Columbus

अब म्यूचुअल फंड से करें सीधे UPI पेमेंट! जानिए नया Pay with MF फीचर

अब म्यूचुअल फंड से करें सीधे UPI पेमेंट! जानिए नया Pay with MF फीचर

अब निवेशक अपने लिक्विड म्यूचुअल फंड से सीधे UPI पेमेंट कर सकेंगे। ICICI Prudential Mutual Fund और Bajaj Finserv AMC ने Curie Money के साथ मिलकर “Pay with Mutual Fund” फीचर लॉन्च किया है। इससे निवेशक अपने फंड की यूनिट्स तुरंत रिडीम कर भुगतान कर सकते हैं, जो सेविंग अकाउंट से बेहतर रिटर्न और आसान लिक्विडिटी देता है।

Mutual Fund: निवेशकों के लिए डिजिटल पेमेंट में एक बड़ा नवाचार हुआ है। अब वे अपने लिक्विड म्यूचुअल फंड से सीधे UPI के जरिए पेमेंट कर सकते हैं। ICICI Prudential Mutual Fund और Bajaj Finserv AMC ने Curie Money के साथ साझेदारी कर “Pay with Mutual Fund” फीचर लॉन्च किया है। इस सुविधा से निवेशक अपने फंड की यूनिट्स तुरंत रिडीम कर सकते हैं और भुगतान रियल-टाइम में पूरा होता है। यह फीचर लिक्विड फंड को बैंक अकाउंट जैसा इस्तेमाल करने देता है, लेकिन बेहतर रिटर्न और लचीले कैश मैनेजमेंट के साथ।

क्या है नया Pay with Mutual Fund फीचर

इस फीचर के तहत निवेशक अपने लिक्विड म्यूचुअल फंड में रखे पैसे से सीधे UPI के जरिए भुगतान कर सकते हैं। जब कोई निवेशक पेमेंट करता है, तो उतनी राशि की यूनिट्स तुरंत रिडीम यानी बेच दी जाती हैं और पैसा सीधे ट्रांसफर हो जाता है।

यह सुविधा फिलहाल ICICI Prudential Mutual Fund और Bajaj Finserv AMC ने Curie Money के साथ मिलकर शुरू की है। इसका उद्देश्य है कि लिक्विड फंड को सिर्फ निवेश का साधन न मानकर रोजमर्रा के भुगतान के लिए भी इस्तेमाल किया जा सके। यह ऐसा है जैसे आपका लिक्विड फंड एक डिजिटल बैंक अकाउंट बन गया हो, जिसमें आपका पैसा न सिर्फ सुरक्षित रहता है बल्कि उस पर बेहतर रिटर्न भी मिलता है।

कैसे करता है काम

अगर आपके पास लिक्विड म्यूचुअल फंड में निवेश है और आपका फंड हाउस इस सेवा को सपोर्ट करता है, तो आप इसे अपने UPI से लिंक कर सकते हैं। जब आप किसी दुकान पर या ऑनलाइन पेमेंट करते हैं, तो पेमेंट की रकम आपके फंड से स्वतः कट जाएगी। यह प्रक्रिया कुछ ही सेकंड में पूरी हो जाती है और पैसा तुरंत प्राप्तकर्ता के अकाउंट में पहुंच जाता है।

क्यों है यह फीचर खास

  • तुरंत लिक्विडिटी की सुविधा

लिक्विड फंड वैसे भी शॉर्ट-टर्म मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करते हैं, जिनमें पैसे को आसानी से निकाला जा सकता है। लेकिन अब यह और भी आसान हो गया है। पहले निवेशकों को पैसे निकालकर बैंक में ट्रांसफर करना पड़ता था, अब सीधे पेमेंट किया जा सकता है।

  • सेविंग अकाउंट से बेहतर रिटर्न

जहां सेविंग अकाउंट पर आमतौर पर 3 से 4 प्रतिशत तक ब्याज मिलता है, वहीं लिक्विड फंड 6 से 7 प्रतिशत तक रिटर्न दे सकते हैं। यानी आपके पैसे पर बेहतर कमाई के साथ अब पेमेंट की सुविधा भी।

  • आसान और परिचित UPI इंटरफेस

आज हर कोई UPI से पेमेंट करता है। इस फीचर से अब म्यूचुअल फंड को उसी आसान तरीके से इस्तेमाल किया जा सकेगा। किसी अलग ऐप या बैंक ट्रांसफर की झंझट नहीं। पेमेंट उतनी ही सरलता से होगा जितना कि किसी बैंक अकाउंट से होता है।

  • लचीला कैश मैनेजमेंट

यह सुविधा न सिर्फ व्यक्तिगत निवेशकों बल्कि बिजनेस के लिए भी फायदेमंद हो सकती है। कंपनियां अपने शॉर्ट-टर्म फंड को लिक्विड फंड में रखकर जरूरत पड़ने पर तुरंत उपयोग कर सकती हैं। इससे पैसों पर ब्याज भी मिलता रहेगा और जरूरत के समय पेमेंट की लचीलापन भी रहेगा।

क्या सेविंग अकाउंट से बेहतर है यह विकल्प

देखा जाए तो यह फीचर सेविंग अकाउंट से कई मामलों में आगे है, लेकिन कुछ अंतर भी हैं। सेविंग अकाउंट पूरी तरह सुरक्षित होता है और ₹5 लाख तक की जमा राशि बीमित रहती है। वहीं लिक्विड फंड मार्केट से जुड़े होते हैं, इसलिए इनमें थोड़ा बहुत जोखिम हो सकता है।

अगर कोई व्यक्ति पूरी तरह सुरक्षित विकल्प चाहता है तो सेविंग अकाउंट उसके लिए ठीक है। लेकिन जो निवेशक थोड़ी सी उतार-चढ़ाव के बदले बेहतर रिटर्न चाहते हैं, उनके लिए यह फीचर आकर्षक हो सकता है। यह आपके पैसे को निष्क्रिय नहीं रहने देता, बल्कि उसे बढ़ने का मौका देता है।

किन बातों का रखें ध्यान

लिक्विड फंड में निवेश करने से पहले उसके औसत रिटर्न और रिडेम्प्शन प्रक्रिया को समझना जरूरी है। हर फंड का परफॉर्मेंस अलग हो सकता है और पेमेंट प्रोसेस में शामिल फंड हाउस भी फिलहाल सीमित हैं। टैक्स के लिहाज से लिक्विड फंड की ट्रीटमेंट बैंक डिपॉजिट जैसी ही होती है। यानी जिस साल आप मुनाफा कमाते हैं, उस पर टैक्स देना पड़ता है।

इसके अलावा, इसे पूरी तरह इमरजेंसी फंड का विकल्प न मानें। रोजमर्रा के पेमेंट के लिए यह फीचर उपयोगी है, लेकिन कुछ रकम हमेशा सेविंग अकाउंट में रखना बेहतर रहता है ताकि आपात स्थिति में तुरंत कैश उपलब्ध हो।

Leave a comment