Pune

Apple: AI के क्षेत्र में एप्पल का बड़ा कदम, पेरप्लेक्सिटी एआई को खरीदने की कर रहा है योजना

 Apple: AI के क्षेत्र में  एप्पल का बड़ा कदम, पेरप्लेक्सिटी एआई को खरीदने की कर रहा है योजना

Apple अपने AI प्रयासों को मज़बूत करने के लिए Perplexity AI को खरीदने पर विचार कर रहा है, जिससे उसे अपना इन-हाउस सर्च इंजन विकसित करने में मदद मिल सकती है।

 Perplexity AI: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की दुनिया में इन दिनों एक बड़ा नाम तेजी से चर्चा में है – Perplexity AI। और अब खबरें यह हैं कि दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनियों में से एक Apple इस स्टार्टअप को खरीदने की दिशा में कदम बढ़ा सकता है। अगर यह सौदा होता है, तो यह एप्पल के इतिहास का सबसे बड़ा अधिग्रहण साबित हो सकता है।

क्या है Perplexity AI?

Perplexity AI एक एडवांस्ड जनरेटिव एआई स्टार्टअप है जो यूजर्स को AI-संचालित सर्च इंजन के ज़रिए तथ्यात्मक और संदर्भ-आधारित जवाब देता है। इसकी खूबी यह है कि यह सवाल पूछने पर सीधा उत्तर देता है, साथ ही उसके स्रोत भी प्रस्तुत करता है। इसे Google सर्च का AI विकल्प भी माना जा रहा है।

कंपनी ने अपने नवीनतम फंडिंग राउंड में करीब 14 बिलियन डॉलर (लगभग 1.21 लाख करोड़ रुपये) का मूल्यांकन प्राप्त किया है, जो इसे AI इंडस्ट्री का एक भारी-भरकम खिलाड़ी बनाता है।

Apple की रणनीति: AI में दबदबा बनाने की कोशिश

Apple ने हमेशा अपनी टेक्नोलॉजी को इन-हाउस विकसित करने पर ज़ोर दिया है। लेकिन AI की तेज़ी से बदलती दुनिया में, जहां Google, Microsoft और Meta जैसी कंपनियां अपने LLM (Large Language Models) को बाज़ार में उतार चुकी हैं, वहीं Apple अब तक Siri को ज्यादा प्रभावी रूप में प्रस्तुत नहीं कर सका है।

iOS 18 में ;Apple Intelligence; की घोषणा के बावजूद, Siri के AI वर्जन में काफी देरी और सुधार की ज़रूरत बताई जा रही है। ऐसे में Perplexity जैसी AI-केंद्रित कंपनी के अधिग्रहण से Apple को अपनी कमजोरियों को दूर करने का मौका मिल सकता है।

क्या Apple खरीद रहा है Perplexity?

ब्लूमबर्ग और रॉयटर्स की रिपोर्ट्स के मुताबिक, Apple ने Perplexity AI के अधिग्रहण को लेकर आंतरिक स्तर पर चर्चा शुरू कर दी है। इस मामले में कंपनी के कॉर्पोरेट डेवलपमेंट प्रमुख एड्रियन पेरिका नेतृत्व कर रहे हैं, जो mergers & acquisitions से जुड़े मामलों में Apple की रणनीति को तय करते हैं।

हालांकि, अभी तक यह केवल प्राथमिक विचार-विमर्श के स्तर पर है। ना तो Apple ने Perplexity से सीधी बातचीत की है और ना ही कोई औपचारिक प्रस्ताव भेजा गया है। लेकिन विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर यह सौदा होता है, तो यह Apple की दिशा और भविष्य की योजना में भारी बदलाव ला सकता है।

एप्पल के लिए कितना महंगा सौदा?

Apple ने अब तक अपने पूरे इतिहास में केवल तीन बार ऐसे अधिग्रहण किए हैं जिनकी कीमत एक अरब डॉलर से अधिक थी। इनमें सबसे महंगा अधिग्रहण था Beats Electronics, जिसे कंपनी ने 2014 में 3 बिलियन डॉलर में खरीदा था।

अगर Perplexity के साथ यह सौदा होता है, तो यह $14 बिलियन का निवेश बन सकता है – जो कि Apple के लिए सबसे बड़ा अधिग्रहण बन जाएगा।

सौदे के पीछे की बड़ी वजहें

  • AI-सर्च में Google पर निर्भरता कम करना: अभी तक Apple के Safari ब्राउज़र में Google डिफॉल्ट सर्च इंजन है, जिससे Apple को सालाना $20 बिलियन तक की रॉयल्टी मिलती है। लेकिन अमेरिकी सरकार की ओर से चल रहे एंटीट्रस्ट मुकदमों की वजह से यह डील खतरे में है। ऐसे में अपना सर्च इंजन बनाना Apple के लिए रणनीतिक तौर पर जरूरी हो गया है।
  • AI टैलेंट की प्राप्ति: Perplexity के पास टॉप क्लास AI इंजीनियर्स और रिसर्चर्स हैं। उन्हें अपने इकोसिस्टम में लाकर Apple अपने AI पोर्टफोलियो को और सशक्त बना सकता है।
  • AI हार्डवेयर से सॉफ्टवेयर तक विस्तार: Apple अपने नए डिवाइस, खासकर iPhone और Mac में AI फीचर्स जोड़ने की तैयारी में है। इसके लिए उसे एक मजबूत AI इंजन की ज़रूरत है, जो Perplexity से मिल सकता है।

क्या होंगे इसके प्रभाव?

यदि Apple यह सौदा करता है, तो यह न केवल उसकी AI क्षमताओं को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा, बल्कि:

  • Siri को ChatGPT और Google Gemini के टक्कर में ला सकता है
  • Safari को AI-संचालित ब्राउज़र के रूप में पुनर्परिभाषित कर सकता है
  • iOS, macOS और Vision Pro जैसे प्लेटफॉर्म पर AI का इंटीग्रेशन गहरा कर सकता है

Leave a comment