3 अगस्त 2025 को श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि है। यह तिथि रविवार को सुबह 9 बजकर 43 मिनट तक रहेगी, इसके बाद दशमी तिथि शुरू हो जाएगी। इस दिन न सिर्फ रविवार का शुभ दिन है, बल्कि ब्रह्म योग और अनुराधा नक्षत्र जैसे महत्वपूर्ण योग भी बन रहे हैं। ये योग धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टिकोण से खास माने जाते हैं।
ब्रह्म योग का महत्व और समय
ब्रह्म योग एक शुभ योग होता है, जिसका उपयोग विशेष पूजा, मंत्र जप, साधना या किसी शुभ कार्य की शुरुआत के लिए किया जाता है। 3 अगस्त को यह योग दिनभर रहेगा और रात को भी जारी रहेगा। यह अगले दिन यानी 4 अगस्त की सुबह 7 बजकर 5 मिनट तक प्रभावी रहेगा। इस योग में किए गए कार्य शुभ फल प्रदान करते हैं और आत्मिक शांति भी मिलती है।
रविवार का अभिजीत मुहूर्त
ज्योतिष के अनुसार हर दिन एक ऐसा विशेष समय आता है जिसे अभिजीत मुहूर्त कहते हैं। यह मुहूर्त किसी भी नए काम की शुरुआत के लिए सबसे उत्तम माना जाता है। 3 अगस्त को यह अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजे से शुरू होकर 12 बजकर 54 मिनट तक रहेगा। इस मुहूर्त का उपयोग शादी, वाहन खरीदना, मकान की नींव डालना, नौकरी से जुड़ा कोई कार्य या कोई नई योजना शुरू करने के लिए किया जा सकता है।
कौन-कौन से व्रत और पर्व पड़ेंगे
3 अगस्त 2025 को किसी बड़े पर्व या व्रत का आयोजन नहीं है। हालांकि ब्रह्म योग और अनुराधा नक्षत्र के कारण यह दिन धार्मिक दृष्टिकोण से विशेष रहेगा। जो लोग नियमित रूप से भगवान शिव या विष्णु की पूजा करते हैं, उनके लिए यह दिन साधना और ध्यान के लिए अच्छा रहेगा।
राहुकाल में इन कार्यों से बचें
हर दिन की तरह रविवार को भी राहुकाल रहेगा। राहुकाल को अशुभ काल माना जाता है। इस समय के दौरान कोई भी नया कार्य शुरू करने से परहेज किया जाता है। शहरों के अनुसार 3 अगस्त का राहुकाल इस प्रकार रहेगा:
- दिल्ली: शाम 5 बजकर 30 मिनट से 7 बजकर 11 मिनट तक
- मुंबई: शाम 5 बजकर 36 मिनट से 7 बजकर 12 मिनट तक
- चंडीगढ़: शाम 5 बजकर 35 मिनट से 7 बजकर 16 मिनट तक
- लखनऊ: शाम 5 बजकर 13 मिनट से 6 बजकर 53 मिनट तक
- भोपाल: शाम 5 बजकर 23 मिनट से 7 बजकर 1 मिनट तक
- कोलकाता: शाम 4 बजकर 38 मिनट से 6 बजकर 17 मिनट तक
- अहमदाबाद: शाम 5 बजकर 41 मिनट से 7 बजकर 20 मिनट तक
- चेन्नई: शाम 5 बजकर 30 मिनट से 7 बजकर 11 मिनट तक
इन समयों में कोई भी शुभ कार्य करने से बचना चाहिए जैसे घर का सौदा करना, नया व्यापार शुरू करना या यात्रा पर निकलना।
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
3 अगस्त को सूरज सुबह 5 बजकर 43 मिनट पर उगेगा और शाम 7 बजकर 10 मिनट पर अस्त होगा। यह जानकारी उन लोगों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है जो धार्मिक नियमों का पालन करते हैं जैसे सूर्य को अर्घ्य देना, व्रत करना या किसी विशेष पूजा में समय निर्धारण करना।
श्रावण मास में विशेष महत्व
श्रावण मास हिन्दू पंचांग के अनुसार एक बेहद पावन और धार्मिक महीना माना जाता है। इस महीने में भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व होता है। हालांकि 3 अगस्त को कोई विशेष व्रत नहीं है, फिर भी श्रद्धालु इस दिन शिवलिंग पर जल चढ़ाकर या शिव चालीसा का पाठ कर पुण्य प्राप्त कर सकते हैं।
कैसा रहेगा रविवार का दिन
रविवार सूर्य देव का दिन माना जाता है। इस दिन सूर्य की आराधना करने से व्यक्ति को तेज, आत्मविश्वास और मान-सम्मान की प्राप्ति होती है। ब्रह्म योग और अनुराधा नक्षत्र के कारण यह रविवार और भी शुभ हो गया है। जो लोग सरकारी नौकरी, प्रतियोगी परीक्षाएं या व्यवसाय से जुड़े हैं, वे सूर्य देव की पूजा करके अपने दिन की शुरुआत कर सकते हैं।
ध्यान और साधना के लिए उत्तम समय
ब्रह्म योग का समय विशेष रूप से ध्यान, साधना और जप-तप के लिए उपयुक्त होता है। इस योग में मानसिक शांति और आत्मिक संतुलन प्राप्त करने के लिए सुबह के समय ध्यान करना लाभदायक होता है। जिन लोगों को मानसिक तनाव है या जीवन में कोई नई दिशा चाहिए, वे इस योग का लाभ उठा सकते हैं।