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AI Chatbot: सावधान! AI इस्तेमाल करते वक्त भूलकर भी न शेयर करें ये जानकारियां

AI Chatbot: सावधान! AI इस्तेमाल करते वक्त भूलकर भी न शेयर करें ये जानकारियां

एआई चैटबॉट्स जैसे चैटजीपीटी तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं, लेकिन साइबर विशेषज्ञ चेतावनी दे रहे हैं कि इनके साथ निजी जानकारी साझा करना खतरनाक साबित हो सकता है। पर्सनल डिटेल्स, बैंकिंग जानकारी, पासवर्ड, मेडिकल डेटा और निजी डॉक्यूमेंट्स चैटबॉट्स पर डालने से पहचान की चोरी और धोखाधड़ी का खतरा बढ़ जाता है।

AI Chatbot Risk: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस चैटबॉट्स जैसे चैटजीपीटी रोजमर्रा की जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुके हैं और लोग इनका इस्तेमाल ईमेल लिखने से लेकर भावनात्मक सहारा पाने तक कर रहे हैं। हालांकि, साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि अगर यूजर्स पर्सनल डिटेल्स, बैंकिंग जानकारी या संवेदनशील डॉक्यूमेंट्स इन प्लेटफॉर्म्स पर डालते हैं तो डेटा चोरी, धोखाधड़ी और पहचान की हेराफेरी का खतरा बढ़ सकता है।

पर्सनल डिटेल्स और बैंकिंग जानकारी से बचें

आपका नाम, पता, फोन नंबर या ईमेल जैसी डिटेल्स मामूली लग सकती हैं, लेकिन इन्हें जोड़कर आपकी ऑनलाइन पहचान बनाई जा सकती है। एक बार ये डेटा लीक हो जाए तो इसका इस्तेमाल धोखाधड़ी, फिशिंग और ट्रैकिंग जैसे साइबर क्राइम्स में किया जा सकता है।

इसी तरह बैंक अकाउंट नंबर और क्रेडिट कार्ड डिटेल्स भी कभी एआई चैटबॉट्स पर शेयर नहीं करनी चाहिए। साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे डेटा को इंटरसेप्ट कर धोखाधड़ी और पहचान की चोरी की जा सकती है। बैंकिंग जानकारी केवल सुरक्षित और आधिकारिक चैनल पर ही साझा करनी चाहिए।

पासवर्ड और मेडिकल डिटेल्स भी रखें सुरक्षित

पासवर्ड साझा करना सबसे बड़ी गलती साबित हो सकती है। किसी भी चैटबॉट पर लॉगिन क्रेडेंशियल डालने से ईमेल, बैंकिंग और सोशल मीडिया अकाउंट्स खतरे में आ सकते हैं। एक्सपर्ट्स सलाह देते हैं कि पासवर्ड हमेशा सुरक्षित पासवर्ड मैनेजर में सेव करें और इन्हें कभी चैटबॉट पर न डालें।

स्वास्थ्य संबंधी जानकारी भी चैटबॉट्स पर शेयर नहीं करनी चाहिए। बीमारी के लक्षण, मेडिकल रिकॉर्ड या बीमा नंबर जैसी डिटेल्स गलत हाथों में जाने पर गंभीर जोखिम पैदा कर सकती हैं। चूंकि एआई कोई लाइसेंस प्राप्त हेल्थकेयर स्रोत नहीं है, इसलिए इसकी जानकारी पर पूरी तरह निर्भर होना भी सही नहीं है।

निजी डॉक्यूमेंट्स और तस्वीरें न करें अपलोड

पहचान पत्र, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस और निजी तस्वीरें चैटबॉट्स पर अपलोड करना बेहद खतरनाक हो सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि डिलीट करने के बाद भी इनके डिजिटल रिकॉर्ड मौजूद रह सकते हैं, जिन्हें हैक कर दोबारा इस्तेमाल किया जा सकता है।

संवेदनशील डॉक्यूमेंट्स को हमेशा ऑफलाइन या सुरक्षित, एन्क्रिप्टेड स्टोरेज में ही रखना चाहिए। इन्हें कभी भी एआई चैटबॉट्स के साथ शेयर नहीं करना चाहिए, ताकि डेटा लीक या पहचान की चोरी जैसी घटनाओं से बचा जा सके।

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