स्वामी रामदेव के अनुसार रोजाना योग और प्राणायाम दिमाग की सेहत और याददाश्त बढ़ाने में मदद करते हैं। कान पकड़कर उठक-बैठक, सूर्य नमस्कार और प्राणायाम जैसे अनुलोम-विलोम व कपालभाति दिमाग को सक्रिय रखते हैं। साथ ही पौष्टिक खान-पान, पर्याप्त पानी और पर्याप्त नींद से दिमाग की क्षमता और ध्यान केंद्रित करने की शक्ति मजबूत होती है।
Yoga for memory power increase: स्वामी रामदेव ने बताया कि दिमाग की मेमोरी और ध्यान बढ़ाने के लिए रोजाना योग और प्राणायाम जरूरी हैं। कान पकड़कर उठक-बैठक, सूर्य नमस्कार, दंड बैठक जैसे योगाभ्यास और अनुलोम-विलोम व कपालभाति जैसे प्राणायाम दिमाग को सक्रिय रखते हैं और मानसिक थकान कम करते हैं। साथ ही ताजे फल, हरी सब्जियां, पर्याप्त पानी और सही नींद दिमाग की शक्ति बढ़ाने में सहायक हैं। नियमित अभ्यास और संतुलित जीवनशैली से ध्यान केंद्रित करने की क्षमता और याददाश्त बेहतर होती है।
योगासन जो दिमाग को तेज बनाते हैं
स्वामी रामदेव के अनुसार कुछ योगासन सीधे तौर पर दिमाग की एक्टिविटी को बढ़ाते हैं। जैसे “कान पकड़ कर उठक-बैठक” करने का अभ्यास। यह आसन देखने में आसान लगता है लेकिन दिमाग में ऊर्जा बढ़ाने के लिए बहुत प्रभावी है। इससे बच्चों की पढ़ाई में ध्यान बढ़ता है और बड़ों को मानसिक थकान से राहत मिलती है।
सूर्य नमस्कार भी दिमाग के लिए लाभकारी है। रोजाना सूर्य नमस्कार के कुछ चक्र करने से पूरे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और दिमाग तक अधिक ऑक्सीजन पहुँचती है। इससे दिमाग फ्रेश और एक्टिव रहता है। इसके अलावा दंड बैठक यानी पुश-अप जैसी गतिविधियां भी दिमाग और शरीर को मजबूत बनाने में मदद करती हैं।
प्राणायाम से बढ़ेगी याददाश्त और ध्यान
प्राणायाम या सांसों का अभ्यास दिमाग की सेहत के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। स्वामी रामदेव के अनुसार गहरी सांस लेना, कपालभाति और अनुलोम-विलोम जैसे प्राणायाम तनाव को कम करते हैं और मानसिक शांति प्रदान करते हैं। जब दिमाग शांत और तनावमुक्त होता है, तो ध्यान लगाने की क्षमता अपने आप बढ़ जाती है। यह मानसिक थकान को दूर करके याददाश्त को मजबूत बनाता है।
खान-पान में सुधार जरूरी
योग और प्राणायाम के साथ-साथ सही खान-पान भी दिमाग की क्षमता बढ़ाने के लिए जरूरी है। स्वामी रामदेव का कहना है कि ताजे फल और हरी सब्जियां रोज के आहार में शामिल होना चाहिए। ये शरीर को जरूरी विटामिन और मिनरल्स प्रदान करते हैं, जो दिमाग के लिए भी लाभकारी हैं।
इसके विपरीत ज्यादा तला-भुना, मीठा और जंक फूड दिमाग और शरीर दोनों को सुस्त कर देता है। पानी की कमी भी दिमाग की एक्टिविटी को कम कर देती है। इसलिए दिनभर पर्याप्त मात्रा में पानी पीना आवश्यक है।
निरंतरता है सबसे बड़ी कुंजी
योग और प्राणायाम का असर तभी दिखता है जब इसे रोजाना किया जाए। यदि आप नियमित रूप से कुछ मिनट भी इन अभ्यासों के लिए निकालते हैं, तो धीरे-धीरे आपकी याददाश्त और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता मजबूत होगी। इसके साथ ही तनाव कम करने और पर्याप्त नींद लेने की आदत भी दिमाग के स्वास्थ्य के लिए जरूरी है। तनाव और नींद की कमी सीधे दिमाग पर असर डालती है और याददाश्त कमजोर कर देती है।
बच्चों और बड़ों दोनों के लिए फायदेमंद
ये योगासन और प्राणायाम न केवल बड़ों के लिए बल्कि बच्चों के लिए भी अत्यंत फायदेमंद हैं। बच्चों में पढ़ाई के दौरान ध्यान की क्षमता बढ़ती है और मानसिक थकान कम होती है। वहीं बड़ों में दिमाग की सक्रियता बनी रहती है और स्मृति क्षमता मजबूत होती है।
स्वामी रामदेव का मानना है कि थोड़ी-थोड़ी अवधि के लिए नियमित अभ्यास से भी दिमाग में सकारात्मक बदलाव दिखाई देता है। सही योगासन, प्राणायाम और संतुलित आहार मिलकर दिमाग को तेज, सक्रिय और तनावमुक्त बनाए रखते हैं।