सीएम योगी ने मुरादाबाद में समाजवादी पार्टी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सपा ने ‘ग’ से ‘गधा’ पढ़ाया था, जिससे उनकी सोच भी गधे जैसी हो गई। शिक्षा, माफियाराज और पहचान के मुद्दे उठाए।
CM Yogi: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुरादाबाद में एक जनसभा के दौरान समाजवादी पार्टी पर जोरदार हमला किया। उन्होंने कहा कि सपा सरकार ने शिक्षा में संस्कार की जगह उपहास को बढ़ावा दिया। ‘ग’ से ‘गणेश’ की जगह ‘गधा’ पढ़ाने की सोच ही यह दर्शाती है कि उनकी बुद्धि भी उसी दिशा में विकसित हुई। योगी ने सपा पर प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को बर्बाद करने, माफियाराज को बढ़ावा देने और अराजकता फैलाने का आरोप लगाया।
मुरादाबाद में सीएम योगी का संबोधन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुरादाबाद में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे, जहां उन्होंने समाजवादी पार्टी (सपा) पर तीखा राजनीतिक हमला किया। योगी ने सपा की शिक्षा नीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह पार्टी बच्चों को संस्कार नहीं, गुमराह करने का काम करती है।
सीएम योगी ने कहा कि जब प्रदेश में भाजपा की सरकार थी, तब ‘ग’ से ‘गणेश’ पढ़ाया जाता था। लेकिन जब समाजवादी पार्टी सत्ता में आई, तो उन्होंने ‘ग’ से ‘गधा’ पढ़ाना शुरू किया। उन्होंने इसे सपा की वैचारिक दिशा का प्रतीक बताया और कहा कि उनकी सोच भी अब वैसी ही हो गई है।
शिक्षा में संस्कार बनाम उपहास
सीएम योगी ने कहा कि भाजपा की सरकार ने शिक्षा को मूल्यों और भारतीय संस्कृति से जोड़ने का काम किया। स्कूलों में बच्चों को भगवान गणेश, राम, और अन्य सांस्कृतिक प्रतीकों के माध्यम से शिक्षा दी जाती थी। इसके विपरीत, सपा सरकार ने शिक्षा को हल्का और मजाकिया बना दिया।
उन्होंने कहा कि “जब भाजपा सरकार ‘ग’ से ‘गणेश’ पढ़ा रही थी, तब समाजवादी पार्टी ने इसे बदलकर ‘ग’ से ‘गधा’ कर दिया। यह न केवल शिक्षा के स्तर को गिराने वाला कदम था, बल्कि धार्मिक आस्थाओं और सांस्कृतिक मूल्यों का भी अपमान था।”
समाजवादी पार्टी पर वैचारिक हमला
मुख्यमंत्री ने समाजवादी पार्टी की नीतियों और विचारधारा को लेकर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी न तो बच्चों के भविष्य की चिंता करती है और न ही समाज के नैतिक निर्माण की। सपा का ये व्यवहार उनके पुराने संस्कारों को दर्शाता है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “जब कोई व्यक्ति गधे जैसी सोच रखेगा, तो उसकी बुद्धि भी उसी तरह की हो जाती है।”
शिक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर आरोप
योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी की पूर्व सरकार पर शिक्षा व्यवस्था को नष्ट करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सपा सरकार के समय शिक्षकों की भर्ती में पारदर्शिता नहीं थी और भाई-भतीजावाद हावी था।
उन्होंने कहा कि, उस समय की सरकार ने प्रदेश के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया। स्कूलों की स्थिति बदतर हो गई थी। शिक्षकों की कमी, संसाधनों की कमी और अराजकता ने शिक्षा का स्तर गिरा दिया था।
माफियाराज और अराजकता का दौर
सीएम योगी ने आगे कहा कि समाजवादी पार्टी के शासनकाल में प्रदेश को ‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन माफिया’ के सिद्धांत पर चलाया गया। हर जिले में एक माफिया का बोलबाला था। सपा शासन में दंगे, अपराध और अराजकता आम बात हो गई थी।
उन्होंने कहा, “हर जिले में सपा के समर्थित माफिया शासन करते थे। प्रशासन उनके सामने बेबस था। यही वजह थी कि उत्तर प्रदेश में उस समय पहचान का संकट खड़ा हो गया था। जब यूपी का नागरिक किसी अन्य राज्य में जाता था, तो उसे हेय दृष्टि से देखा जाता था।”
डबल इंजन सरकार के प्रयास
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि भाजपा की डबल इंजन सरकार यानी केंद्र और राज्य की एकजुट सरकार ने प्रदेश में शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने का कार्य शुरू किया है। उन्होंने बताया कि राज्य में अब स्कूलों की अवस्थापना सुविधाएं बेहतर हो रही हैं, डिजिटल माध्यम से पढ़ाई को बढ़ावा मिल रहा है और शिक्षकों की भर्ती में पारदर्शिता लाई गई है। जब सरकार बच्चों की शिक्षा के उन्नयन में लगी है, उस समय समाजवादी पार्टी विद्यालयों को राजनीतिक गतिविधियों का केंद्र बनाना चाहती है। यह शिक्षा की पवित्रता का उल्लंघन है।
यूपी की बदली छवि
सीएम योगी ने दावा किया कि अब उत्तर प्रदेश की छवि बदल गई है। आज का यूपी विकास और कानून-व्यवस्था के लिए जाना जाता है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने राज्य को अराजकता से निकालकर प्रगति की राह पर आगे बढ़ाया है। पहले जहां यूपी के लोग अपनी पहचान छिपाते थे, आज उन्हें गर्व होता है। देश के अन्य राज्यों में यूपी की कानून व्यवस्था, इंफ्रास्ट्रक्चर और युवाओं के आत्मविश्वास की तारीफ होती है।