारत में होने वाले AI Impact Summit की सफलता की शुभकामनाएं दीं। उनका मानना है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence) के क्षेत्र में भारत का योगदान आने वाले समय में दुनिया की दिशा तय कर सकता है। उन्होंने कहा कि इस तरह के सम्मेलन से न केवल तकनीकी विकास होगा बल्कि वैश्विक स्तर पर सहयोग भी बढ़ेगा।

पीएम मोदी के नेतृत्व की सराहना

जॉर्जिया मेलोनी ने पीएम नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिन पर भी उन्हें शुभकामनाएं दीं और उनकी नेतृत्व क्षमता की तारीफ की। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा कि मोदी जी की ताकत, दृढ़ संकल्प और लाखों लोगों का नेतृत्व करने की क्षमता प्रेरणादायक है। मेलोनी ने कहा कि भारत के पास एक ऐसा नेता है जो न केवल अपने देश बल्कि पूरी दुनिया के लिए मार्गदर्शक साबित हो सकता है।

वैश्विक मंच पर भारत की अहमियत

भारत की बढ़ती भूमिका अब केवल एशिया तक सीमित नहीं रही। चाहे वह G20 Summit की अध्यक्षता हो, ब्रिक्स (BRICS) देशों में भारत की सक्रिय भागीदारी हो या संयुक्त राष्ट्र में शांति की पहल, हर जगह भारत की आवाज को गंभीरता से सुना जा रहा है। भारत का रुख हमेशा संतुलित (Balanced Approach) और संवाद पर आधारित रहा है, जो आज की जटिल दुनिया में बेहद जरूरी है।

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