Pune

Asian Para Archery Championship 2025: बीजिंग में भारत ने लहराया परचम, तीन स्वर्ण समेत कुल 9 पदक किए अपने नाम

Asian Para Archery Championship 2025: बीजिंग में भारत ने लहराया परचम, तीन स्वर्ण समेत कुल 9 पदक किए अपने नाम

हरविंदर ने शानदार प्रदर्शन करते हुए रिकर्व पुरुष ओपन खिताब भी अपने नाम किया, जिससे इस प्रतियोगिता में उनके कुल तीन पदक हो गए। इसके अलावा हरविंदर ने भावना के साथ मिलकर मिश्रित टीम स्पर्धा के फाइनल में चीन के झिहान गाओ और जुन गेन की जोड़ी को हराते हुए खिताब पर कब्जा जमाया।

स्पोर्ट्स न्यूज़: बीजिंग में आयोजित एशियाई पैरा तीरंदाजी चैंपियनशिप 2025 में भारतीय खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया और कुल नौ पदक जीतकर प्रतियोगिता में दूसरा स्थान हासिल किया। भारत के खाते में तीन स्वर्ण, तीन रजत और तीन कांस्य पदक आए। हालांकि मेजबान चीन 10 स्वर्ण के साथ पदक तालिका में शीर्ष पर रहा, लेकिन भारतीय पैरा तीरंदाजों ने साहस और जज्बे का जो उदाहरण पेश किया, उसने दुनियाभर में वाहवाही बटोरी।

हरविंदर सिंह ने दिखाया दम, दो स्वर्ण और एक रजत अपने नाम किया

भारतीय दल के हीरो रहे हरविंदर सिंह, जिन्होंने प्रतियोगिता में कुल तीन पदक अपने नाम किए। दुनिया के नंबर एक पैरा तीरंदाज हरविंदर ने रिकर्व पुरुष ओपन वर्ग में 663 अंकों के अपने व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ स्कोर के साथ क्वालीफाइंग राउंड में टॉप किया। इसके बाद फाइनल में थाईलैंड के हेनरुचाई नेतसिरी को 7-1 से मात देकर भारत को स्वर्ण दिलाया।

हरविंदर ने भावना पटेल के साथ रिकर्व ओपन मिक्स्ड टीम स्पर्धा में भी जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक जीता। भारतीय जोड़ी ने चीन की झिहान गाओ और जुन गेन की जोड़ी को फाइनल में 5-4 (14-8) से हराकर खिताब अपने नाम किया। शूट-ऑफ में गाओ की गलती का फायदा भारतीय टीम ने बखूबी उठाया।

महिला टीम ने भी लहराया परचम

कंपाउंड महिला टीम स्पर्धा में भारत को तीसरा स्वर्ण पदक हासिल हुआ, जहां शीतल देवी और ज्योति की जोड़ी ने चीन की ल्यु झेंग और जिंग झाओ को 148-143 के स्कोर से हराकर शानदार जीत दर्ज की। मैच के अंतिम चरण में चीनी खिलाड़ियों के निशाना चूकने का फायदा भारतीय टीम ने उठा लिया और यह मुकाबला अपने नाम किया।

रजत पदकों में भी रहा भारत का जलवा

भारत के हिस्से तीन रजत पदक आए। रिकर्व पुरुष युगल ओपन वर्ग में हरविंदर सिंह और विवेक चिकारा की जोड़ी ने जबरदस्त फाइट दी, लेकिन फाइनल में चीन की जुन गेन और लीशुइ झाओ की जोड़ी से शूट-ऑफ में 4-5 (17-18) से हारकर रजत से संतोष करना पड़ा। कंपाउंड पुरुष युगल ओपन में राकेश कुमार और श्याम सुंदर स्वामी ने भी रजत जीता। बेहद रोमांचक मुकाबले में यह भारतीय जोड़ी चीन के आइ शिनलियांग और यिचेंग झेंग की जोड़ी से 155-156 से मात्र एक अंक से हार गई।

तीसरा रजत कंपाउंड मिक्स्ड ओपन टीम स्पर्धा में राकेश कुमार और ज्योति के हिस्से आया, जिन्हें जिंग झाओ और आइ शिनलियांग की जोड़ी ने 153-150 से मात दी।

कांस्य पदक से भी भारत ने बढ़ाया मान

  • कांस्य पदकों की बात करें तो भारत ने भी तीन कांस्य पदक जीतकर अपने प्रदर्शन को और मजबूती दी।
  • पूजा और भावना ने रिकर्व महिला युगल में कांस्य पदक अपने नाम किया।
  • नवीन दलाल और नूरुद्दीन की जोड़ी ने पुरुष डब्ल्यू1 युगल वर्ग में कांस्य हासिल किया।
  • वहीं ज्योति ने व्यक्तिगत कंपाउंड ओपन वर्ग में कांस्य पदक जीतकर भारत के खाते में तीसरा कांस्य जोड़ा।

हरविंदर सिंह की बात करें तो यह प्रतियोगिता उनके लिए यादगार साबित हुई। उन्होंने न केवल व्यक्तिगत बल्कि टीम स्पर्धाओं में भी भारत का नाम रोशन किया। उनके नेतृत्व और शानदार प्रदर्शन ने भारतीय दल को बीजिंग में ऐतिहासिक सफलता दिलाई।

Leave a comment