औरंगाबाद के लकड़ाही जंगल में एसएसबी, एसटीएफ और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में नक्सलियों के हथियार और पार्ट-पुर्जों का जखीरा बरामद किया गया। ऑपरेशन से खुलासा हुआ कि नक्सली जंगल में गन फैक्ट्री चला रहे थे।
औरंगाबाद: बिहार में औरंगाबाद के नबीनगर प्रखंड के लकड़ाही जंगल में सुरक्षाबलों ने नक्सलियों की गुप्त गतिविधियों का भंडाफोड़ किया। एसएसबी, एसटीएफ और टंडवा थाना पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में जमीन के नीचे छिपाए गए हथियारों और उनके पुर्जों का बड़ा जखीरा बरामद किया गया। यह खुलासा इस बात का प्रमाण है कि नक्सली जंगलों में ही हथियार बना रहे थे और उन्हें सुरक्षा की आड़ में छिपाकर रखते थे।
बरामद हथियारों और पार्ट-पुर्जों में देसी कार्बाइन, जिंदा कारतूस, पिस्तौल के कारतूस, राइफल के स्प्रिंग और बट सहित कई आपत्तिजनक वस्तुएं शामिल हैं। इससे यह स्पष्ट हुआ कि नक्सली अपने संगठन को मजबूत करने और किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे थे।
सर्च ऑपरेशन में मिली बड़ी सफलता
एसएसबी, एसटीएफ और टंडवा थाना पुलिस ने खुफिया इनपुट के आधार पर लकड़ाही जंगल में सर्च ऑपरेशन शुरू किया। ऑपरेशन के दौरान जंगल में जमीन के अंदर छिपाए गए हथियारों का जखीरा बरामद हुआ। सुरक्षाबलों ने बरामदगी को नक्सलियों के खिलाफ बड़ी उपलब्धि बताया।
बरामद सामान में 9 एमएम देसी कार्बाइन, 315 बोर के जिंदा कारतूस, पिस्तौल के कारतूस, राइफल के स्प्रिंग, बट और चार एम्यूनिशन पाउच शामिल थे। इसके अलावा हथियार साफ करने के सामान और अन्य आपत्तिजनक वस्तुएं भी मिलीं। इस सफलता से सुरक्षाबलों का मनोबल बढ़ा और नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई को बल मिला।
नक्सली जंगलों में गुप्त हथियार निर्माण कर रहे थे
हथियारों और पार्ट-पुर्जों की बरामदगी से यह साफ हुआ कि नक्सली जंगलों में मिनी गन फैक्ट्री चला रहे थे। अर्द्धनिर्मित हथियारों को जमीन के अंदर छिपाकर रखा गया था ताकि किसी भी छापेमारी के दौरान उनकी पकड़ न हो। यह एक गंभीर खतरे की निशानी है कि नक्सली अपने संगठन को फिर से मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं।
सुरक्षाबलों ने बताया कि इस तरह की गतिविधियों से स्पष्ट संकेत मिलता है कि नक्सली अपनी ताकत बढ़ाने और राज्य में आतंक फैलाने की योजना बना रहे थे। लेकिन लगातार चलाए जा रहे एंटी नक्सल अभियान के चलते उनके प्रयास विफल साबित हो रहे हैं।
नक्सली नहीं पकड़े गए
बरामदगी के बावजूद ऑपरेशन में कोई नक्सली पकड़ा नहीं जा सका। सुरक्षाबलों ने जंगल और आसपास के क्षेत्रों में खोजबीन की, लेकिन नक्सलियों के भागने की वजह से उन्हें हाथ नहीं लगा। पुलिस अधीक्षक अम्बरीश राहुल ने बताया कि नक्सलियों की सक्रियता के बावजूद सुरक्षा बल सतर्क हैं और उनके खिलाफ अभियान जारी रहेगा।
सुरक्षाबलों का यह अभियान नक्सलियों के मनोबल को गिराने में प्रभावी साबित हो रहा है। लगातार एंटी नक्सल ऑपरेशन से यह संदेश जाता है कि जंगलों में नक्सलियों की कोई भी गुप्त गतिविधि नाकाम रहेगी और उन्हें राज्य में अपने मंसूबों को अंजाम देने का मौका नहीं मिलेगा।
सुरक्षाबलों का सतर्कता
इस ऑपरेशन में एसएसबी काला पहाड़ की टीम के निरीक्षक अरविंद सिंह जडेजा, एसटीएफ टीम के एसआई अशोक कुमार प्रजापति और टंडवा थाना के एसआई संजय कुमार सहित अन्य जवान शामिल थे। उनका समन्वय और सतर्कता ही इस बरामदगी में सफल साबित हुआ।
सुरक्षाबलों ने बरामद हथियारों और पार्ट-पुर्जों को सावधानीपूर्वक थाना में लाया। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि नक्सलियों के खिलाफ अभियान लगातार जारी रहेगा और सुरक्षा बल इस तरह की हर गतिविधि पर नजर रखेंगे। इससे नक्सलियों की योजना विफल होती रहेगी और राज्य में कानून व्यवस्था सुनिश्चित रहेगी।