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एयर इंडिया हादसे के बाद 15 जुलाई तक कई उड़ानें रद्द, जानिए पूरी लिस्ट

एयर इंडिया हादसे के बाद 15 जुलाई तक कई उड़ानें रद्द, जानिए पूरी लिस्ट

12 जून को अहमदाबाद में हुए दर्दनाक विमान हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। एयर इंडिया की फ्लाइट में सवार 242 यात्रियों में से 241 लोगों की जान चली गई, जो हालिया वर्षों में सबसे बड़ा विमान हादसा माना जा रहा है।

Air India Operations: वेस्ट एशिया में ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते युद्ध जैसे हालात और हाल ही में भारत में हुए बड़े विमान हादसे के बाद एयर इंडिया ने अंतरराष्ट्रीय और घरेलू फ्लाइट संचालन को लेकर एक अहम फैसला लिया है। कंपनी ने अपनी साप्ताहिक उड़ानों में भारी कटौती की घोषणा की है, जो देश के भीतर और बाहर यात्रा करने वाले हजारों यात्रियों को प्रभावित करेगी। यह फैसला सुरक्षा, संचालन और भू-राजनीतिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।

ईरान-इजरायल तनाव का असर एविएशन इंडस्ट्री पर

मिडिल ईस्ट में चल रही उथल-पुथल वैश्विक स्तर पर ट्रैवल और लॉजिस्टिक्स सेक्टर को प्रभावित कर रही है। इजरायल द्वारा तेहरान स्थित ईरान के परमाणु प्रतिष्ठानों पर किए गए मिसाइल हमलों के बाद अमेरिका के हस्तक्षेप ने स्थिति को और जटिल बना दिया है। ऐसे में भारत से पश्चिम एशिया और साउथ ईस्ट एशिया की ओर उड़ने वाली फ्लाइट्स पर भी इसका सीधा असर देखने को मिल रहा है।

एयर इंडिया ने घोषणा की है कि कम चौड़ाई वाले विमानों (नैरो बॉडी एयरक्राफ्ट) की साप्ताहिक 118 उड़ानों में से 19 रूट्स पर संचालन अस्थायी रूप से घटाया जाएगा। इसके अलावा, तीन प्रमुख रूट्स — बेंगलुरु-सिंगापुर, पुणे-सिंगापुर और मुंबई-बागडोगरा — पर विमानों का संचालन पूरी तरह से 15 जुलाई 2025 तक स्थगित कर दिया गया है।

हालिया हादसे ने बढ़ाई चिंताएं

12 जून 2025 को अहमदाबाद एयरपोर्ट पर हुए भीषण विमान हादसे ने एयर इंडिया की सुरक्षा प्रक्रियाओं और संचालन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए थे। इस हादसे में 242 में से 241 यात्रियों की जान चली गई थी, जो भारत के एविएशन इतिहास का सबसे बड़ा हादसा बन गया। इस दुर्घटना के बाद एयर इंडिया पर यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का दबाव और भी बढ़ गया है।

इसी के मद्देनजर कंपनी ने अपने सभी ऑपरेशंस की गहन सुरक्षा समीक्षा शुरू की है और कहा है कि वह केवल उन्हीं फ्लाइट्स का संचालन करेगी जहां संचालन की विश्वसनीयता और यात्रियों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं होता।

किस प्रकार की गई है उड़ानों में कटौती

एयर इंडिया द्वारा जारी आधिकारिक बयान के अनुसार, कम चौड़ाई वाले विमानों के संचालन में 5 प्रतिशत की कटौती की गई है। इन विमानों का उपयोग मुख्य रूप से घरेलू और निकटवर्ती अंतरराष्ट्रीय रूट्स पर किया जाता है। कंपनी का कहना है कि यह कदम अस्थायी है और 15 जुलाई 2025 तक ही लागू रहेगा, जिसके बाद पुनः मूल्यांकन किया जाएगा।

फिलहाल, जिन तीन रूट्स पर फ्लाइट्स को पूरी तरह स्थगित किया गया है, वे निम्नलिखित हैं

  • बेंगलुरु से सिंगापुर
  • पुणे से सिंगापुर
  • मुंबई से बागडोगरा

इसके अलावा, दिल्ली-बेंगलुरु और दिल्ली-मुंबई जैसे हाई डिमांड रूट्स पर भी फ्लाइट्स की संख्या में कमी की गई है, हालांकि वहां संचालन पूरी तरह बंद नहीं किया गया है।

अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर भी असर

कुछ दिन पहले ही एयर इंडिया ने घोषणा की थी कि वह अपने वाइड बॉडी एयरक्राफ्ट (जैसे बोइंग 777 और ड्रीमलाइनर) के संचालन में भी 15 प्रतिशत तक की कटौती करेगी। ये फ्लाइट्स मुख्यतः यूरोप, अमेरिका, कनाडा और खाड़ी देशों के लिए संचालित होती हैं। मिडिल ईस्ट के तनाव और लंबी दूरी की उड़ानों पर बढ़े जोखिम को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है।

यात्रियों को हो सकती है असुविधा

फ्लाइट्स की संख्या घटाए जाने से यात्रियों को बुकिंग में कठिनाई हो सकती है, खासकर उन रूट्स पर जहां विकल्प सीमित हैं। एयर इंडिया ने अपने यात्रियों से अपील की है कि वे यात्रा की योजना बनाने से पहले वेबसाइट या हेल्पलाइन पर उपलब्धता और स्टेटस की जानकारी अवश्य ले लें। साथ ही जिन यात्रियों की बुकिंग प्रभावित हुई है, उनके लिए फ्लाइट रीरूटिंग, फुल रिफंड या वैकल्पिक तिथि की सुविधा दी जा रही है।

ऑपरेशनल स्टैबिलिटी को प्राथमिकता

एयर इंडिया के प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी का लक्ष्य अपने संचालन को स्थिर और भरोसेमंद बनाना है। वर्तमान परिस्थितियों में जब मिडिल ईस्ट में उड़ान मार्गों की सुरक्षा खतरे में है और हालिया हादसे के कारण कंपनी पर विश्वास बहाली का दबाव है, तो ऐसी स्थिति में ऑपरेशनल स्टैबिलिटी और सुरक्षा को प्राथमिकता देना ज़रूरी हो गया है।

क्या हो सकता है आगे

अगर वेस्ट एशिया में हालात और खराब होते हैं तो उड़ानों की संख्या में और कटौती की जा सकती है। साथ ही अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों की ओर से सैन्य कार्रवाई बढ़ने की स्थिति में वैश्विक एविएशन नेटवर्क को पूरी तरह से रिव्यू करने की नौबत आ सकती है। एयर इंडिया ने संकेत दिए हैं कि वह स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए है और आवश्यकतानुसार बदलाव करती रहेगी।

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