सीएम उमर अब्दुल्ला ने अमरनाथ यात्रा को लेकर कहा कि सभी सुविधाओं की व्यवस्था की गई है, लेकिन सुरक्षा की जिम्मेदारी उपराज्यपाल की है। उन्होंने यात्रियों की सुरक्षित वापसी की आशा जताई।
Jammu Kashmir: मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि श्री अमरनाथ यात्रा को लेकर जम्मू-कश्मीर सरकार ने सभी जरूरी नागरिक सुविधाओं का इंतजाम कर दिया है। इसमें बिजली, पानी, सड़क, चिकित्सा, स्वच्छता, परिवहन और खाद्य सामग्री जैसी व्यवस्थाएं शामिल हैं। उन्होंने कहा कि तीर्थयात्री शांतिपूर्ण और सुरक्षित तरीके से यात्रा पूरी कर सकें, इसके लिए सरकार की ओर से हरसंभव प्रयास किए गए हैं।
सुरक्षा का जिम्मा उपराज्यपाल के पास
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि राज्य में कानून व्यवस्था और सुरक्षा जैसे विषय फिलहाल केंद्र सरकार और उपराज्यपाल के अधीन आते हैं। उन्होंने कहा कि अमरनाथ यात्रा के दौरान सुरक्षा का पूरा दारोमदार राजभवन और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की देखरेख में है। जम्मू-कश्मीर पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां केंद्रीय गृह मंत्रालय के अंतर्गत कार्यरत हैं और वही सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल रही हैं।
गांदरबल में पत्रकारों से बातचीत
गांदरबल जिले में पत्रकारों से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि कश्मीर घाटी अमरनाथ यात्रियों के स्वागत के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा कि जो श्रद्धालु इस पवित्र यात्रा पर आ रहे हैं, वे एक शांतिपूर्ण वातावरण में दर्शन कर सकेंगे और सुरक्षित अपने घरों को लौटेंगे।
तीन जुलाई से शुरू होगी अमरनाथ यात्रा
इस वर्ष श्री अमरनाथ यात्रा तीन जुलाई से शुरू हो रही है। हर साल लाखों श्रद्धालु कठिन भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए अमरनाथ गुफा पहुंचते हैं। यह यात्रा जम्मू-कश्मीर के लिए धार्मिक ही नहीं, बल्कि सामाजिक और आर्थिक रूप से भी अहम मानी जाती है। सरकार की कोशिश है कि इस बार यह यात्रा बिना किसी रुकावट और खतरे के पूरी हो सके।
ईरान-इजरायल संघर्ष पर जताई चिंता
गंभीर अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी मुख्यमंत्री ने अपनी बात रखी। ईरान और इजरायल के बीच चल रहे सैन्य तनाव को लेकर उमर अब्दुल्ला ने चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि युद्ध कभी भी समाधान नहीं होता और इससे सिर्फ नुकसान होता है। इस संघर्ष से पूरी दुनिया प्रभावित हो रही है और ऐसे में जरूरी है कि दोनों देश बातचीत के रास्ते पर लौटें।