Apple अपनी खुद की AI-आधारित उत्तर प्रणाली AKI विकसित कर रहा है, जो Siri, Safari और Spotlight में इंटीग्रेट होकर ChatGPT-जैसे जवाब देगा।
Apple AI Tool: टेक्नोलॉजी की दुनिया में जहां ChatGPT और AI-संचालित उत्तर इंजन चर्चा में हैं, वहीं Apple भी अब पीछे नहीं रहना चाहता। हालिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, Apple ने एक आंतरिक उत्तर इंजन विकसित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। यह इंजन ChatGPT-स्टाइल में कार्य करेगा और यूज़र्स को सामान्य ज्ञान, तकनीकी जानकारी और अन्य क्वेरीज़ के जवाब देने में सक्षम होगा। इस प्रोजेक्ट के लिए Apple ने एक नई टीम बनाई है जिसका नाम है – Answer, Knowledge and Information (AKI)।
क्यों खास है Apple का नया कदम?
Apple की हमेशा से एक रणनीति रही है कि वह अपनी टेक्नोलॉजी को इकोसिस्टम के भीतर बनाए रखता है। लेकिन अब कंपनी खुद का उत्तर इंजन बनाकर Google पर अपनी निर्भरता कम करना चाहती है। यह खासकर तब महत्वपूर्ण हो जाता है जब Google पर अमेरिकी न्याय विभाग की ओर से एंटीट्रस्ट केस चल रहा है, जिसमें Apple और Google के बीच सर्च इंजन डिफॉल्ट सेटिंग को लेकर 20 बिलियन डॉलर का सौदा सवालों के घेरे में है। AKI उत्तर इंजन का उद्देश्य Siri, Spotlight और Safari जैसी सेवाओं में इंटीग्रेट होना है, जिससे यूज़र्स को अधिक स्मार्ट और त्वरित जवाब मिल सकें।
कौन चला रहा है यह प्रोजेक्ट?
Apple के इस उत्तर इंजन की जिम्मेदारी सौंपी गई है रॉबी वॉकर को, जो कंपनी के वरिष्ठ निदेशक हैं। रॉबी सीधे Apple के मशीन लर्निंग और AI रणनीति के वरिष्ठ उपाध्यक्ष जॉन गियानंद्रिया को रिपोर्ट करते हैं। वॉकर पहले Siri डिवीजन में काम कर चुके हैं और अप्रैल 2025 से उन्हें AKI टीम का प्रमुख नियुक्त किया गया है। इस टीम में ऐसे कई इंजीनियर और रिसर्चर शामिल हैं जिन्होंने पहले Siri और अन्य Apple AI टूल्स पर काम किया है। इससे यह साफ है कि Apple AI को लेकर अब एक परिपक्व और केंद्रित रणनीति अपना रहा है।
क्या होगा AKI उत्तर इंजन का काम?
AKI इंजन एक AI-संचालित उत्तर प्रणाली होगी जो यूज़र्स के सामान्य ज्ञान और तथ्यात्मक प्रश्नों के उत्तर देने में सक्षम होगी। यह मौजूदा सर्च इंजन की तरह यूआरएल की सूची नहीं देगा, बल्कि ChatGPT की तरह प्रासंगिक, सहज और संवादात्मक उत्तर देगा।
इसमें एक दोहरी प्रणाली शामिल होगी:
- वेब से प्रासंगिक डेटा और यूआरएल्स को इकट्ठा करना
- एक बड़े भाषा मॉडल (LLM) की मदद से सटीक और स्पष्ट जवाब देना
AKI तकनीक का प्रयोग Apple के डिजिटल असिस्टेंट Siri, Safari ब्राउज़र, और Spotlight सर्च में किया जाएगा, ताकि यूज़र्स को ज्यादा स्मार्ट और ह्यूमन-लाइक अनुभव मिल सके।
स्टैंडअलोन ऐप भी हो सकता है विकल्प
Apple अभी विचार कर रहा है कि क्या इस तकनीक को एक अलग ऐप के तौर पर भी पेश किया जाए। हालांकि कंपनी का इतिहास देखें तो वह ज़्यादातर फीचर्स को अपने डिवाइसेज़ के भीतर इंटीग्रेट करती है, जिससे यूज़र अनुभव एकसमान बना रहता है।
Apple के नजरिए में बदलाव
Apple ने अभी कुछ महीने पहले तक यह कहा था कि वह 'बोल्ट-ऑन चैटबॉट' के पक्ष में नहीं है। कंपनी के सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग प्रमुख क्रेग फेडेरिघी ने जून में कहा था कि यह दृष्टिकोण Apple की AI रणनीति से मेल नहीं खाता। लेकिन AKI प्रोजेक्ट के सामने आने से यह साफ हो गया है कि Apple अब AI को लेकर अधिक आक्रामक और प्रतिस्पर्धात्मक रुख अपना रहा है।
प्रतिस्पर्धा के लिए एक स्मार्ट मूव
Apple का यह कदम सीधे तौर पर Google, Microsoft और Perplexity AI जैसे कंपनियों को चुनौती देने वाला हो सकता है। विशेष रूप से जब AI उत्तर इंजन धीरे-धीरे पारंपरिक सर्च इंजन को प्रतिस्थापित करने की दिशा में बढ़ रहे हैं। ChatGPT और Perplexity जैसे प्लेटफॉर्म्स पहले ही इस तकनीक को लोकप्रिय बना चुके हैं, ऐसे में Apple का इसमें प्रवेश करना एक प्राकृतिक विस्तार कहा जा सकता है।