हिमाचल के किन्नौर में पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का पुतला जलाने पर बागवानी मंत्री के बेटे विक्रम सिंह नेगी समेत 8 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज हुई। भाजपा की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की है।
Himachal News: हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में राजनीतिक तनाव उस समय बढ़ गया जब कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बिना अनुमति के सार्वजनिक स्थान पर विपक्ष के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का पुतला जलाया। भाजपा की शिकायत पर बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी के बेटे विक्रम सिंह नेगी सहित कुल आठ लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
किन्नौर में राजनीतिक विवाद की नई लहर
हिमाचल प्रदेश की राजनीति में एक नया विवाद उस समय शुरू हुआ जब किन्नौर जिले के रिकांगपिओ चौक पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर का पुतला फूंका। इस घटना के बाद भाजपा ने इसे गंभीर राजनीतिक उकसावा बताते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई।
भाजपा जिला अध्यक्ष यशवंत नेगी की शिकायत पर बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी के पुत्र विक्रम सिंह नेगी और अन्य सात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
बिना अनुमति के हुआ विरोध प्रदर्शन
भाजपा का आरोप है कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बिना प्रशासनिक अनुमति के भीड़ एकत्र की और सार्वजनिक स्थान पर नारेबाजी करते हुए जयराम ठाकुर का पुतला जलाया।
“जयराम ठाकुर मुर्दाबाद” जैसे नारों के साथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इस विरोध को अंजाम दिया। यह विरोध रिकांगपिओ के भीड़भाड़ वाले इलाके में किया गया, जहां सुरक्षा और कानून व्यवस्था बनाए रखना प्रशासन की जिम्मेदारी होती है।
भाजपा ने की सख्त कार्रवाई की मांग
भाजपा मीडिया प्रभारी कर्ण नंदा ने जानकारी देते हुए कहा कि यह पूरी घटना राजनीतिक उद्देश्यों से प्रेरित है और इससे प्रदेश की शांति और सौहार्द को नुकसान पहुंच सकता है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सिर्फ राजनीतिक विरोध नहीं, बल्कि एक सुनियोजित साजिश थी।
कर्ण नंदा ने यह भी कहा कि भाजपा के किन्नौर जिला अध्यक्ष यशवंत नेगी ने इस मामले को लेकर राजनीतिक दबाव में पुलिस की निष्क्रियता को भी उजागर किया है। उनका कहना है कि पुलिस ने तत्काल एक्शन नहीं लिया, जिससे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को मनमानी करने का मौका मिला।
दर्ज हुई FIR, आठ लोगों के नाम शामिल
रिकांगपिओ पुलिस थाने में भारतीय न्याय संहिता (Bharatiya Nyay Sanhita) की विभिन्न धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। इस एफआईआर में निम्नलिखित नाम दर्ज हैं:
- विक्रम सिंह नेगी (मंत्री जगत सिंह नेगी के पुत्र)
- नार्मल चंद्र
- सूर्य बोरस
- कुलवंत नेगी
- मान चंद नेगी
- राम मोहन
- जय किशन
- राकेश कुमार
ये सभी किन्नौर जिले के कल्पा क्षेत्र के निवासी बताए जा रहे हैं।
कानून व्यवस्था पर उठे सवाल
इस घटना ने न सिर्फ राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है, बल्कि कानून व्यवस्था को लेकर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। भाजपा नेताओं का कहना है कि जब इस प्रकार की भीड़ एकत्र हो रही थी, तब स्थानीय प्रशासन क्या कर रहा था? बिना अनुमति के विरोध प्रदर्शन, भीड़ एकत्र करना और पुतला जलाना सार्वजनिक शांति भंग करने की श्रेणी में आता है। भाजपा का आरोप है कि अगर किसी भाजपा कार्यकर्ता ने ऐसा किया होता, तो तत्काल सख्त कार्रवाई होती।