जय अंबे सुपरमार्केट्स का IPO BSE SME पर सुस्त एंट्री के बावजूद ₹82.95 के अपर सर्किट तक पहुंच गया। IPO के जरिए जुटाए गए ₹18.45 करोड़ का इस्तेमाल अहमदाबाद में एक मौजूदा स्टोर खरीदने, तीन नए स्टोर्स फिट-आउट, वर्किंग कैपिटल और अन्य कॉरपोरेट उद्देश्यों पर किया जाएगा। कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन लगातार मजबूत रहा है।
IPO Listing: जय अंबे सुपरमार्केट्स, जो 'सिटी स्केयर मार्ट' ब्रांड के तहत FMCG और रिटेल उत्पाद बेचती है, का IPO BSE SME पर ₹78 के इश्यू प्राइस पर लिस्ट हुआ। शुरुआती ट्रेडिंग में शेयर ₹79 पर खुले और तेजी दिखाते हुए ₹82.95 के अपर सर्किट पर पहुंच गए, जिससे निवेशकों को 6.35% तक का लिस्टिंग लाभ हुआ। IPO के जरिए जुटाए गए ₹18.45 करोड़ का उपयोग अहमदाबाद स्टोर खरीदने, तीन नए स्टोर्स के फिट-आउट, वर्किंग कैपिटल और कॉरपोरेट उद्देश्यों में किया जाएगा।
IPO को मिला जबरदस्त रिस्पांस
जय अंबे सुपरमार्केट्स का IPO ₹18.45 करोड़ के लिए 10 से 12 सितंबर तक खुला था। इसे निवेशकों का शानदार रिस्पांस मिला और ओवरऑल 64.13 गुना सब्सक्राइब हुआ। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए 16.79 गुना सब्सक्रिप्शन, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स के लिए 110.24 गुना और खुदरा निवेशकों के लिए 71.39 गुना की बोली आई। IPO के तहत ₹10 की फेस वैल्यू वाले कुल 23,64,800 नए शेयर जारी किए गए।
IPO से जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल
IPO से जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी कई महत्वपूर्ण योजनाओं में करेगी। इसमें से ₹4.25 करोड़ अहमदाबाद के नाना चिलोदा में स्थित मौजूदा स्टोर की खरीद के लिए, ₹4.63 करोड़ तीन नए स्टोर्स के फिट-आउट के लिए और ₹4.50 करोड़ वर्किंग कैपिटल की जरूरतों के लिए खर्च होंगे। शेष राशि आम कॉरपोरेट उद्देश्यों पर इस्तेमाल की जाएगी।
कंपनी का व्यवसाय मॉडल
जय अंबे सुपरमार्केट्स वर्ष 2020 में स्थापित हुई थी। यह FMCG गुड्स, ग्रॉसरी, होम टेक्सटाइल, होम डेकोर, कपड़े, खिलौने, गिफ्ट आइटम्स, जूते-चप्पल और घर से जुड़ी अन्य चीजें सुपरमार्केट्स के माध्यम से बेचती है। कंपनी फ्रेंचाइजी मॉडल के जरिए अपने रिटेल मार्ट चलाती है। फ्रेंचाइजीज इसके ब्रांड 'सिटी स्क्येयर मार्ट' के तहत शुरुआती फीस और वार्षिक लाइसेंस फीस देकर अपने प्रोडक्ट्स बेचते हैं। फिलहाल गुजरात में कंपनी के 17 स्टोर्स मौजूद हैं।
कंपनी की वित्तीय स्थिति
कंपनी की वित्तीय स्थिति लगातार मजबूत रही है। वित्त वर्ष 2023 में शुद्ध मुनाफा ₹35 लाख था, जो वित्त वर्ष 2024 में बढ़कर ₹1.55 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 में ₹2.75 करोड़ पर पहुंच गया। इसी दौरान कंपनी की टोटल इनकम सालाना 20 प्रतिशत की चक्रवृद्धि दर से बढ़कर ₹47.40 करोड़ हो गई।
कंपनी का कर्ज वित्त वर्ष 2023 के अंत में ₹7.47 करोड़ था, जो वित्त वर्ष 2024 में ₹8.56 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 में ₹8.71 करोड़ तक पहुंच गया। इसके साथ ही रिजर्व और सरप्लस में भी बढ़ोतरी हुई। वित्त वर्ष 2023 में यह ₹1.36 करोड़ था, वित्त वर्ष 2024 में ₹5.55 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 में ₹7.06 करोड़ पर पहुंच गया।
शेयर की लिस्टिंग पर निवेशकों का फायदा
IPO लिस्टिंग के समय शेयर ₹79 पर खुला और तेजी से बढ़कर ₹82.95 के अपर सर्किट तक पहुंच गया। इससे निवेशकों को शुरुआती लिस्टिंग में ही 6.35 प्रतिशत का लाभ हुआ। बाजार विशेषज्ञों के अनुसार, इस IPO की मजबूती और निवेशकों का रिस्पांस कंपनी के ग्रोथ प्लान और वित्तीय सेहत को दर्शाता है।