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ब्रिटेन के पूर्व पीएम Rishi Sunak ने राजनीति के बाद टेक सेक्टर में बनाई नई पहचान, AI कंपनी और Microsoft से हाथ मिलाया

ब्रिटेन के पूर्व पीएम Rishi Sunak ने राजनीति के बाद टेक सेक्टर में बनाई नई पहचान, AI कंपनी और Microsoft से हाथ मिलाया

ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने राजनीति के बाद अब टेक्नोलॉजी सेक्टर में कदम रखा है। उन्होंने माइक्रोसॉफ्ट और एआई कंपनी एंथ्रॉपिक के साथ पार्ट-टाइम सीनियर एडवाइजर के रूप में हाथ मिलाया है। सुनक अपनी सैलरी ‘द रिचमंड प्रोजेक्ट’ चैरिटी को दान करेंगे, जो शिक्षा और गणित कौशल को बढ़ावा देती है।

Rishi Sunak: ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने टेक्नोलॉजी की दुनिया में नई भूमिका शुरू की है। उन्होंने अमेरिकी दिग्गज कंपनी Microsoft और प्रमुख एआई रिसर्च कंपनी Anthropic के साथ पार्ट-टाइम सीनियर एडवाइजर के तौर पर समझौता किया है। यूके सरकार के दस्तावेज़ के अनुसार, माइक्रोसॉफ्ट में सुनक का फोकस वैश्विक अर्थव्यवस्था और रणनीतिक रुझानों पर सलाह देना होगा। वहीं, एंथ्रॉपिक में वे एआई के जिम्मेदार उपयोग को बढ़ावा देने में सहयोग करेंगे। खास बात यह है कि वे अपनी पूरी सैलरी अपनी चैरिटी ‘द रिचमंड प्रोजेक्ट’ को दान करेंगे।

टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में सुनक की नई शुरुआत

ब्रिटेन की राजनीति में अपनी स्पष्ट सोच और प्रगतिशील नीतियों के लिए मशहूर रिशि सुनक अब टेक्नोलॉजी और इनोवेशन की दिशा में काम करेंगे। उन्होंने हाल ही में माइक्रोसॉफ्ट और Anthropic, दोनों कंपनियों में पार्ट-टाइम सीनियर एडवाइजर की भूमिका स्वीकार की है। उनका यह फैसला बताता है कि वे अब टेक्नोलॉजी को मानव विकास के बड़े मंच के रूप में देखना चाहते हैं।

यूके सरकार द्वारा गुरुवार को जारी एक आधिकारिक दस्तावेज के अनुसार, रिशि सुनक माइक्रोसॉफ्ट में सीनियर एडवाइजर के तौर पर जुड़ेंगे। इस पद पर उनका काम होगा वैश्विक आर्थिक परिस्थितियों और अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रमों के आधार पर कंपनी को रणनीतिक सलाह देना। वे कंपनी के शीर्ष नेतृत्व को यह समझने में मदद करेंगे कि बदलते आर्थिक और तकनीकी परिदृश्य में किस दिशा में कदम बढ़ाना बेहतर रहेगा।

माइक्रोसॉफ्ट को देंगे रणनीतिक सुझाव

सुनक के पास फाइनेंस, ग्लोबल ट्रेड और नीति निर्धारण का गहरा अनुभव है। इसी अनुभव का लाभ अब माइक्रोसॉफ्ट उठाने जा रही है। कंपनी चाहती है कि सुनक दुनिया भर में हो रहे आर्थिक बदलावों और टेक्नोलॉजी से जुड़ी नई चुनौतियों पर अपने विचार दें ताकि कंपनी बेहतर नीतियां बना सके।

ब्रिटिश एडवाइजरी कमेटी ऑन बिजनेस अपॉइंटमेंट्स (ACOBA) ने सुनक को सलाह दी है कि वे माइक्रोसॉफ्ट की ओर से किसी भी सरकारी लॉबिंग में हिस्सा न लें। इसका मतलब यह है कि उनका रोल पूरी तरह से सलाहकार रहेगा, किसी राजनीतिक या सरकारी दखल के बिना।

सैलरी जाएगी चैरिटी में

रिशि सुनक ने ACOBA को यह भी बताया कि वे इस काम से मिलने वाली सैलरी खुद नहीं रखेंगे। उन्होंने साफ किया है कि उनकी पूरी सैलरी उनकी चैरिटी ‘द रिचमंड प्रोजेक्ट’ को दान की जाएगी। यह संस्था 2025 में रिशि सुनक और उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति द्वारा शुरू की गई थी। इसका उद्देश्य बच्चों और बड़ों दोनों के लिए गणित की शिक्षा को आसान और रोचक बनाना है।

‘द रिचमंड प्रोजेक्ट’ फिलहाल ब्रिटेन में कई स्कूलों और समुदायों के साथ मिलकर शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रहा है। सुनक ने कहा था कि वे चाहते हैं कि हर बच्चे को गणित में आत्मविश्वास मिले, क्योंकि यह आगे चलकर उनकी जिंदगी में बड़ा फर्क डाल सकता है।

Anthropic में भी सीनियर एडवाइजर का रोल

सुनक सिर्फ माइक्रोसॉफ्ट तक सीमित नहीं हैं। उन्होंने AI रिसर्च कंपनी Anthropic के साथ भी पार्ट-टाइम सीनियर एडवाइजर की भूमिका संभाली है। सितंबर में सामने आई एक रिपोर्ट के मुताबिक, सुनक इस पद पर कंपनी की रिसर्च और नीति टीम के साथ मिलकर काम करेंगे। वे कंपनी को बताएंगे कि कैसे आर्थिक और सामाजिक दृष्टि से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का जिम्मेदार इस्तेमाल किया जा सकता है।

Anthropic की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि रिशि सुनक का अनुभव कंपनी के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित होगा। कंपनी का कहना है कि वे सुनक की रणनीतिक सोच और नीति समझ का इस्तेमाल इस दिशा में करना चाहते हैं कि AI तकनीक का इस्तेमाल समाज के हित में हो।

टेक दुनिया में सुनक की एंट्री से बढ़ी उत्सुकता

रिशि सुनक की इस नई पारी को लेकर ब्रिटेन के साथ-साथ वैश्विक टेक जगत में भी चर्चा है। विशेषज्ञों का कहना है कि सुनक का माइक्रोसॉफ्ट और Anthropic से जुड़ना यह दिखाता है कि वे अब राजनीति से आगे बढ़कर टेक्नोलॉजी की नीतियों को आकार देने में भूमिका निभाना चाहते हैं।

AI और इनोवेशन के क्षेत्र में यह कदम न सिर्फ उनके करियर की नई दिशा है, बल्कि यह संदेश भी देता है कि आने वाले समय में राजनीतिक अनुभव और तकनीकी समझ का मेल वैश्विक कंपनियों के लिए कितना उपयोगी साबित हो सकता है।

ब्रिटेन की राजनीति में अपनी आर्थिक दूरदर्शिता और टेक-फ्रेंडली नीतियों के लिए पहचाने जाने वाले रिशि सुनक अब दुनिया की दो सबसे प्रभावशाली टेक कंपनियों के सलाहकार के रूप में अपनी नई पारी शुरू करने जा रहे हैं। यह कदम न केवल उनके करियर के लिए अहम है, बल्कि टेक्नोलॉजी की दुनिया में भी एक नया अध्याय खोलता है।

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