GST 2.0 के लागू होने के बाद घरेलू ऑटोमोबाइल उद्योग को मजबूती मिली है। कारों की बिक्री दोगुनी होकर 5 लाख यूनिट्स से अधिक हो गई, जबकि दिवाली तक रिटेल सेल्स 6.5–7 लाख यूनिट्स तक पहुंची। टाटा मोटर्स और मारुति जैसी कंपनियों ने भी रिकॉर्ड बिक्री दर्ज की, जिससे उद्योग और लॉजिस्टिक्स सेक्टर में तेजी आई।
GST 2.0: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि 22 सितंबर से लागू GST 2.0 ने भारत के ऑटोमोबाइल सेक्टर को तेजी दी है। इस कदम से कारों की बिक्री दोगुनी होकर 5 लाख यूनिट्स से अधिक हो गई और दिवाली तक रिटेल सेल्स 6.5–7 लाख यूनिट्स के बीच रही। टाटा मोटर्स और मारुति जैसी कंपनियों ने रिकॉर्ड डिलीवरी और बिक्री दर्ज की, जिससे उद्योग, लॉजिस्टिक्स और पैकेजिंग सेक्टर में रोजगार और व्यापार बढ़ा।
कारों की बिक्री में रिकॉर्ड उछाल
वित्त मंत्री ने मीडिया में कहा, “GST 2.0 ने मोटर वाहन उद्योग को महत्वपूर्ण बढ़ावा दिया है। इसके परिणामस्वरूप कारों की बिक्री दोगुनी होकर पांच लाख इकाई तक पहुंच गई है। यह ऑटोमोबाइल सेक्टर के लिए एक बड़ा मोड़ साबित हुआ है।” उन्होंने यह भी कहा कि दिवाली की खरीदारी के दौरान ई-कॉमर्स और क्विक-कॉमर्स प्लेटफॉर्म ने मांग में भारी इजाफा देखा। प्रीमियम प्रोडक्ट और तत्काल डिलीवरी सेवाओं ने इस वृद्धि को और गति दी।
त्योहारों में जबरदस्त मांग
ऑटोमोबाइल पर GST में कटौती के बाद त्योहारों की मांग ने भी ऑटो सेक्टर को तेजी दी। टाटा मोटर्स ने बताया कि नवरात्रि से दीपावली तक पिछले 30 दिनों में उसने 1 लाख से ज्यादा कारों की डिलीवरी की है। टाटा ग्रुप की इस ऑटो निर्माता कंपनी ने साल-दर-साल बिक्री में 33 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की। इस दौरान SUV का बाजार में दबदबा कायम रहा।
मारुति सुजुकी की रिपोर्ट
मारुति सुजुकी इंडिया ने पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट में, जिसमें कार और SUV शामिल हैं, अच्छा प्रदर्शन देखा है। कंपनी के अनुसार, GST दरों में कटौती और स्थानीय या स्वदेशी उत्पादों की मजबूत मांग के कारण 2025 में दिवाली की बिक्री रिकॉर्ड ₹6.05 लाख करोड़ तक पहुंच गई। दिवाली के दौरान व्यापार में तेजी के कारण लॉजिस्टिक्स, परिवहन, पैकेजिंग और डिलीवरी जैसे सेक्टर में लगभग 50 लाख लोगों के लिए अस्थायी रोजगार उत्पन्न हुआ।
कार खरीदने वालों के लिए लाभ
GST 2.0 लागू होने के बाद उपभोक्ताओं को भी फायदा हुआ है। नई दरों के कारण कार की कीमत में कटौती हुई है। साथ ही, दिवाली और त्योहारी सीजन में कंपनियों की तरफ से डिस्काउंट और फाइनेंसिंग ऑफर भी मिल रहे हैं। इससे ग्राहक नए वाहन खरीदने के लिए प्रेरित हो रहे हैं और ऑटो सेक्टर को नई ऊंचाई मिली है।