दिल्ली की सियासत में एक बार फिर गर्मी बढ़ गई है। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने AAP नेता और पूर्व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया पर तीखा हमला बोला है।
Delhi Politics: दिल्ली की राजनीति एक बार फिर गर्मा गई है। 2000 करोड़ रुपये के कथित क्लासरूम निर्माण घोटाले को लेकर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने आम आदमी पार्टी और उसके वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि यदि निष्पक्ष और ईमानदारी से जांच हो, तो आम आदमी पार्टी के कई शीर्ष नेता जेल की सलाखों के पीछे होंगे।
मंत्री के दस्तखत के बिना मंजूरी नहीं होती – देवेंद्र यादव
देवेंद्र यादव ने सिसोदिया पर आरोप लगाते हुए कहा कि भ्रष्टाचार की ज़िम्मेदारी से भागने के लिए वह अधिकारियों को बलि का बकरा बना रहे हैं। उन्होंने कहा, हर विभागीय प्रक्रिया में अंतिम मंजूरी मंत्री के दस्तखत से ही होती है। उस समय सिसोदिया न केवल शिक्षा मंत्री थे, बल्कि वित्त समिति के चेयरमैन भी थे। ऐसे में उनकी भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता।
एसीबी से सवाल, लेकिन सिसोदिया ने नहीं दिए जवाब
देवेंद्र यादव ने यह भी आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार में पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) के पूछे गए 37 सवालों में किसी का भी स्पष्ट और सीधा उत्तर नहीं दिया। उन्होंने कहा कि अगर सिसोदिया खुद को बेगुनाह मानते हैं तो वह सत्येंद्र जैन द्वारा ACB को दिए गए बयानों पर चुप क्यों हैं?
सच को छुपाने की कोशिश करना, जवाब से बचना, और दूसरों पर दोष मढ़ना – ये सब बताता है कि घोटाले में कहीं न कहीं गहरे तक मिलीभगत रही है, यादव ने कहा।
14 CAG रिपोर्टों पर क्यों नहीं हो रही कार्रवाई?
देवेंद्र यादव ने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच एक अंदरूनी समझौता है। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर विधानसभा में 14 कैग (CAG) रिपोर्टें रखी जा चुकी हैं, जिनमें घोटालों के पुख्ता प्रमाण दर्ज हैं, तो इनकी जांच उपराज्यपाल को सौंपने से क्यों परहेज किया जा रहा है? उन्होंने कहा, CAG जैसी सर्वोच्च ऑडिट संस्था की रिपोर्टें केवल दिखावे के लिए नहीं होतीं। इन्हें गंभीरता से लेना सरकार की नैतिक और संवैधानिक जिम्मेदारी है।
रेखा गुप्ता से निष्पक्ष जांच की मांग
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता से अपील की है कि यदि वह सच में ईमानदार शासन चलाना चाहती हैं, तो उन्हें इन सभी CAG रिपोर्टों की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच करवानी चाहिए। उन्होंने कहा, अब दिल्ली की जनता की आंखों में धूल झोंकना बंद कीजिए। ये घोटाले आम आदमी के पैसों से जुड़े हैं। जनता को जवाब चाहिए कि 2000 करोड़ कहां खर्च हुए, किन स्कूलों में कितने क्लासरूम बने, और क्या वाकई वह बजट इतना बड़ा था, जितना बताया गया?"
देवेंद्र यादव ने कहा कि कांग्रेस ने ही सबसे पहले दिल्ली में शराब घोटाले, डीटीसी बस खरीद घोटाले और अब क्लासरूम निर्माण घोटाले को उजागर किया। उन्होंने BJP पर आरोप लगाया कि वह केवल दिखावे के लिए रिपोर्टें विधानसभा में रखती है लेकिन आगे की जांच में जानबूझकर रुचि नहीं लेती। भाजपा सरकार जांच को इसलिए आगे नहीं बढ़ा रही ताकि उसकी बी-टीम आप पार्टी को बचाया जा सके। दोनों पार्टियों की इस अंदरूनी दोस्ती का खामियाजा दिल्ली की जनता भुगत रही है, यादव ने कहा।