अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की दक्षिण कोरिया के बुसान में 6 साल बाद हुई बैठक में बड़ा समझौता हुआ। ट्रंप ने चीन से आने वाले सामानों पर लगने वाले टैरिफ को 57% से घटाकर 47% करने की घोषणा की। ‘रेयर अर्थ’ निर्यात को लेकर भी दोनों देशों में सहमति बनी।
US China Trade Deal: 6 साल बाद दक्षिण कोरिया के बुसान में हुई ऐतिहासिक बैठक में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने ट्रेड वॉर को कम करने की दिशा में अहम कदम उठाया। दोनों नेताओं के बीच करीब दो घंटे चली बातचीत के बाद ट्रंप ने चीन से आने वाले आयातित सामानों पर टैरिफ 57% से घटाकर 47% करने की घोषणा की। इस समझौते से अमेरिका-चीन व्यापारिक तनाव में राहत मिलने की उम्मीद है। साथ ही, ‘रेयर अर्थ एलिमेंट्स’ के निर्यात पर भी सहमति बनी, जिससे वैश्विक टेक्नोलॉजी और रक्षा उद्योगों को बड़ी राहत मिली है।
छह साल बाद हुई अहम बैठक
डोनाल्ड ट्रंप और शी जिनपिंग की यह मुलाकात दक्षिण कोरिया के बुसान शहर में हुई। दोनों नेताओं ने करीब दो घंटे तक आपसी बातचीत की और भविष्य के व्यापारिक रिश्तों पर चर्चा की। 2019 में जापान के ओसाका में हुई पिछली मुलाकात के बाद दोनों देशों के बीच रिश्ते काफी बिगड़ गए थे। उस समय से अब तक व्यापारिक टकराव, टैरिफ और तकनीकी नियंत्रण को लेकर कई विवाद खड़े हुए थे। लेकिन इस बार की बैठक में माहौल सकारात्मक रहा और दोनों नेताओं ने सहयोग की दिशा में आगे बढ़ने के संकेत दिए।
बैठक के दौरान शी जिनपिंग ने ट्रंप की “शांति बहाल करने की कोशिशों” की सराहना की और कहा कि दोनों देशों को प्रतिस्पर्धा की बजाय सहयोग के रास्ते पर चलना चाहिए।
टैरिफ में 10 प्रतिशत की कटौती

बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में राष्ट्रपति ट्रंप ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि चीन से आने वाले उत्पादों पर लगाए गए टैरिफ को 57 प्रतिशत से घटाकर 47 प्रतिशत किया जाएगा। ट्रंप ने इसे “नई शुरुआत” बताया और कहा कि यह कदम दोनों देशों के व्यापारिक संबंधों को संतुलित करने में मदद करेगा।
इस कटौती से चीन को बड़ी राहत मिलेगी। पिछले कुछ वर्षों में भारी टैरिफ के कारण चीनी निर्यात पर असर पड़ा था और अमेरिकी कंपनियों को भी बढ़ी हुई लागत का सामना करना पड़ा था। विशेषज्ञों का मानना है कि टैरिफ में इस कमी से दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं पर सकारात्मक असर पड़ेगा।
बड़े व्यापार समझौते की तैयारी
राष्ट्रपति ट्रंप ने बैठक के दौरान यह भी कहा कि अमेरिका और चीन जल्द ही एक “बड़े व्यापार समझौते” पर हस्ताक्षर करने वाले हैं। उन्होंने यह भी घोषणा की कि वे इस समझौते को अंतिम रूप देने के लिए जल्द ही चीन की यात्रा करेंगे।
यह घोषणा ऐसे समय में आई है जब वैश्विक बाजार में आर्थिक अस्थिरता बढ़ रही है और निवेशक दोनों देशों के बीच तनाव को लेकर चिंतित हैं। ट्रंप के इस बयान ने बाजार में नई उम्मीद जगा दी है कि आने वाले महीनों में अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक माहौल और बेहतर हो सकता है।
‘रेयर अर्थ एलिमेंट्स’ पर भी बनी सहमति
इस बैठक की एक और बड़ी उपलब्धि रही ‘रेयर अर्थ एलिमेंट्स’ को लेकर समझौता। इन तत्वों की सप्लाई पर चीन का दबदबा है और ये आधुनिक टेक्नोलॉजी, इलेक्ट्रॉनिक्स और रक्षा उद्योगों में अहम भूमिका निभाते हैं। ट्रंप ने बताया कि इस मुद्दे पर चीन के साथ समझौता हो गया है और अब इन तत्वों की सप्लाई पर कोई रुकावट नहीं होगी।
ट्रंप के साथ यात्रा कर रहे एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी ने भी पुष्टि की कि चीन इन महत्वपूर्ण तत्वों का निर्यात जारी रखेगा। यह फैसला अमेरिकी टेक्नोलॉजी कंपनियों और रक्षा क्षेत्र के लिए बड़ी राहत माना जा रहा है, क्योंकि हाल के महीनों में सप्लाई रुकने का खतरा मंडरा रहा था।













